3. यदि किसी मुद्रा िा विनिमय मूल्य अन्य मुद्राओं िी तुलिा
मेँ जािबूझिर िम िर दिया जाता है, तो इसे उस मुद्रा िा
अिमूल्यि िहते है। यह अिमूल्यि पररस्थिनतयों िे अिुसार
सरिार थिय िरती है.
4. भाितीय रुपए का अवमूल्यन आजकल चािों औि चचाा
का ववषय बना हुआ है। वषा 2013 में ही एक अमिीकी
डॉलि के मुकाबले भाितीय रुपए का मूल्य लगभग 25
प्रततशत कम हो गया औि अगस्त 2013 माह में यह
गगिकि 66 रुपए को पाि कि गया । वपछले एक…दो
माह में सिकाि औि भाितीय रिजवा बैंक की तमाम
कोशशशों के बाद रुपए के बाह्य मूल्य में थोडा सुधाि
अवश्य हुआ है,लेककन रुपए में आई कमजोिी ने
भाितीय अथाव्यवस्था की मजबूती पि तमाम प्रश्नगचह्न
लगा ददए हैं।
5. 1993 में रुपए िी विनिमय िर िो नियंत्रणमुक्त
किए जािे िे बाि से रुपए िा मूल्य विश्ि
िी पााँच प्रमुख मुद्राओँ- अमरीिी डॉलर , ब्रितािी
पॉण्ड, फ्रें च फ्रें ि ड्रयूश मािक , जापािी येि िी मााँग
एिं पूनत िे आधार पर बाजारी शस्क्तयों द्िारा
तय किया जाता है । भारतीय ररजिक बैंि िे िल
रुपए िे मूल्य में अनियममत उतार-चढाि िो
रोििे िे मलए वििेशी मुद्रा बाजार में िखल िेता
है।
6. 1947 में भारत िी आजािी िे समय एि डॉलर
िा मूल्य एि रुपए िे बराबर िा । उसिे बाि से
वपछले 66 सालों में रुपए िा मूल्य लगातार घटता
रहा। यह 66 रुपए प्रनत डॉलर ति आ गया,
लेकिि िालान्तर में भारतीय ररजिक बैंि अभी वित्त
मंत्रालय द्िारा उठाए गए प्रयासों से माचक 2014 में
यह 60 रुपए िे थतर पर आ गया है ।
10. चालू खाता घाटा
ववदेशी तनवेशकों द्धािा तनकासी
घटती ववकास दि
सीशमत ववदेशी मुद्रा भंडाि
बढ़ता ववदेशी कजा
घिेलू बचत में कमी
11.
12.
13. रुपए की गगिावट का असि
रुपए के अवमूल्यन का भाितीय अथाव्यवस्था पि सकािात्मक औि
नकािात्मक दोनों प्रकाि का असि पड़ िहा है।
डॉलि के मुकाबले रुपए की गगिावट से भाितीय तनयाातकों कों लाभ
तथा आयातकों को नुकसान होता है।
हमािा देश अपने कु ल ववदेश व्यापाि में तनयाात के मुकाबले आयात
अगधक किता है। इसशलए हमािे देश को रुपए की गगिावट से भािी
नुकसान होता है।
इससे देश का चालू खाता घाटा बढ़ता जा िहा है।
आयात अगधक होने के कािण देश में डॉलि की मााँग बढ़ िही है।
हमािे देश में कच्चे तेल का भािी मात्रा में आयात ककया जाता है
जजसका भुगतान डॉलि में किना होता है।
रुपए में कमजोिी से देश में कच्चे तेल का दाम बढ़ जाता है जजससे
पेट्रोल , डीजल, िसोई गेस के दाम बढ़ जाते है। जजसका असि लगभग
सभी क्षेत्र पि पड़ता है ओंि मैहगाइं दि तेजी से बढ़ने लगती है।
इसका सबसे बुिा असि आम आदमी पि पड़ता है। इसके अलावा
आयाततत सामान, ववदेश में शशक्षा आदद भी महाँगी हो जाती है।
14. 1. डॉलि के मुकाबले रुपए की कमजोिी से देश के
तनयाातकों ववशेषकि IT कम्पतनयो को सबसे
अगधक लाभ होता है।
2. ववदेशो में भाितीय सामान सस्ता
3. भाितीय पयाटन उद्योग को बढावा शमलेगा
4. सोना-चााँदी व अन्य महाँगे सामान का आयात
औि अगधक महाँगा हो जाएगा जजससे
अनावश्यक वस्तुओं का आयात कम होगा
5. चालू खाता घाटा कम किने में मदद शमलेगी
6. भाितीय तनयाातकों कों लाभ होता है