3. जीवन के रहस्य मध्यम अवस्था में - न डरें। मध्यम अवस्था के बाद - न पछ्ताएँ।
4. यथासंभव जीवन का आनंद उठाएँ। * जब तक शरीर में ताकत है आनंद उठाइए , कहीं बाद में पछताने की नौबत न आ जाए। * जब तक तबीयत ठीक है , अपनी पसंद की जगहों की सैर कर आएँ।
5. जब भी मौका मिले अपने पुराने सहपाठियों , साथियों और मित्रों से मिलें। यह मिलना - जुलना खाने पीने के लिए मात्र नहीं है , शायद हमारे पास ज्यादा वक्त बचा न हो।
6. बैंक की हमारी जमापूंजी वास्तव में हमारी न हो। लेकिन जरूरत पडने पर अपने लिए अवश्य खर्च करें। उम्र के ढलते - ढलते अपने लिए आवश्यकतानुसार पैसे खर्च करें।
7. आप जो भी खाना चाहें खाएँ। लेकिन यह बेहद जरूरी है कि आप खुश रहें।
8. (1) जो खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं , उन्हें बार - बार खाएँ , लेकिन यही सबकुछ नहीं है। (2) परहेज होने पर कभी - कभार खा लें। एसे खाने से दूर न भागें।
9. बीमार होने पर आशावादी बने रहें। अमीर हो या गरीब , हर किसी को जन्म , बुढ़ापे , बीमारी मृत्यु के दौर से गुजरना ही पड़ता है। यहाँ किसी के लिए अपवाद नहीं है , यही जीवन है।
10. बीमारी की अवस्था में न ही डरें और न ही चिंता करें। समय रहते अपने सभी कर्तव्यों का निर्वाह करें। तभी आप बिना पछ्ताए इस जहाँ से जा सकेंगे।
11. डाक्टर को आपके स्वास्थ्य का ख्याल रखने दें। ईश्वर व प्रकृति को आपके जीवन का ख्याल रखने दें। लेकिन अपने मूड की जिम्मेदारी अपने पास रखें।
12. अगर चिंताएँ आपकी बीमारी का इलाज हैं तो चिंता करें। अगर चिंताएँ आपकी आयु बढाती हैं तो चिंता करें। अगर चिंताएँ खुशी की जगह ले सकती हैं तो चिंता करें।
14. अपने चार पुराने खज़ाने की ओर नज़र दौड़ाएँ। 1) आपका बूढ़ा देह - अपने स्वास्थ्य की ओर अधिक ध्यान दें। इसपर आप खुद भरोसा कर सकते हैं। 2) सेवानिवृत्ति की निधियाँ - अपनी कमाई का धन अपने लिए भी रखें तो बेहतर होगा। 3) आपका हमसफर - अपने जीवन का हर पल अपने हमसफर के साथ गुजारें। कौन जाने किसके जाने की बारी पहले आ जाए। 4) आपके घनिष्ठ मित्र - अपने मित्रों से मिलने का अवसर न खोएँ। समय के साथ ये अवसर विरले हो जाते हैं।
16. गुज़रता पल वापस नहीं आता। जीवन भी ऐसा ही है , इसे खुशहाल बनाएँ।
17. Bless You! Author: Unknown Produced by Na. PRASANNAN, B.A ., Trichy, Tamil Nadu 9941505431, 9488019015 n.prasannam@gmail.com, For Hindi Power Points go to the link below http://www.slideshare.net/nprasannamhindi अनुदित - अमुदा सुनिल