युद्धरत आम आदमी पत्रिका की शुरुआत 1986 में हिन्दी की चर्चित लेखिका, कवयित्री एवं जुझारू महिला नेत्री रमणिका गुप्ता ने त्रैमासिक पत्रिका के रूप में हजारीबाग से की थी। इसका निबंधन 1988 में हुआ। इसका मुख्य उद्देश्य आदिवासियों, दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं की सृजनशीलता को प्लेटफार्म प्रदान करना था। बाद में इसका प्रकाशन दिल्ली से होने लगा और वर्ष 2013 के अक्टूबर माह से इसे मासिक पत्रिका में परिणत कर दिया गया। रमणिका जी अब 85 वर्ष की हो चुकी हैं लेकिन अपने मिशन के प्रति आज भी उतनी ही सक्रियता के साथ समर्पित हैं जितना झारखंड की आंदोलनकारी महिला नेत्री के रूप में अथवा बिहार विधान सभा व बिहार विधान परिषद में विधायक के रूप में सन 70 व 80 व 90 के दशक में सक्रिय थीं।