2. Advantage or Importance of
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आधुनिक प्रनिस्पधधा क
े युग में निज्ञधपि कध महत्वपूर्ा स्थधि है
निज्ञधपि क
े द्वधरध िई िई िस्तुओं कध पररचय ग्रधहक ं से करधयध
जधिध है
ग्रधहक ं क िई िस्तुएं खरीदिे क
े निए प्रेररि नकयध जधिध है
3. निमधािधओं क िधभ
मधंग उत्पन्न करिध
निमधािध अपिी िई िस्तुओं कध निज्ञधपि करधकर ग्रधहक ं क उस
िस्तु से अिगि करधकर अपिी िस्तु की मधंग उत्पन्न करिे है
िस्तु की निक्री में िृद्धि : निज्ञधपि क
े द्वधरध िए ग्रधहक आकनषाि
ह िे है और निरंिर निज्ञधपि करधिे से पुरधिे ग्रधहक ं कध िस्तु क
े
प्रनि आकषार् ििध रहिध है
निज्ञधपि क
े द्वधरध िस्तु क
े िए िए प्रय ग ं क समझधकर ग्रधहक ं में
उत्सुकिध उत्पन्न की जधिी है
इस सिकध प्रभधि यह ह िध है नक निक्री में िृद्धि ह जधिी है
4. निमधािधओं क िधभ
मधंग में द्धस्थरिध
निज्ञधपि िस्तुओं की मधंग में ह िे िधिे मौसमी पररििाि ं क कम
कर देिध है यह निज्ञधपि कध ही पररर्धम है नक चधय की निक्री
गनमाय ं में भी ह िी है
प्रनिस्पधधा में सफििध: निज्ञधपि क
े द्वधरध ग्रधहक ं क यह समझधयध
जध सकिध है नक उसकी िस्तु अन्य िस्तुओं से नकस प्रकधर श्रेष्ठ है
अिः प्रनिस्पधधा में सफििध प्रधप्त करिे में निज्ञधपि महत्वपूर्ा
य गदधि देिध है
5. निमधािधओं क िधभ
निक्र
े िधओं क सहय ग : निज्ञधपि निक्र
े िधओं क
े निए पृष्ठभूनम
िैयधर करिध है
ख्यधनि में िृद्धि: निज्ञधपि क
े द्वधरध िस्तु एिं संस्थध कध िधम
ि कनप्रय ह जधिध है ऐसी द्धस्थनि में िह अपिे सहधयक उत्पधदि ं
क भी िधज़धर में िेचिे में सफि ह जधिी है
6. उपभ क्तधओं क िधभ
ििीि िस्तुओं की जधिकधरी: निज्ञधपि क
े द्वधरध उपभ क्तधओं क
िई िई िस्तुओं की जधिकधरी नमििी है
खरीदिे में सुगमिध : निज्ञधपि क
े द्वधरध िस्तु क
े सम्बन्ध में पहिे
से ही पयधाप्त ज्ञधि प्रधप्त ह जधिध है अिः िस्तु कध चुिधि करिे में
सुनिधध रहिी है
अच्छी िस्तुओं की प्रधद्धप्त : निमधािध अपिी िस्तुओ कध निज्ञधपि
करिे समय उसक
े निशेष गुर् ं कध उल्लेख करिध है
7. उपभ क्तधओं क िधभ
उपभ क्तधओं क
े ज्ञधि में िृद्धि: निज्ञधपि क
े द्वधरध िस्तुओं क
े िए िए
उपय ग समझधए जधिे है नजससे उपभ क्तधओं क
े ज्ञधि में िृद्धि
ह िी है
8. समधज क िधभ
आजीनिकध क
े सधधि : निज्ञधपि कधया में असंख्य व्यद्धक्त िगे ह िे
है और अपिी आजीनिकध कमधिे है
समधज कध निमधार्: निज्ञधपि क
े द्वधरध समधज क
े सदस् ं क ियी
ियी जधि कधरी नमििी है
9. निष्कषा
यह कहध जध सकिध है की निज्ञधपि पर नकयध गयध खचा व्यथा है
यध निज्ञधपि एक नििधनसिध है यध निज्ञधपि एक सधमधनजक
अपव्यय ह िध है
िेनकि िधस्तनिकिध इससे िहुि नभन्न है क् ंनक यही द ष ं कध
गहरधई से अध्ययि नकयध जधए ि ज्ञधि ह गध नक ये द ष निज्ञधपि
क
े िहीं है अनपिु निज्ञधपि से ह िे िधिी हधनिय ं क कम नकयध
जध सकिध है और ऐसी द्धस्थनि में निज्ञधपि व्यधिसधनयक जगि क
े
निए िरदधि नसि ह गध
Seema Devi
M.Com. (First Year)