SlideShare uma empresa Scribd logo
1 de 54
Baixar para ler offline
हनी सकस




पाइपर हत से नटे शन यव था
     अनौपचा रक े
अंशतः एक शोध आधा रत
           बड़े शहर म मल का पु न पयोगः
                          द     ण भारत का एक शहर




Elisabeth Kvarnström, Vectura Consulting, Inc.
Joep Verhagen, IRC
Mats Nilsson, MN Context
Vishwanath Srikantaiah, Biome (responsible for this slide show)
Karan Singh, Biome
Shubha Ramachandran, Biome
Minakshi Arora, Projected in Hindi
बगलौर – जनसं या 90 लाख
भारतीय से नटे शन(जनगणना 2011)
सेि टक टक             पट शौचालय
•         ( म लयन)   •               ( म लयन)
• शहर    30.09       • शहर            55.97
• ामीण 24.67         • ामीण            17.68

• कल
   ु     54.76       • कल
                        ु            73 .65


                     • कल
                        ु         128.41
सेि टक टक और पट शौचालय

भ व य म ामीण इलाक म 113
म लयन और शहर इलाक म 14
म लयन शौचालय बनाए जाएंगे उनम
भी अ धकांश पट शौचालय ह ह गे
यह अपने आप म मल बंधन क   े
लये बड़ी चु नौती है
बगलौर शहर म से नटे शन(जनगणना 2011)

सेि टक टक    169,406   पट शौचालय   325,175
                       •
• कल
   ु        494,581
से नटे शन क वतमान नयम
                 े
द ए लॉयमट ऑव मैनु अल कवजस एंड क
                         े     ं        शन ऑव     ाई
लैटर स ( ो ह बशम) ए ट 1993

• कनाटक ने इस अ ध नयम को 1997 म अपनाया।

• सभी शौचालय म कम से कम 20 सेमी. क वाटर सील होनी
  चा हये।

• हाथ से कसी भी मनु य का मैला नह ं उठाया जाएगा।

• 208,323 + 586,087 =   794,410 लोग इस काम म लगे थे
शहर सु वधाओं क उपयो गता
• 100 एमएलडी सीवेज म से मा 400
  एमएलडी को ह इक ा कया जाता है।
• इक ा कये गए 400 एमएलड़ी म से मा
  180 एमएलडी को ह प र कृ त कया जाता है।
• से नटे शन पर सि सडी है लोग को सीवेज के
   लये मा 15     ह चु काने पड़ते ह।
• नतीजतन दन दन बढ़ता न दय का दू षण
न दय म उफनता झाग
मु य कारण अप रशो धत सीवेज
न दय म अप रशो धत सीवेज
शहर से नटे शन म अनौपचा रक   े
कं   ट क पट
        े
अनौपचा रक र   थान पर
WC क साथ जु ड़ा पट शौचालय
    े
यो ा का   ढ़वाद रवैया
शहर म पट शौचालय आम ह
हनी सकस वै यू म से पट को साफ
          करते हु ए
मशीनीकरण ने मैला ढोने क   था को
        ख म कर दया
अब   क दे शी तकनीक से बनाए जा
              रहे ह
उनम एक पानी का जेट और वै यू म
    ल नर(30 हा.पा.) लगा है
हनी सकर को बनाया जा रहा है
The barrels – informal sector body
         building works
पू रे दे श म हो सकती है- चलती फरती
                तकनीक
चलती फरती तकनीक
बगलोर म कर ब 300 हनी सकस काम
           कर रहे ह
सु र    त नपटान क लये ोटोकोल
                  े
       वक सत करने क ज रत है
सीवेज म पोषक त व क साथ रोगाणु
                  े
             भी ह
बनाने का खचा 1200 से 1300
पानी क अपे ा म ी पोषक त व को
        हण कर सकती है
बहु त सी रहाइश म रोजाना च कर
            लगाते ह
सबसे महं गी इमारत म भी
झा ड़य क पीछे
       े
बगलोर वाटर स लाई एंड सीवेज बोड
(बोड   क एसट पी
        े         ांगण म ि थत सीवर म हनीसकस क मा यम से घरे ल ू अप श
                                                े                     जल –मल क न तारण
                                                                              े
                                     सं बं धी दशा नदश)




• 6 माह म एसट पी म दये जाने वाले जल-मल क बराबर 50
                                        े
   . त कलो ल . क अनु पात म नॉन रफडेबल धनरा श जमा
                  े                 ं
  करना।
• 50 . त कलो. ल . तमाह

• घरे लू अप श जल जो एसट पी ांगण क सीवर म न ता रत
                                 े
   कया जाएगा उस पर बोड ारा तय कये गए मानक लागू
  ह गे।

• अभी तक 1एमएलडी क लये 75 पर मट दये गए ह।
                   े
  (जब क 494,581 घर म सेि टक टक या पट शौचालय ह)
अनौपचा रक   े   क ग त व धयां
क पो ट बनाना (?) ग ढा
े वाटर को मलाना
क पो ट 2500 से 3500   तक बकता है
एक   े टर म (4 क.मी.) लोड होता है
पर   ण क लये क पो ट क नमू ने
        े              े
       इक ा कये जाते ह
सीवेज मल का उवरक के                                                      प म
                  मह व
पोषक त व                                                औसत पोषक त व
                                 1000 kg of sewage sludge            1000 kg of farm yard
                                 (10% TS) grams                      manure grams
N                                5.5                                 17.5
P2O5                             17.5                                17.5
K2 O                             0.75                                65
S (Total)                        12.5                                25
MgO                              30                                  15
Cu (Total)                       1.2                                 0.03
Zn (Total)                       1.5                                 0.15
Mn (Total)                       0.6                                 0.4
Mo (Total)                       0.01                                0.001
B (Total)                        0.03                                0.035

        Source: Ludwig Sasse, BORDA, 1998, DEWATS Decentralised Wastewater Treatment in Developing Countries
शहर म इसका   योग
कले पर इसका इ तेमाल
 े
फसल
फल
जीवंत म ी- कचु ए और चीं टय के
            साथ
सु पार क लये मानव मल
        े
अथशा
                  क क लये
                     े
•   एक हनी सकर क क मत 800,000 /-
•     त प पर 1500     क वसू ल
•   एक दन म 5 प कर सकते ह
•   एक दन म आय 7500       मा सक आय 225,000
•   वाषक आय 2.7 म लयन
•    बंधन आ द पर खचा - 400,000
•   6 मह ने म ह नवे शत धन क वसू ल
•   एक क 20,000 क जनसं या क लये काम कर
                               े
    सकता है (बशत ग ढा त दे वष पर खाल करना हो)
अथशा
             येक घर क लये
                     े

• 1500    त 2 वष पर
• लगभग 60     तमाह

• सीवेज से जु ड़ा होने पर मा 15
अथशा
           कसान क लये
                 े

• मु त उवरक
• मजदू र पर खच 5000
• त एकड़ बचतः 20,000      से 50,000
  तक कवल खाद से ( त वष त एकड़ म
        े
  10-25 े टर लोड होते ह)
पोषक क     ा ता क लये जमीन क
                     े
               आव यकता
•     त हे टे यर म 250 क लोड होते ह
•   एक हे टे यर म 2500 लोग क पोषक त व
                            े
•   50,000 क जनसं या क लये 20 हे. जमीन
                        े
•   100,000 - 40 हे .
•   1 म लयन या 10 लाख- 400 हे टे यर
अब आगे…
• बजनेस और से नटे शन क      से दे श म
   व मान अनु भव क बेहतर समझ बनाना
• सभी शहरवा सय को से नटे शन सेवा उपल ध
  कराने क लये इस अनु भव को सरकार तर
         े
  पर वीकायता दे ना
अब आगे…
• भारत म गैर-सीवरे ज या जमीन आधा रत
  से नटे शन यव था को शा मल करने करने के
   लये ोटोकोल वक सत करना
• जमीन आधा रत से नटे शन यव था से पोषक क   े
  रखरखाव, प रवहन, कपोि टं ग और इ तेमाल क
                     ं                  े
   लये कानू नी ेमवक और ोटोकोल वक सत
  करना
• पोषक त व क पु न पयोग क लये पोषक -
               े           े
  रोगाणु ओं क बेहतर समझ और सु र त इ तेमाल
  क लये शोध काय
   े
अब आगे…
• अ धका रय ारा भवन योजनाओं क वीकृ त क े
  समय सीवेज नपटान यव था को शा मल करना
• जमीन उपयोग क योजनाओं म जल-मल क
  कपोि टं ग क लये थान का च ह करण करना
   ं         े
• शौचालय और े-वाटर क लये अलग-अलग
                      े
   यव था
• ग ढे और भू मगत जल क संबंध को समझना
                        े
  और गैर- दू षण आधा रत डजाइन यव था
  बनाना
Guidelines for the safe use of
       wastewater, excreta and grey water
Cost-effective strategies for controlling negative health impacts

•   Treatment of wastewater, excreta and greywater is used to prevent the contaminants
    from entering the environment.
•   Crop/produce restriction is used to minimize health risks to product consumers.
•   Waste application techniques (e.g. drip irrigation) and withholding periods aim to reduce
    contamination of the products or allow sufficient time for pathogen dieoff in the
    environment prior to harvest.
•   Exposure control methods (e.g. protective equipment, good hygiene) will prevent
    environmental contamination from reaching exposed groups.
•   Produce washing/rinsing/disinfection and cooking reduce exposures for product
    consumers.
•   Vector control reduces exposures for workers and local communities.
•   Chemotherapy and immunization can either prevent illness for those who are exposed or
    treat those who are ill and thus reduce future pathogen inputs into the wastewater,
    excreta or greywater.
                                                                                Source: WHO 2006
ध यवाद!


Minakshi Arora/ Siraj Kesar
Yamuna Waterkeeper
Trust For Research on Earth & Environment- TREE
Delhi

Mais conteúdo relacionado

Semelhante a Honeysuckers

Aam Aadmi Party Manifesto - Tehri Lok Sabha 2014
Aam Aadmi Party Manifesto - Tehri Lok Sabha 2014Aam Aadmi Party Manifesto - Tehri Lok Sabha 2014
Aam Aadmi Party Manifesto - Tehri Lok Sabha 2014Public Service
 
Project to dev model village 2016 hindi
Project to dev model village 2016 hindiProject to dev model village 2016 hindi
Project to dev model village 2016 hindiNutan Chaturvedi
 
Hindi Natural Hydrogels for Sustainable & Resilient Agriculture
Hindi Natural Hydrogels for Sustainable & Resilient Agriculture Hindi Natural Hydrogels for Sustainable & Resilient Agriculture
Hindi Natural Hydrogels for Sustainable & Resilient Agriculture Dr Virender Lather
 
उर्जा संरक्षण
उर्जा संरक्षणउर्जा संरक्षण
उर्जा संरक्षणYogesh Kadam
 

Semelhante a Honeysuckers (8)

BIOFLOC TECHNOLOGY IN HINDI
BIOFLOC TECHNOLOGY IN HINDIBIOFLOC TECHNOLOGY IN HINDI
BIOFLOC TECHNOLOGY IN HINDI
 
Disposal of waste in hindi
Disposal of waste in hindiDisposal of waste in hindi
Disposal of waste in hindi
 
Disposal of waste in hindi
Disposal of waste in hindiDisposal of waste in hindi
Disposal of waste in hindi
 
Aam Aadmi Party Manifesto - Tehri Lok Sabha 2014
Aam Aadmi Party Manifesto - Tehri Lok Sabha 2014Aam Aadmi Party Manifesto - Tehri Lok Sabha 2014
Aam Aadmi Party Manifesto - Tehri Lok Sabha 2014
 
Project to dev model village 2016 hindi
Project to dev model village 2016 hindiProject to dev model village 2016 hindi
Project to dev model village 2016 hindi
 
Drip irrigation
Drip irrigationDrip irrigation
Drip irrigation
 
Hindi Natural Hydrogels for Sustainable & Resilient Agriculture
Hindi Natural Hydrogels for Sustainable & Resilient Agriculture Hindi Natural Hydrogels for Sustainable & Resilient Agriculture
Hindi Natural Hydrogels for Sustainable & Resilient Agriculture
 
उर्जा संरक्षण
उर्जा संरक्षणउर्जा संरक्षण
उर्जा संरक्षण
 

Mais de Water Keeper India

Mais de Water Keeper India (6)

Sanitation & Mobile Technology of Honeysuckers
Sanitation & Mobile Technology of HoneysuckersSanitation & Mobile Technology of Honeysuckers
Sanitation & Mobile Technology of Honeysuckers
 
Evs project presentation
Evs project presentationEvs project presentation
Evs project presentation
 
Abhay saurabh009-287
Abhay saurabh009-287Abhay saurabh009-287
Abhay saurabh009-287
 
Abeer 07 (1)
Abeer 07 (1)Abeer 07 (1)
Abeer 07 (1)
 
Ganga
GangaGanga
Ganga
 
Ganga comic
Ganga comicGanga comic
Ganga comic
 

Último

अखिल भारतीय क्षत्रिय पोवार महासंघ द्वारा पोवारी दिवस कार्यक्रम
अखिल भारतीय क्षत्रिय पोवार महासंघ द्वारा पोवारी दिवस कार्यक्रमअखिल भारतीय क्षत्रिय पोवार महासंघ द्वारा पोवारी दिवस कार्यक्रम
अखिल भारतीय क्षत्रिय पोवार महासंघ द्वारा पोवारी दिवस कार्यक्रमKshtriya Powar
 
PRESENTED on upsarg aur pratya Hindi grammar
PRESENTED on upsarg aur pratya Hindi grammarPRESENTED on upsarg aur pratya Hindi grammar
PRESENTED on upsarg aur pratya Hindi grammarroydeepika180
 
Mains Checklist 34 by Aashish Arora (1).pdf
Mains Checklist 34 by Aashish Arora (1).pdfMains Checklist 34 by Aashish Arora (1).pdf
Mains Checklist 34 by Aashish Arora (1).pdfkjagtap798
 
कठपुतली कविता। का। सारांश।
कठपुतली        कविता।        का।     सारांश।कठपुतली        कविता।        का।     सारांश।
कठपुतली कविता। का। सारांश।sheksaminayasmin9531
 
CTET Hindi Pedagogy related to Hindi language Education
CTET Hindi Pedagogy related to Hindi language EducationCTET Hindi Pedagogy related to Hindi language Education
CTET Hindi Pedagogy related to Hindi language EducationSavitaShinde5
 
पारिभाषिक शब्दावली LATEST JOBS NEWS
पारिभाषिक शब्दावली      LATEST JOBS NEWSपारिभाषिक शब्दावली      LATEST JOBS NEWS
पारिभाषिक शब्दावली LATEST JOBS NEWSPRADEEP KUMAR
 

Último (6)

अखिल भारतीय क्षत्रिय पोवार महासंघ द्वारा पोवारी दिवस कार्यक्रम
अखिल भारतीय क्षत्रिय पोवार महासंघ द्वारा पोवारी दिवस कार्यक्रमअखिल भारतीय क्षत्रिय पोवार महासंघ द्वारा पोवारी दिवस कार्यक्रम
अखिल भारतीय क्षत्रिय पोवार महासंघ द्वारा पोवारी दिवस कार्यक्रम
 
PRESENTED on upsarg aur pratya Hindi grammar
PRESENTED on upsarg aur pratya Hindi grammarPRESENTED on upsarg aur pratya Hindi grammar
PRESENTED on upsarg aur pratya Hindi grammar
 
Mains Checklist 34 by Aashish Arora (1).pdf
Mains Checklist 34 by Aashish Arora (1).pdfMains Checklist 34 by Aashish Arora (1).pdf
Mains Checklist 34 by Aashish Arora (1).pdf
 
कठपुतली कविता। का। सारांश।
कठपुतली        कविता।        का।     सारांश।कठपुतली        कविता।        का।     सारांश।
कठपुतली कविता। का। सारांश।
 
CTET Hindi Pedagogy related to Hindi language Education
CTET Hindi Pedagogy related to Hindi language EducationCTET Hindi Pedagogy related to Hindi language Education
CTET Hindi Pedagogy related to Hindi language Education
 
पारिभाषिक शब्दावली LATEST JOBS NEWS
पारिभाषिक शब्दावली      LATEST JOBS NEWSपारिभाषिक शब्दावली      LATEST JOBS NEWS
पारिभाषिक शब्दावली LATEST JOBS NEWS
 

Honeysuckers

  • 1. हनी सकस पाइपर हत से नटे शन यव था अनौपचा रक े
  • 2. अंशतः एक शोध आधा रत बड़े शहर म मल का पु न पयोगः द ण भारत का एक शहर Elisabeth Kvarnström, Vectura Consulting, Inc. Joep Verhagen, IRC Mats Nilsson, MN Context Vishwanath Srikantaiah, Biome (responsible for this slide show) Karan Singh, Biome Shubha Ramachandran, Biome Minakshi Arora, Projected in Hindi
  • 3. बगलौर – जनसं या 90 लाख
  • 4. भारतीय से नटे शन(जनगणना 2011) सेि टक टक पट शौचालय • ( म लयन) • ( म लयन) • शहर 30.09 • शहर 55.97 • ामीण 24.67 • ामीण 17.68 • कल ु 54.76 • कल ु 73 .65 • कल ु 128.41
  • 5. सेि टक टक और पट शौचालय भ व य म ामीण इलाक म 113 म लयन और शहर इलाक म 14 म लयन शौचालय बनाए जाएंगे उनम भी अ धकांश पट शौचालय ह ह गे यह अपने आप म मल बंधन क े लये बड़ी चु नौती है
  • 6. बगलौर शहर म से नटे शन(जनगणना 2011) सेि टक टक 169,406 पट शौचालय 325,175 • • कल ु 494,581
  • 7. से नटे शन क वतमान नयम े द ए लॉयमट ऑव मैनु अल कवजस एंड क े ं शन ऑव ाई लैटर स ( ो ह बशम) ए ट 1993 • कनाटक ने इस अ ध नयम को 1997 म अपनाया। • सभी शौचालय म कम से कम 20 सेमी. क वाटर सील होनी चा हये। • हाथ से कसी भी मनु य का मैला नह ं उठाया जाएगा। • 208,323 + 586,087 = 794,410 लोग इस काम म लगे थे
  • 8. शहर सु वधाओं क उपयो गता • 100 एमएलडी सीवेज म से मा 400 एमएलडी को ह इक ा कया जाता है। • इक ा कये गए 400 एमएलड़ी म से मा 180 एमएलडी को ह प र कृ त कया जाता है। • से नटे शन पर सि सडी है लोग को सीवेज के लये मा 15 ह चु काने पड़ते ह। • नतीजतन दन दन बढ़ता न दय का दू षण
  • 9. न दय म उफनता झाग मु य कारण अप रशो धत सीवेज
  • 10. न दय म अप रशो धत सीवेज
  • 11. शहर से नटे शन म अनौपचा रक े
  • 12. कं ट क पट े
  • 13. अनौपचा रक र थान पर
  • 14. WC क साथ जु ड़ा पट शौचालय े
  • 15. यो ा का ढ़वाद रवैया
  • 16. शहर म पट शौचालय आम ह
  • 17. हनी सकस वै यू म से पट को साफ करते हु ए
  • 18. मशीनीकरण ने मैला ढोने क था को ख म कर दया
  • 19. अब क दे शी तकनीक से बनाए जा रहे ह
  • 20. उनम एक पानी का जेट और वै यू म ल नर(30 हा.पा.) लगा है
  • 21. हनी सकर को बनाया जा रहा है
  • 22. The barrels – informal sector body building works
  • 23. पू रे दे श म हो सकती है- चलती फरती तकनीक
  • 25. बगलोर म कर ब 300 हनी सकस काम कर रहे ह
  • 26. सु र त नपटान क लये ोटोकोल े वक सत करने क ज रत है
  • 27. सीवेज म पोषक त व क साथ रोगाणु े भी ह
  • 29. पानी क अपे ा म ी पोषक त व को हण कर सकती है
  • 30. बहु त सी रहाइश म रोजाना च कर लगाते ह
  • 31. सबसे महं गी इमारत म भी
  • 32. झा ड़य क पीछे े
  • 33. बगलोर वाटर स लाई एंड सीवेज बोड (बोड क एसट पी े ांगण म ि थत सीवर म हनीसकस क मा यम से घरे ल ू अप श े जल –मल क न तारण े सं बं धी दशा नदश) • 6 माह म एसट पी म दये जाने वाले जल-मल क बराबर 50 े . त कलो ल . क अनु पात म नॉन रफडेबल धनरा श जमा े ं करना। • 50 . त कलो. ल . तमाह • घरे लू अप श जल जो एसट पी ांगण क सीवर म न ता रत े कया जाएगा उस पर बोड ारा तय कये गए मानक लागू ह गे। • अभी तक 1एमएलडी क लये 75 पर मट दये गए ह। े (जब क 494,581 घर म सेि टक टक या पट शौचालय ह)
  • 34. अनौपचा रक े क ग त व धयां
  • 35. क पो ट बनाना (?) ग ढा
  • 36. े वाटर को मलाना
  • 37. क पो ट 2500 से 3500 तक बकता है एक े टर म (4 क.मी.) लोड होता है
  • 38. पर ण क लये क पो ट क नमू ने े े इक ा कये जाते ह
  • 39. सीवेज मल का उवरक के प म मह व पोषक त व औसत पोषक त व 1000 kg of sewage sludge 1000 kg of farm yard (10% TS) grams manure grams N 5.5 17.5 P2O5 17.5 17.5 K2 O 0.75 65 S (Total) 12.5 25 MgO 30 15 Cu (Total) 1.2 0.03 Zn (Total) 1.5 0.15 Mn (Total) 0.6 0.4 Mo (Total) 0.01 0.001 B (Total) 0.03 0.035 Source: Ludwig Sasse, BORDA, 1998, DEWATS Decentralised Wastewater Treatment in Developing Countries
  • 41. कले पर इसका इ तेमाल े
  • 44. जीवंत म ी- कचु ए और चीं टय के साथ
  • 45. सु पार क लये मानव मल े
  • 46. अथशा क क लये े • एक हनी सकर क क मत 800,000 /- • त प पर 1500 क वसू ल • एक दन म 5 प कर सकते ह • एक दन म आय 7500 मा सक आय 225,000 • वाषक आय 2.7 म लयन • बंधन आ द पर खचा - 400,000 • 6 मह ने म ह नवे शत धन क वसू ल • एक क 20,000 क जनसं या क लये काम कर े सकता है (बशत ग ढा त दे वष पर खाल करना हो)
  • 47. अथशा येक घर क लये े • 1500 त 2 वष पर • लगभग 60 तमाह • सीवेज से जु ड़ा होने पर मा 15
  • 48. अथशा कसान क लये े • मु त उवरक • मजदू र पर खच 5000 • त एकड़ बचतः 20,000 से 50,000 तक कवल खाद से ( त वष त एकड़ म े 10-25 े टर लोड होते ह)
  • 49. पोषक क ा ता क लये जमीन क े आव यकता • त हे टे यर म 250 क लोड होते ह • एक हे टे यर म 2500 लोग क पोषक त व े • 50,000 क जनसं या क लये 20 हे. जमीन े • 100,000 - 40 हे . • 1 म लयन या 10 लाख- 400 हे टे यर
  • 50. अब आगे… • बजनेस और से नटे शन क से दे श म व मान अनु भव क बेहतर समझ बनाना • सभी शहरवा सय को से नटे शन सेवा उपल ध कराने क लये इस अनु भव को सरकार तर े पर वीकायता दे ना
  • 51. अब आगे… • भारत म गैर-सीवरे ज या जमीन आधा रत से नटे शन यव था को शा मल करने करने के लये ोटोकोल वक सत करना • जमीन आधा रत से नटे शन यव था से पोषक क े रखरखाव, प रवहन, कपोि टं ग और इ तेमाल क ं े लये कानू नी ेमवक और ोटोकोल वक सत करना • पोषक त व क पु न पयोग क लये पोषक - े े रोगाणु ओं क बेहतर समझ और सु र त इ तेमाल क लये शोध काय े
  • 52. अब आगे… • अ धका रय ारा भवन योजनाओं क वीकृ त क े समय सीवेज नपटान यव था को शा मल करना • जमीन उपयोग क योजनाओं म जल-मल क कपोि टं ग क लये थान का च ह करण करना ं े • शौचालय और े-वाटर क लये अलग-अलग े यव था • ग ढे और भू मगत जल क संबंध को समझना े और गैर- दू षण आधा रत डजाइन यव था बनाना
  • 53. Guidelines for the safe use of wastewater, excreta and grey water Cost-effective strategies for controlling negative health impacts • Treatment of wastewater, excreta and greywater is used to prevent the contaminants from entering the environment. • Crop/produce restriction is used to minimize health risks to product consumers. • Waste application techniques (e.g. drip irrigation) and withholding periods aim to reduce contamination of the products or allow sufficient time for pathogen dieoff in the environment prior to harvest. • Exposure control methods (e.g. protective equipment, good hygiene) will prevent environmental contamination from reaching exposed groups. • Produce washing/rinsing/disinfection and cooking reduce exposures for product consumers. • Vector control reduces exposures for workers and local communities. • Chemotherapy and immunization can either prevent illness for those who are exposed or treat those who are ill and thus reduce future pathogen inputs into the wastewater, excreta or greywater. Source: WHO 2006
  • 54. ध यवाद! Minakshi Arora/ Siraj Kesar Yamuna Waterkeeper Trust For Research on Earth & Environment- TREE Delhi