डाइइटिशन शीला सहरावत
हानिकारक
इन दिनों बासी व खुला पदार्थ बिल्कुल नहीं खाना चाहिये। क्योंकि इससे हैजा होने की संभावना अधिक रहती है। तले और मिर्च मसाले युक्त पदार्थों का सेवन अधिक न करें। खाने-पीने की वस्तुएं ढंक कर रखना चाहिये। भूख से अधिक खाकर पेट को भारी न करें बल्कि भूख से एक और कम ही खाये, अन्यथा अधिक भोजन करने से अपच, उल्टी और दस्त की शिकायत हो सकती है। दूसरी बात लंबे समय तक भूखा भी न रहे। भोजन के अभाव में शरीर में कमजोरी ही नहीं आती बल्कि वायु प्रकोप भी होती है। इन दिनों बाजारों में अनेक बोतल बंद पेय मिलते हैं, जिसमें अप्राकृतिक सुगंध और केमिकल्स तथा साखरीन का प्रयोग होता है, जो शरीर के लिए हानिकारक होता है।
लाभदायक
इन दिनों बाजारों में अनेक बोतल बंद पेय मिलते हैं, जो शरीर के लिए हानिकारक होता है। सबसे अच्छा उपाय यही करे कि घर में ही थंडई बनाये। थंडई में दही की लस्सी, कोकम का तेल, शरबत, नींबू, शरबत या शिकंजी बनाकर लें। बलवर्धन के लिये सुगंधित, शर्करा मिश्रित थंड पेय लें। ये सभी गर्मी की परेशानियों से राहत दिलाते हैं। इस मौसम में प्यास बुझाने के लिये मौसमी फल जैसे अंगूर, अन्नस, अनार, आम व नारियल का रस पिये। इसके अतिरिक्त पके तरबूज, इमली, खरबूज, आम व ककड़ी का , खान-पान में जरा सी असावधानी होने पर कई भयंकर व्याधियों (बीमारियों) से इंसान घिर जाता है। यदि आहार-विहार मौसम के अनुसार करें तो अपने शरीर और स्वास्थ्य की रक्षा कर सकता है। इसलिए गर्मी के मौसम में खान-पान हल्का व सादा होना चाहिये। भोजन में मौसमी सब्जियों, दूध, दही व मट्ठे को भी सम्मिलित करना चाहिये। ये सभी स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी फायदेमंद होते हैं। भोजन में शाक, सब्जी, कच्चा सलाद और हरी सब्जी की अधिक मात्र शामिल करे और चपाती, चावल ,आलू की मात्र कम रखे इससे फैट नहीं बढ़ेगा और एक्स्ट्रा फैट भी खतम हो जायेगा #weightlosstips #weightloss #slimmingtips
* WhatsApp करे < आपका नाम> <जगह> < आपका शहर> to 88-2626-0707
* एसएमएस “ DIET “ To 56161
* मिस्सकाल दे 9266-888-222.
* हमें फोन करे; 8010-888-222, 88-0088-0715,
85-8881-4141,
83-7700-3565,
83-7700-3558.
* देखे www.dietclinic.in/bma.html
El documento presenta una autoevaluación de una tarea del módulo IV. La autoevaluación indica que se cumplieron todos los aspectos formales y requerimientos del portafolio, blog, descripción del software, mapa mental y foro.
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85-8881-4141,
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