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Ram Krishna
Ram KrishnaLecturer em CCEM

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विज्ञापन
आज के युग में विज्ञापनों का महत्ि स्ियंसिद्ध है। जूते - चप्पल िे लेकर टाई - रूमाल तक हर चीज
विज्ञावपत हो रही है। सलपस्टीक, पािडर, नेलपासलश, माथे की बिन्दिया विज्ञापनों का विषय है। नमक जैिी
आम इस्तेमाल की िस्तुएँ भी विज्ञापनो िे अछू ती नहीं रह पायी है। िाजार में िढती प्रततद्िदद्विता और
विज्ञापनो के िढ़ते प्रभाि को लेकर तरह-तरह की आशाएं - आशंकाएँ उपभोक्ताओं में है, परदतु सिक्के का
िूिरा पहलू भी है। विज्ञापन अपने छोटे िे िंरचना में िहुत कु छ िमाये होते है। िह िहुत कम िोलकर
भी िहुत कु छ कह जाते है। यदि विज्ञापनों के इि गुण और ताकत को हम िमझने लगें तो अधधकांश
विज्ञापन हमारे िामने कोई आक्रमणकारी अस्र न रहकर कला के श्रेष्ठ नमूने िनकर उभरेंगे।
विज्ञापन क्यों?
आज विज्ञापन हमारी न् ंिगी का एक अहम दहस्िा िन चुका है, िुिह आंख खुलते ही चाय की
चुस्की के िाथ अख़िार में िििे पहले न र विज्ञापन पर ही जाती है। घर के िाहर पैर रखते ही
हम विज्ञापन की िुतनया में तघर जाते है। चाय की िुकान िे लेकर िाहनों और दििारों तक हर
जगह विज्ञापन ही विज्ञापन दिखाई िेते हैं ।
ककिी भी तथ्य को यदि िार-िार लगातार िोहराया जाये तो िह ित्य प्रतीत होने लगता है - यह
विचार ही विज्ञापनों का आधारभूत तत्ि है। विज्ञापन जानकारी भी प्रिान करते है। उिाहरण के
सलए कोई भी िस्तु जि िाजार में आती है, उिके रूप-रंग- िरंचना ि गुण की जानकारी
विज्ञापनों के माध्यम िे ही समलती है। न्जिके कारण ही उपभोगता को िही और गलत की
पहचान होती है। इिसलए विज्ञापन हमारे सलए जरूरी है।
जहाँ तक उपभोक्ता िस्तुओं का ििाल है, विज्ञापनों का मूल उद्िेश्य ग्राहको के अिचेतन मन पर
छाप छोड जाता है और विज्ञापन इिमें िफल भी होते है। ये कहीं पे तनगाहे, कही पे तनशाना का
िा अदिाज है।
विज्ञापन रचना-प्रक्रिया
विज्ञापन तैयार करने िे पहले उद्यमी के दिमाग में यह िात स्पष्ट होती है कक उिका उपभोक्ता
कौन है? और अपने विज्ञापनों में उद्यमी /विज्ञापन एजेंिी उिी उपभोक्ता िमूह को िम्िोधधत
करती है। उि िमूह की रूधच, आितों एिं महत्िाकांक्षाओं को लक्ष्य करके ही विज्ञापन की भाषा,
धचर एिं अखिार, पबरकाओं, िम्प्रेषण माध्यमों का चुनाि ककया जाता है। उिाहरणाथथ - यदि कोई
उद्यमी मदहलाओं के सलए कोई िस्तु तैयार करता है तो उिकी शैली तनम्न िातों के आधार पर
तनधाथररत होगी -
उपभोक्ता िमूह - मदहलाएँ
आधथथक - मध्यम/ तनम्न/ उच्च
शैक्षक्षक स्तर - िाधारण/ उच्च
अपनी िलोनी त्िचा के सलए मैं कोई ऐिी- िैिी क्रीम इस्तेमाल नहीं करती ।
(अि ये पंन्क्त अतत िाधारण है, परदतु उिमें कई तछपे अथथ तनदहत है। अपनी िलोनी त्िचा के
माध्यम िे िेहतर दिखने की महत्िाकांक्षा को उभारा गया है, जिकक ऐिी - िैिी शब्ि िे भय
उत्पदन करता है कक िस्ती क्रीम तनश्चय ही त्िचा के सलए हातनकारक होगी।)
यदि िस्तु की खरीििार मध्यम श्रेणी की मदहलाएं हो तो विज्ञापन फु िफु िायेगा -
न्जिका था आपको इंतजार............एक क्रीम जो आपकी त्िचा को कमनीय िनाये...... आपके
पतत आपको िेखते रह जायें.....................
अख़िार
अखिारों के विज्ञापन ग्राहकों की एक विस्तृत श्रृंखला के सलए अपने व्यापार को िढ़ािा कर
िकते हैं . िगीकृ त सलन्स्टंग एक विसशष्ट अनुभाग में विषय शीषथकों के तहत कर रहे हैं , जिकक
प्रिशथन विज्ञापन, कागज भर में रखा जाता है.
आप अपने राज्य / महानगर अखिार में विज्ञापन और अपने स्थानीय िमाचार पर के िंयोजन
के सलए आप िििे अच्छा पररणाम िेता है कक समल िकता है.
पबरका
एक विशेषज्ञ पबरका में विज्ञापन जल्िी और आिानी िे अपने लक्ष्य िाजार तक पहुंच िकता है
. पाठकों ( अपने िंभावित ग्राहकों के सलए) उनके अिकाश पर पबरकाओं को पढ़ने और ध्यान
आकवषथत करने के सलए अपने विज्ञापन कई मौके िे रही है , लंिे िमय तक के सलए उदहें रखने
के सलए करते हैं .
अपने उत्पािों रंग में प्रिसशथत करने के सलए की जरूरत है तो एक पबरका में चमकिार विज्ञापनों
आिशथ हो िकते हैं - िे आम तौर पर महंगे हैं , हालांकक .
पबरका आमतौर पर इि तरह के एक विसशष्ट शहर के रूप में एक छोटे िे क्षेर की िेिा नहीं
करते . अपने लक्ष्य िाजार िंचलन का के िल एक छोटा िा प्रततशत है , तो विज्ञापन लागत
प्रभािी नहीं हो िकता है .
रेडडयो
रेडडयो पर विज्ञापन अपने लक्षक्षत िशथकों तक पहुँचने के सलए एक शानिार तरीका है . अपने
लक्ष्य िाजार एक विशेष स्टेशन को िुनता है, तो तनयसमत रूप िे विज्ञापन के सलए नए ग्राहकों
को आकवषथत कर िकते हैं .
हालांकक, ध्ितन की अपनी िीमाएं हैं . श्रोताओं के सलए यह मुन्श्कल है कक िे िुना है और कभी
कभी रेडडयो विज्ञापन का प्रभाि खो दिया है क्या याि करने के सलए समल िकता है. काफी
आपकी लागत िढ़ जाती है - जो इि पर कािू पाने के सलए िििे अच्छा तरीका तनयसमत रूप
िे अपने िंिेश िोहराना है. आप तनयसमत रूप िे अपने विज्ञापन खेलने का जोखखम नहीं उठा
िकते हैं, तो आप रेडडयो विज्ञापन मजिूत पररणाम उत्पदन नहीं करता है कक समल िकता है.
िूरिशथन
टेलीविजन एक व्यापक पहुंच है और आप एक िडे क्षेर में एक िडे िाजार को पूरा अगर इि
तरह के विज्ञापन के आिशथ है . टीिी विज्ञापनों आप िे खरीिने के सलए एक ग्राहक को मनाने
के सलए दृन्ष्ट, ध्ितन , आंिोलन और रंग का फायिा है. आप अपने उत्पाि या िेिा कै िे काम
करता है प्रिसशथत करने के सलए की जरूरत है अगर िे विशेष रूप िे उपयोगी हैं .
एक टीिी विज्ञापन का तनमाथण ककया है और कफर एक विज्ञापन स्लॉट खरीिने आम तौर पर
महंगा है . विज्ञापन इकाइयों में िेचा (जैिे 20, 30 , 60 िेकं ड ) और लागत आपके विज्ञापन
दिखाई िेता है न्जिमें िमय स्लॉट के अनुिार सभदन है .
तनिेसशका
तनिेसशका िूची व्यििायों नाम या श्रेणी (जैिे फोन तनिेसशका ) िे . तनिेसशका के िंिभथ उन
ग्राहकों अक्िर पहले िे ही खरीिने के सलए उनके मन िनाया है - िे अभी िे खरीिने के सलए
जो तय की जरूरत है .
छापा तनिेसशकाओं िे अधधक ऑनलाइन तनिेसशका का िडा लाभ यह है कक आप अपने व्यििाय
के नाम , पता या टेलीफोन नंिर ििलते हैं तो आप आिानी िे तनिेसशका में तारीख करने के
सलए इिे रख िकते हैं. तुम भी नई िेिाओं या अपने व्यििाय के िारे में जानकारी जोड िकते
हैं.
अपने लक्ष्य िाजार वप्रंट और ऑनलाइन तनिेसशका का उपयोग करता है, यह िोनों में विज्ञावपत
करने के सलए उपयोगी हो िकता है.
होडडिंग
होडडिंग िडक मागथ िे िंके त हो िकता है , ििों , टैन्क्ियों और ििों पर खेल स्टेडडयमों या
पोस्टर पर होडडिंग . िडे होडडिंग एक िडा प्रभाि के िाथ अपने िंिेश में प्राप्त कर िकते हैं . िे
काम करने के सलए यारा के रूप में ही ग्राहकों को हर दिन अपने बिलिोडथ गुजरती हैं, तो आप
उदहें एक उत्पाि खरीिना चाहते हैं की उदहें लगता है कक पहले व्यापार होने की िंभािना है .
होडडिंग की भी िििे िडी आमतौर पर जानकारी का एक िीसमत मारा में होते हैं ; अदयथा , िे
पढ़ने के सलए मुन्श्कल हो िकता है . अपनी िेििाइट के पते िदहत यह आिान ग्राहकों का
पालन करें और अपने व्यापार के िारे में और अधधक जानकारी प्राप्त करने के सलए िनाता है.
डायरेक्ट मेल , कै टलाग और परक
डायरेक्ट मेल िीधे ग्राहकों के सलए सलखने का मतलि . अधधक िटीक अपनी मेसलंग िूची या
वितरण क्षेर , अपने लक्ष्य िाजार की अधधक आप तक पहुंच जाएगा . आप अपने िशथकों का
चयन करें और अपने व्यििाय के अनुरूप करने के सलए िमय की योजना कर िकते हैं के रूप
में एक प्रत्यक्ष मेल दृन्ष्टकोण , अधधक व्यन्क्तगत है . प्रत्यक्ष मेल के िारे में अधधक जानकारी
प्राप्त करें .
कै टलाग , ब्रोशर और पुन्स्तकाएं भी अपने लक्षक्षत क्षेर के सलए वितररत ककया जा िकता है .
अपने िीधे मेल के िाथ एक ब्रोशर िदहत एक दिलचस्पी ग्राहक अपने उत्पािों और िेिाओं के
िारे में अधधक जानकारी िेने के सलए एक शानिार तरीका है . Letterbox िूंिों और हाथ का
उपयोग कर परक विपणन के िारे में अधधक जानें .
ऑनलाइन
इंटरनेट पर विज्ञापन के सलए नए ग्राहकों को आकवषथत करने के सलए एक लागत प्रभािी तरीका
हो िकता है . आप एक कम कीमत पर एक िैन्श्िक िशथकों तक पहुँच िकते हैं . कई ग्राहकों
िे खरीिने के सलए न्जिे तय करने िे पहले ऑनलाइन कारोिार अनुिंधान .
एक अच्छी तरह िे डडजाइन िेििाइट तुम िे खरीिने के सलए ग्राहकों को लुभाने कर िकते हैं .
ऑनलाइन कारोिार करने के िारे में अधधक जानें .
अपने व्यापार के ऑनलाइन विज्ञापन करने के सलए अदय तरीके हैं - आप िामान्जक मीडडया
िाइटों , ब्लॉग्ि और खोज इंजन और अदय िेििाइटों के सलए अपने लक्षक्षत िशथकों का िौरा उि
पर अपने उत्पािों या िेिाओं को िढ़ािा िेने िकता है . िामान्जक मीडडया के िारे में अधधक
जानकारी प्राप्त करें .
उपभोक्ता व्यिहार पर विज्ञापन और िंिधथन का प्रभाि
जागरूकता िढ़ी
विज्ञापन और प्रचार के सलए उपभोक्ताओं को एक खिर िमारोह प्रिान करते हैं. विज्ञापनों के
िशथकों िे खिर में घटनाओं के िारे में जानने के सलए िहुत पिंि है , नए उत्पािों और उदहें
उपलब्ध िेिाओं के िारे में जानने के . यह जानकारी िमारोह एक तटस्थ भूसमका है. यह
उपभोक्ताओं िे अनुमोिन या अस्िीकृ तत के बिना तथ्यों प्रिान करता है . इि स्तर पर ग्राहक
व्यिहार न्जज्ञािा का भाि शासमल हैं .
िुविधाओं का विश्लेषण
िे एक उत्पाि या िेिा की विशेषताओं को िेखने जि उपभोक्ताओं को विज्ञापन के सलए एक
तकथ िंगत प्रततकक्रया है . यह प्रततकक्रया भेंट की िभी कायाथत्मक पहलुओं के एक ताककथ क सलन्स्टंग
पर कें दित है. इि िन्ल्क एक भािनात्मक एक िे , एक िौद्धधक प्रततकक्रया है .
लाभ के Evaluaton
ग्राहकों को लाभ तौलना करते हैं, िे विज्ञापन और िंिधथन के िाथ भािनात्मक रूप िे शासमल हो
जाते हैं. उपभोक्ताओं को उत्पाि या िेिा , उदहें खुश कर उनके जीिन में िुधार या उदहें खुशी
िे िकते हैं तरीकों की पहचान . उपभोक्ता प्रततकक्रया का यह दहस्िा तकथ हीन है और उत्पाि
प्राप्त करने के सलए आिेग खरीिने और प्रततस्पधाथ िढ़ िकता है.
अनुस्मारक
िोहराया विज्ञापन िंिेश उपभोक्ता व्यिहार को प्रभावित . इि पुनरािृवि उपभोक्ता के सलए एक
चेतािनी के रूप में कायथ करता है . अनुस्मारक िे उपजी है कक व्यिहार में यह उपभोक्ता के
सलए " करना" िूची पर ककया गया था के रूप में यदि अचानक , खरीिारी , जिकक एक उत्पाि
की िोच रहे हैं और इिे खरीिने के सलए एक तनणथय लेने में शासमल हैं.
िफािारी या अलगाि की पिोदनतत
उपभोक्ता व्यिहार उत्पाि अपने विज्ञावपत लाभ पर तनभथर रहता है ककतनी अच्छी तरह पर
तनभथर करता है िफािारी और अलगाि की भािना के िीच विभाजन. कॉपोरेट व्यिहार - तरह के
घोटालों या िान के काम के रूप में - भी अलगाि की भािना और तनष्ठा प्रततकक्रयाओं को
प्रभावित कर िकते हैं . उपभोक्ता इि विकल्प िनाती है एक िार , विज्ञापन और िंिधथन कक
तनणथय पूिथित करने की िंभािना नहीं हैं .
क्रीम आपकी पहंच में है।
ये ख्याल में रखकर कक अधधकांश तनम्न मध्यम िगथ की मदहलाएँ घर में ही सिमटी होती हैं,
पतत का उल्लेख भी है।
यदि उपभोक्ता िमूह तनम्न आधथथक िगथ का हो तो विज्ञापन कु छ यूँ िात करेगा -
ये िस्ती और श्रेष्ठ है, इिीसलये तो राधा, माया, ििदती भी इिे इस्तेमाल करती है।
(लोग िंस्ता माल चाहते हैं , घदटया माल किावप नहीं। अतः श्रेष्ठ िताकर यह प्रकट ककया गया
कक यह ऐिी - िैिी नहीं है।
राधा-माया- ििदती इत्यादि नामों का उल्लेख यह सिद्ध करने के सलए ककया गया है कक इि
िगथ के अदय लोग भी इिे इस्तेमाल करते है, यानी कक यह एक अपनायी गयी एिं स्िीकृ त िस्तु
है।)
विज्ञापन
विजुअल्स/ चचत्ाांकन
भाषा एिं शैली ही नहीं, अवपतु विजुअल्ि या धचराकं न भी विज्ञापन का महत्िपूणथ अंग है। ये
धचर, ग्राफ्ि इत्यादि भाषा के प्रभाि को और भी प्रिलता प्रिान करते है। ये िि भी उपभोक्ता
िमूह को मद्िेनजर रखकर ही तैयार ककये जाते है।
उिाहरण स्िरूप यदि काँलेज के विद्याधथथयों के सलए कोई िस्तु तैयार की गई है तो चुस्त- फु तथ
युिक - युिततयों का िमूह विज्ञापन में िशाथया जायेगा या कफर एक खूििूरत युिती को तनहारते
युिक दिखाये जायेंगे। .................. और स्लोगन धीमे िे फु िफु िायेगा आपको कानों में -
न्जिने भी िेखा.......................िेखता ही रह गया.............
एक युिक िाईक पर ििार उिे िेखकर .................मुग्ध नियौिनाएँ।
(विज्ञापन की कापी कहेगी............राजेश काँलेज का हीरा है।..............अि और कु छ कहा नहीं जा
रहा है, परदतु यह िुझाया जा रहा है कक िाईक महाविद्यालय में लोकवप्रयता िढाती है।)
एक मशीनी चीता तेज रफ्तार िे िौडते हुए आता है। उि पर िैठा व्यन्क्त उिको तनयंबरत करता
है। चीता एक िाईक में ििल गया..................
(जो िुझाि है, िे इि तरह है............. चीता रफ्तार का प्रतीक है, यानी ये िाईक तेज रफ्तार िे
िौड िकती है। मशीनी चीते की जदटलता उि उच्च तकनीक को प्रगट करती है, न्जिके माध्यम
िे िाईक तैयार की गई। चीता शान्क्त का प्रतीक है........ अतः यह मनुष्य की पररन्स्थततयों को
तनयंबरत करने की इच्छा को उभारता है। िुझाि यह है कक एक शन्क्तशाली िाईक को तनयंबरत
करने िाला युिक अपने पौरूष को असभव्यक्त करता है।)
अि आप िमझ िकते हैं कक भाषा एिं धचरों का यह गठिदधन उपभोक्ताओं पर ककतना गहरा
अिर डाल िकने में िक्षम है। ये श्रोताओं के मन में ििी - छु पी इच्छाओं को उभारते है। यही
कारण है कक उपभोक्ता जि िस्तुएँ खरीिता है, ति िह सिफथ पैककं ग में सलपटा माल ही नहीं
खरीिता, अवपतु अपनी प्रिुप्त इच्छाओं की पूततथ भी करता है।
कोई मदहला जि लक्ि िािुन खरीिती है, ति िह सिफथ स्नान के सलए िािुन नहीं क्रय करती है,
अवपतु कफल्म असभनेबरयों का िा- िौदियथ पाने की जो आकांक्षा है, उिकी कीमत भी अिा करती
है। (क्राउनींग ग्लोरी की डडम्पल, सिदथाल के िाथ विनोि खदना भी इदही आकांक्षाओं को उभारने
का िाधन है)।
इि तरह एक छोटा िा विज्ञापन िहुत िडी ताकत अपने आप में तछपाये होता है। यह एक लक्ष्य
को तनधाथररत कर शुरू होता है। और चुपके िे अपनी िात कह जाता है। विज्ञापन का मूल
उद्िेश्य ककिी िस्तु विशेष को क्रय करने का िुझाि िेना है। विज्ञापन कभी सिर पर चोट नहीं
करता, िह तो हमारी पीठ में कोहनी मारता है। िह भाषा, शैली, ध्ितन, धचर, प्रकाश के माध्यम िे
हमारे अिचेतन िे िततयाता है। विज्ञापन िुझाि ऐिे िेता है -
मैं सिदथाल इस्तेमाल करता हूँ। (क्या आप करते है?)
हमको बिदनीज माँगता (आपको क्या मांगता?)
फे ना ही लेना ।
जल्िी कीन्जये.................सिफथ तारीख तक।
कोई भी चलेगा मत कदहये .........................मांधगये।
विज्ञापन िार-िार िस्तु के नाम का उललेख करता है, न्जििे कक उनका नाम आपको याि हो
जाये। जि आप िुकान पर जाते है तो कु छ यूँ होता है ............
आप कहते है िािुन िीन्जये........
िुकानिार: कौन िा चादहये, िहनजी?
िि यही िक्त है, जि आपके अिचेतन में पडे
े़
विज्ञापन अपना खेल खेलते हैं, िे कहते
है................कोई भी चलेगा मत कदहये ............. क ख ग ही मांधगये।
या
मैं सिदथाल इस्तेमाल करता हूँ - विनोि खदना
िरिों िे कफल्म असभनेबरयँ लक्ि इस्तेमाल करती है।
जो विज्ञापन आपकी प्रिुप्त इच्छाओं को पूरा करता है, िह िाजी मार जाता है।
सम्प्प्रेषण की कला
यह स्पष्ट है कक विज्ञापन प्रतीकों के माध्यम िे अपनी िात कहता है। िह कभी हास्य के
माध्यम िे, कभी लय के माध्यम िे, कभी -कभी भय उत्पदन करके भी अपने लक्ष्य को प्राप्त
करने का प्रयत्न करता है। विज्ञापन की कलात्मकता एिं िृजनात्मकता इि िात में तनदहत है कक
यह पररन्स्थततयों को नये नजररये िे िेखने की कोसशश करता है।
न्जि तरह एक कवि बिम्िों के माध्यम िे अपनी भािनाऒं को असभव्यक्त करता है। उिी प्रकार
एक विज्ञापन भी प्रततकात्मक रूप िे मानिीय इच्छाओं, भािनाओं एिं कामनाओं का स्पशथ करता
है।
टीिी विज्ञापन
टीिी विज्ञापन या टीिी कमर्शियल , न्जिे अक्िर िि कमर्शियल , विज्ञापन , ऐड या ऐड क्रिल्म
(भारत) कहा जाता है-िदिेश पहुंचाने िाले ककिी िंगठन द्िारा ककए गए भुगतान के तहत उिके
सलए तनसमथत टीिी कायथक्रम का एक विविध रूप है. विज्ञापन िे प्राप्त होने िाला राजस्ि
अधधकांश तनजी स्िासमत्ि िाले टीिी नेटिकों के सलए वििपोषण के एक िहुत िडे दहस्िे का
तनमाथण करता है. आजकल के अधधकांश टीिी विज्ञापनों में िंक्षक्षप्त विज्ञापन अंश शासमल होते हैं
जो कु छ िेकं ड िे लेकर कई समनट तक चल िकते हैं (इिके िाथ ही िाथ कायथक्रम के लंिे
इदफोमसशथयल). टीिी के इस्तेमाल के आरम्भ िे ही इि तरह के विज्ञापनों का इस्तेमाल तरह-
तरह के उत्पािों, िेिाओं और विचारों को िढ़ािा िेने के सलए ककया जाता रहा है.
विज्ञापन िेखने िाली जनता पर िाखणन्ज्यक विज्ञापनों का काफी िफल और व्यापक अिर पडा
है.
िंयुक्त राज्य अमेररका िदहत कई िेशों में टीिी असभयान विज्ञापन को राजनीततक असभयान के
सलए अपररहायथ माना जाता है. फ़्ांि जैिे अदय िेशों में टीिी पर राजनीततक विज्ञापन पर भारी
प्रततिदध है[1]
और कु छ िेशों जैिे नॉिे में इि पर पूरी तरह िे प्रततिदध है
इतिहास
प्रथम टीिी विज्ञापन का प्रिारण 1 जुलाई 1941 को िंयुक्त राज्य अमेररका में ककया गया था.
घडीिा िुलोिा ने ब्रूकसलन डोजिथ और कफलाडेन्ल्फया कफसलज के िीच एक िेििॉल खेल िे पहले
दयूयॉकथ स्टेशन डब्ल्यूएनिीटी पर एक विज्ञापन प्रस्तुत करने के सलए 9 डॉलर का भुगतान ककया
था. 10 िेकं ड िाले एक स्पॉट में िंयुक्त राज्य अमेररका के एक नक़्शे पर रखी एक िीिार घडी
की तस्िीर दिखाई गई न्जिके िाथ "अमेररका रदि ऑन िुलोिा टाइम" की आिाज गूंजी थी.[2][3]
यूके में प्रथम टीिी विज्ञापन का प्रिारण 21 सितम्िर 1955 को आईटीिी पर ककया गया था
न्जिमें धगब्ि एिआर टूथपेस्ट का विज्ञापन दिया गया था. 1990 के िशक के आरंसभक िौर तक
टीिी विज्ञापन का खचथ के िल महत्िपूणथ तनिेश करने की इच्छु क िडी कं पतनयां ही उठा िकती थीं
लेककन डेस्कटॉप िीडडयो के आगमन ने कई छोटे और स्थानीय कारोिाररयों को स्थानीय के िल
टीिी िेिाओं पर टीिी विज्ञापन का प्रिारण करने का अििर प्रिान ककया.
अर्िलक्षण
कई टीिी विज्ञापनों में आकषथक झंकार (गीत या धुन) या आकषथक िाक्यांश (नारे) दिखाई िेते हैं
जो अनिरत विचार पैिा करते हैं जो टीिी िशथकों के मन में विज्ञापन असभयान के खत्म होने के
िाि भी कायम रह िकते हैं. इन विज्ञापन झंकारों या आकषथक िाक्यांशों में िे कु छ का उनके
जीिन िे ग्रहण ककए हुए हो िकते हैं जो पररहाि या "ररफ्ि" को जदम िेते हैं जो कफल्मों, टीिी
शो, मैगजीनों, हास्य पुस्तकों या िादहत्ि में दिखाई िेते हैं. कहा जा िकता है कक इन िीघथस्थायी
विज्ञापन तत्िों ने आम लोगों की पॉप िंस्कृ तत के इततहाि में एक जगह िना ली है न्जनके सलए
उदहें प्रस्तुत ककया गया था. इिका एक उिाहरण 1950 के िशक िे 1970 के िशक तक विंस्टन
सिगरेट्ि के सलए अठारह िाल तक चलने िाले विज्ञापन असभयान का स्थायी िाक्यांश "विंस्टन
टेस्ट्ि गुड लाइक ए सिगरेट शुड" (दहंिी अनुिाि: विंस्टन का स्िाि उतना ही िेहतर है न्जतना
एक सिगरेट को होना चादहए) है. विज्ञापन असभयान के िमाप्त होने के िाि भी लगभग िो
िशकों तक इि आकषथक िातचीत और इिके प्रत्यक्ष िदिभों के सभदन रूप दिखाई िेते रहे. एक
और िाक्यांश "व्हेयिथ ि िीफ?" (दहंिी अनुिाि: गोमांि कहाँ है?) है जो इतना लोकवप्रय हुआ कक
इिका इस्तेमाल िॉल्टर मोंडेल ने भी 1984 के राष्रपतत पि के चुनाि में कर डाला. इिके अलािा
एक और लोकवप्रय आकषथक िाक्यांश "आई हैि फालेन एण्ड आई कांट गेट अप" (दहंिी अनुिाि:
मैं धगर गया हूँ और मैं उठ नहीं िकता) है जो अभी भी कभी-कभार दिखाई िे जाता है जिकक
इिका इस्तेमाल पहली िार आज िे लगभग िो िशक पहले ककया गया था. कु छ विज्ञापन एजेंिी
अधधकाररयों ने एक िे अधधक स्थायी नारों को जदम दिया है जैिे मैरी िेल्ि लॉरेंि न्जदहें कु छ
ऐिे मशहूर नारों को जदम िेने का श्रेय प्राप्त है न्जनका इस्तेमाल आज भी ककया जाता है जैिे
"रेज योर हैंड इफ यू आर स्योर" (दहंिी अनुिाि: अगर आपको यकीन है तो अपना हाथ उठाएं),
"आई लि दयूयॉकथ " (मुझे दयूयॉकथ िहुत पिंि है) और "रस्ट ि समडाि टच" (समडाि के स्पशथ
िाली कहानी पर यकीन करें).
विज्ञापन एजेंसियां अपने रचनात्मक विपणन असभयानों में एक माध्यम के रूप में अक्िर हास्य
का इस्तेमाल करती हैं. िास्ति में कई मनोिैज्ञातनक अध्ययनों ने हास्य के प्रभािों और िशक्त
विज्ञापन अनुनय िे उिके िम्िदध का प्रिशथन करने का प्रयाि ककया है.
धचर:Lasolcommercial.jpg
एक एतनमेटेड टीिी विज्ञापन
विज्ञापनों में अक्िर एनीमेशन का इस्तेमाल ककया जाता है. हाथ िे िने पारंपररक एनीमेशन िे
कं प्यूटर एनीमेशन की तस्िीरों में अंतर हो िकता है. एतनमेटेड पारों का इस्तेमाल करने िे
विज्ञापन में कु छ आकषथण पैिा हो िकता है न्जिे कलाकारों या के िल उत्पािों के प्रिशथन िे प्राप्त
करना मुन्श्कल है. फै शन जगत में होने िाले पररितथनों िे िंिंधधत विज्ञापनों में भी एनीमेशन
िफल िाबित हुए हैं. इिसलए एतनमेटेड विज्ञापन (या ऐिे विज्ञापनों की एक श्रृंखला) कई
दृष्टादतों में कई िशकों तक काफी लंिे िमय तक चल िकते हैं. उल्लेखनीय उिाहरणों में
के लोग्ि अनाजों के सलए विज्ञापनों की श्रृंखला शासमल है न्जिमें स्नैप, करैकल एण्ड पॉप और
टोनी ि टाइगर ने भी असभनय ककया है. एनीमेशन में अक्िर िास्तविक कलाकारों को भी प्रस्तुत
ककया जाता है. एतनमेटेड विज्ञापन स्थायी लोन्रप्रयता हासिल कर िकते हैं. यूके में िििे यािगार
टीिी विज्ञापनों के सलए ककिी भी लोकवप्रय िोट में (जैिे आईटीिी[4]
या चैनल 4[5]
पर) तनरपिाि
रूप िे िूची में शीषथ स्थान प्राप्त करने िाले विज्ञापनों में एनीमेशन शासमल है जैिे क्लासिक
स्मैश और कक्रएचर कम्फट्थि विज्ञापन.
अदय िीघथस्थायी विज्ञापन असभयान लोगों को आश्चयथ के माध्यम िे या िशथक को चक्कर में
डालकर भी आकवषथत करते हैं जैिे एनजाथईजर िदनी विज्ञापन श्रृंखला. इिकी शुरुआत 1980 के
िशक के अंततम िौर में एक िाधारण तुलना विज्ञापन के रूप में हुई थी जहाँ िैटरी िे चलने
िाले खरगोशों िे भरे एक कमरे में उदहें अपना-अपना ड्रम िजाते हुए िेखा गया था न्जनमें िे
एनजाथईजर िैटरी िाले एक खरगोश छोडकर िाकी िभी खरगोश धीरे-धीरे धीमे पडते चले गए.
िालों िाि इि लाभिायक विज्ञापन के एक िंशोधधत िंस्करण में एनजाथईजर खरगोश था जो
चरणों को पार करते हुए आगे िढ़ता जा रहा था (एनाउंिर के अनुिार िह "चलता ही जा रहा
है..."). इिके िाि एक और विज्ञापन दिखाई दिया: िशथक इि िात िे अनजान थे कक परिती
"विज्ञापन" अिल में अदय जाने-माने विज्ञापनों का एक नक़ल था जि तक एनजाथईजर खरगोश
का अचानक आगमन नहीं हुआ जहाँ एनाउंिर कह रहा था "अभी भी चलता जा रहा है..."
(एनजाथईजर िैटरी कं पनी का इि िात पर जोर िेने का तरीका कक उनकी िैटरी अदय प्रमुख
िैटररयों की तुलना में अधधक िमय तक चलती है). यह विज्ञापन असभयान लगभग 15 िाल तक
चलता रहा. खुि िूिरों ने भी एक कू िथ लाईट िीयर विज्ञापन के माध्यम िे मोशन वपक्चिथ में
और यहाँ तक कक गीको इंश्योरेंि के ितथमान विज्ञापनों में भी एनजाथईजर िदनी श्रृंखला की नक़ल
की गई है.
दुतनया िर के टीिी विज्ञापन
टीिी विज्ञापन कायथक्रमों के िीच में दिखाई िेते हैं लेककन िे अंतरालों पर भी उनमें हस्तक्षेप करते
हैं. स्क्रीतनंग विज्ञापनों के इि तरीके का मकिि िशथक के ध्यान को आकवषथत करना होता है जो
िशथकों का ध्यान टीिी कायथक्रम पर िनाए रखते हैं ताकक चैनल को ििलने की उनकी इच्छा न
हो; इिके िजाय िे कायथक्रम के अगले खंड का इंतजार करते िमय विज्ञापनों को (आशापूिथक)
िेखेंगे. हालांकक ररमोट कं रोल िे अि िशथक आिानी िे विज्ञापनों को "अनुकू ल" िना लेते हैं
न्जिके सलए उदहें विज्ञापन आने के िमय सिफथ आिाज को िंि करना या यहाँ तक कक चैनल
को ििल िेना होता है. इिके अलािा लोग कायथक्रम के चालू होने का इंतजार करते िमय
विज्ञापनों के िौरान िूिरे कामों में लग जाते हैं. इिके अततररक्त टीिी ररकॉडडिंग तंरों जैिे
डीिीआर और दटिो की मिि िे िशथक टीिी कायथक्रम के िौरान विज्ञापन को पूरी तरह िे छोडकर
आगे िढ़ने में िक्षम हो गए हैं.
पूरा उद्योग पूरी तरह िे इि काम पर अपना नजर जमाए हुए हैं कक िशथकों के मन में विज्ञापनों
के प्रतत इतनी रुधच भर िी जाए कक िे विज्ञापनों का िेिब्री िे इंतजार करने लगे. नीलिन रेदटंग
सिस्टम यह पता लगाने के सलए स्टेशनों के सलए एक तरीके के रूप में मौजूि है कक उनके टीिी
कायथक्रम ककतने िफल है ताकक िे यह फै िला कर िके कक अपने विज्ञापनों के सलए उदहें
विज्ञापकों िे ककि िर िे शुल्क ििूल करना चादहए.
कायथक्रम का कु छ िमय विज्ञापनों के प्रिारण में चला जाता है. कमसशथयल ब्रेक भी अि अधधक
लंिे हो गए हैं. 1960 के िशक में लगभग एक घंटे चलने िाला एक अमेररकी कायथक्रम विज्ञापनों
को छोडकर 51 समनट तक चलता था. आजकल इिी तरह का एक कायथक्रम के िल 42 समनट तक
ही चलता है; 30 समनट िाले एक िमय खंड में अि कायथक्रम के सलए 22 समनट[6]
ही समलते हैं
और छः समनट राष्रीय विज्ञापन और िो समनट स्थानीय विज्ञापन में िीत जाता है. यहाँ तक कक
कु छ नेटिकथ भी 18 समनट िाले एक कायथक्रम या 12 समनट िाले एक विज्ञापन विभाजन का
इस्तेमाल करते हैं.[कृ पया उद्धरण जोडें]
उिाहरण के तौर पर 1960 के िशक के मध्य के आरंसभक िौर
में 101 समनट चलने िाली कफल्म ि विजाडथ ऑफ ओ (1939) के टीिी प्रिारण में विज्ञापनों के
िाथ िो घंटे लगते हैं. आजकल उिी कफल्म का प्रिारण विज्ञापन िदहत लगभग िो घंटे 15
समनट तक चलेगा.
िूिरे शब्िों में, 10 घंटों की अिधध में अमेररकी िशथक लगभग तीन घंटे विज्ञापन िेखेंगे जो कक
1960 के िशक की तुलना में िोगुना है. इिके अलािा, अगर 1960 के िशक के ककिी कायथक्रम
आज कफर िे चलाया जाए तो अततररक्त विज्ञापनों के सलए जगह िनाने के सलए विषय िामधग्रयों
को िंपादित या उिमें कांट-छांट ककया जा िकता है. अभी हाल के िषों में ही इिकी लम्िाई
िढ़कर औित िो समनट हो गई है.
1950 और 1960 के िशकों में विज्ञापनों की औित लम्िाई एक समनट थी. िाल िीतने के िाथ-
िाथ औित लम्िाई घटकर 30 िेकं ड हो गई (और अक्िर 10 िेकं ड जो टीिी स्टेशन की विज्ञापन
िमय की खरीिारी पर तनभथर था) लेककन उनमें िे ज्यािातर विज्ञापनों को अि ब्रेक के िौरान
दिखाया जाता है जिकक 60 के िशक में प्रत्येक ब्रेक के िौरान के िल एक या िो विज्ञापनों को
दिखाया जाता था. िहरहाल आजकल ज्यािातर विज्ञापन 15 िेकं ड िे ज्यािा चलते हैं (न्जदहें
अक्िर "हुक" कहा जाता है).
टीिी विज्ञापनों को एक आईएििीआई कोड द्िारा पहचाना जाता है.
प्रततिंध
2 जनिरी 1971 िे अमेररकी टीिी होने िाले सिगरेट के विज्ञापनों पर प्रततिदध लगा दिया गया.
शराि उत्पािों के विज्ञापन की अनुमतत है लेककन टीिी विज्ञापन में ककिी भी शराि उत्पाि के
िेिन की अनुमतत नहीं है. 1990 के िशक के अंततम िौर िे टीिी विज्ञापन ने अधधक विविध रूप
धारण कर सलया है[कृ पया उद्धरण जोडें]
और जो-जो घरेलू उत्पाि और खाद्य पिाथथ नए नहीं रह गए हैं
उनका अि आम तौर पर विज्ञापन नहीं दिया जाता है जैिा कक िीििीं ििी के अंततम िौर के
मध्य में होता था.[कृ पया उद्धरण जोडें]
अचेतन िंिेशों पर भी प्रततिदध लगा दिया गया है
टीिी विज्ञापनों का िविष्य
हालांकक कई िेशों में सिगरेट के विज्ञापनों को प्रततिंधधत ककया गया है, विज्ञापन अभी भी रेि इिेंट के
प्रिारण िे प्रकट हो िकता है.
टीिी कायथक्रमों को ककिी हाडथ ड्राइि में ररकॉडथ करने की अनुमतत िेने िाले दटिो जैिे डडन्जटल
िीडयो ररकॉडथरों (न्जदहें डडन्जटल टीिी ररकॉडथ या डीटीआर के नाम िे भी जाना जाता है) और
स्काई+, डडश नेटिकथ और एस्रो मैक्ि जैिी िेिाओं के शुरू होने िे िशथकों को ररकॉडथ ककए गए
कायथक्रमों के विज्ञापनों को आगे िढ़ने या अपने आप उिे छोडकर आगे तनकलने में िक्षम िना
दिया है.
अक्िर इि तरह की अटकलें लगाई जाती है कक टीिी विज्ञापनों को डडन्जटल िीडडयो ररकॉडथरों िे
खतरा है क्योंकक इनकी मिि िे िशथक उदहें न िेखने का विकल्प चुन िकते हैं. हालांकक यूके िे
प्राप्त ििूत िे पता चलता है कक अि तक ऐिा कोई मामला िामने नहीं आया है. 2008 के अंत
में यूके के 22 प्रततशत पररिारों के पाि डीटीआर था. इनमें िे ज्यािातर पररिारों के पाि स्काई+
था और इन घरों िे समले आंकडों (स्काईव्यू[20]
के 33000 िे अधधक पैनल के माध्यम िे एकबरत)
िे पता चलता है कक ककिी भी घर में डीटीआर आ जाने िे उि पररिार के लोग 17 प्रततशत
ज्यािा टीिी िेखते हैं. उनके द्िारा िेखे जाने िाले कायथक्रमों में िे 82 प्रततशत कायथक्रमों को
िामादय रूप िे एक रैखखक रूप िे विज्ञापनों को आगे िढ़ाए बिना टीिी का प्रिारण होता है. िेखे
जाने िाले िमय-स्थानांतररत (अथाथत ्न्जदहें लाइि प्रिारण के रूप में नहीं िेखा जाता है) टीिी
कायथक्रमों में िे 18 प्रततशत में िशथक अभी भी िामादय गतत िे 30 प्रततशत विज्ञापन िेखते हैं.
कु ल समलाकर डीटीआर आ जाने िे अततररक्त िमय तक टीिी िेखने के पररणामस्िरूप िशथक
डीटीआर के आने िे पहले अपने टीिी िेखने के पररणाम की तुलना में डीटीआर आने के िाि
िामादय गतत िे 2 प्रततशत अधधक विज्ञापन िेख रहे हैं.
प्रिारक श्रोता अनुिदधान िोडथ (िीएआरिी) और लदिन व्यििाय स्कू ल द्िारा िास्तविक डीटीआर
व्यिहार पर ककए गए अध्ययनों िे स्काईव्यू के ििूत को िल समला है.
टीिी विज्ञापन के अदय रूपों में खुि टीिी कायथक्रमों में उत्पाि प्रततस्थापन विज्ञापन शासमल है.
उिाहरण के सलए, एक्िरीम मेकओिर: होम एडडशन विशेष रूप िे सियिथ, के नमोर और होम डडपो
के उत्पािों का इस्तेमाल करके इन कं पतनयों का प्रचार करता है और नस्कर के न्स्प्रंट कप जैिे
कु छ खेल कायथक्रमों का नामकरण प्रायोजकों के नाम पर ककया जाता है और यक़ीनन रेि कारों
को अक्िर विज्ञापनों िे ढँक दिया जाता है. िंयोग िे कम िे कम उिरी अमेररका में कई प्रमुख
खेल स्थलों का नामकरण ररंग्ले फील्ड के जमाने की िाखणन्ज्यक कं पतनयों के नाम पर ककया
गया है. नए माध्यमों जैिे स्रीसमंग ऑनलाइन िीडडयो के माध्यम िे वितररत ककए जाने िाले
टीिी कायथक्रम टीिी विज्ञापन िे राजस्ि उत्पदन करने के पारंपररक तरीकों में अलग-अलग
िंभािनाएं पैिा करते हैं.
अचिप्रचार
अचिप्रचार (Propaganda) उन िमस्त िूचनाओं को कहते हैं जो कोई व्यन्क्त या िंस्था ककिी िडे
जन िमुिाय की राय और व्यिहार को प्रभावित करने के सलये िंचाररत करती है।
िििे प्रभािी अधधप्रचार िह होता है न्जिकी िामग्री प्रायः पूणथतः ित्य होती है ककदतु उिमें
थोडी मारा अित्य, अधथित्य या ताककथ क िोष िे पूणथ कथन की भी हो।
अधधप्रचार के िहुत िे तरीके हैं। िुष्प्रचार का उद्िेश्य िूचना िेने के िजाय लोगों के व्यिहार और
राय को प्रभावित करना (ििलना) होता है।
प्रोपेगांडा का दहंिी में शान्ब्िक अथथ है प्रचार, अधधप्रचार अथिा मत-प्रचार। प्रोपेगंडा ककिी विशेष
उद्िेश्य िे, विशेष तौर िे राजनीततक उद्िेश्य के तहत, ककिी विचार और न ररये को फै लाने के
सलए ककया जाता है। लेककन इिकी िुतनयाि आम तौर पर ित्य पर नहीं दटकी होती। प्रोपेगंडा
की शुरुआत युद्ध के िौरान िुश्मन की िेना को नैततक रूप िे परान्जत करने के सलए एक अफ़िाह
के रूप में हुई थी। इिके िाि न् क्र समलता है कक 1622 में पंिहिें पोप ग्रेगरी ने िेदटकन में
प्रोटेस्टेंट िुधारों के खख़लाफ़ प्रोपेगंडा का काम िँभाला था। प्रोपेगंडा की छवि नकारात्मक उि
िमय िनी जि प्रथम विश्ियुद्ध के िौरान बब्रदटश िरकार ने अपने राजनीततक दहतों के पर में
व्यिन्स्थत रूप िे प्रोपेगंडा ककया। कालांतर में इिका उपयोग चुनाि-प्रचार के सलए भी होने लगा।
प्रारम्भ में इिे राजनीततक पादटथयों के चुनाि-प्रचार के िौरान प्रत्याशी के दहत में िमथथन खींचने
के सलए इस्तेमाल होता था। तत्पश्चात इिकी उपयोधगता िमझते हुए इिका विस्तार हुआ और
इिे विज्ञापन का भी अंग िना सलया गया। विज्ञापन के िाथ जुडने पर प्रोपेगंडा में िकारात्मक
पक्ष भी आया। िह भािनाओं को स्पशथ करने िाले एक िुखि एहिाि के िाहक की भूसमका
तनभाने लगा, और एक ख़ाि िंिभथ में रचनात्मक हो गया।प्रोपेगंडा द्िारा उपलब्ध करायी गयी
िूचना का आधार ऐततहासिक रूप िे िकारात्मक न होकर हमेशा िे ही नकारात्मक रहा है।
इिके माध्यम िे िी जाने िाली जानकारी प्रायः एक तरफ़ा और भ्रामक प्रकृ तत की होती है।
प्रोपेगंडा का उपयोग राजनीततक कारणों िे ककिी दृन्ष्टकोण-विशेष को िढ़ािा िेने के सलए शुरू
ककया गया था। आज प्रोपेगंडा का फलक काफ़ी व्यापक हो गया है और इिका उपयोग जान-िूझ
कर ककिी व्यन्क्त, िंस्था, राष्र, उत्पाि अथिा ककिी राजनीततक पाटी के िारे में नकारात्मक
िूचना फ़ै लाने के सलए ककया जाने लगा है। प्रोपेगंडा का िूिरा पक्ष यह है कक इिे एक विशेष
प्रकार के िंिेश के रूप में भी िेखा जाता है। एक ऐिे िंिेश के रूप में न्जिे ककिी विशेष
िंस्कृ तत, िशथन, विचार अथिा मत को ककिी नारे आदि के माध्यम िे िाजार और िमाज में
प्रचसलत करने के सलए ककया प्रचाररत जाता है।
युद्ध के िौरान झूठ को िच िाबित करने के सलए प्रोपेगंडा का उपयोग ककया जाता रहा है।
अमेररका इि प्रोपेगंडा का िििे िडा प्रयोक्ता माना जाता है। िह युद्ध के िौरान हमेशा ऐिी
ख़िर फै लाता है कक िह मानिता की रक्षा और आतंकिाि िे लडने के सलए युद्ध कर रहा है,
जिकक उिका मकिि कु छ और होता है। इिका िििे िडा उिाहरण वपछले िो िशकों में हुए
इराक और अफ़गातनस्तान के युद्धों में िेखने को समला। अमेररका हमेशा यह िताता रहा कक
आतंकिाि िे लडने के सलए ऐिा करना रूरी था जिकक िच्चाई यह थी कक िह अपने िैतनकों
के िाथ-िाथ ऐिे परकारों की फ़ौज भी लेकर चल रहा था जो उिके पक्ष के थे या न्जदहें ख़रीि
सलया गया था। ये परकार अपनी ख़िरों को लाइि (आँखों िेखा हाल) दिखाने के नाम पर ऐिी
जानकारी का प्रिारण करते रहे जो िच नहीं थी। ऐिी परकाररता को ही जडडत परकाररता या
इम्िेडडड जनथसल म कहा जाता है। इि तरह की परकाररता में एक पक्ष की इच्छा के अनुिार
ररपोदटिंग की जाती है और िच को गायि कर दिया जाता है। कई िार इि इि परकाररता का
उपयोग राजनीततक पादटथयों द्िारा अपने पक्ष में जनमत िनाने के सलए भी ककया जाता है।
कु छ िंचारशान्स्रयों की मादयता है कक प्रोपेगंडा का उद्भि जन-िंचार माध्यमों के विकाि के
िाि हुआ। िे इिे िंचार के दहस्िे के रूप में िेख कर मानते हैं कक जनमत को अपनी तरफ़
आकवषथत करने के सलए ककया जाने िाला िंचार प्रोपेगंडा का एक प्रकार है। यहाँ िंचार और
प्रोपेगंडे के िंिंध पर गौर करना रूरी है।
इक्कीििीं ििी के प्रारन्म्भक िौर में रेडडयो के अविष्कार ने प्रोपेगंडा को एक विशेष उछाल
दिया। रेडडयो के माध्यम िे काफ़ी कम िमय में एक व्यापक जन-िमूह तक अपनी िात को
पहुँचाया जा िकता है। रेडडयो के विकाि ने स्ियं-प्रेररत और प्रायोन्जत िूचना को फै लाने का ही
काम नहीं ककया, िरन ् इिने उि विज्ञापन का भी िूरपार ककया न्जिके विकसित रूप आज
विसभदन रूपों में हमारे िामने हैं। रेडडयो के विकाि के पहले इतने कम िमय में एक व्यापक
जन-िमूह तक िीधे-तौर पर अपनी िात पहुँचा पाना अिम्भि िा था। यह रूर है कक वप्रंट
माध्यम द्िारा भी िीधे तौर पर िूचना का िम्प्रेषण ककया जा िकता था, लेककन िमाचार परों
के पाठक कम ही थे। पाठक िनने के िाथ िाक्षरता की शतथ भी जुडी हुई थी। रेडडयो ने विज्ञापन
के एक निीन िंिार का अनािरण ककया जहाँ पढ़ने की योग्यता होना रूरी नहीं था। इििे
विज्ञापन की पहुँच और प्रभाि का िायरा अिीसमत हो गया। विज्ञापन के िाथ-िाथ राजनीततक
प्रोपेगंडा का भी विस्तार िहुत तेजी िे हुआ।
रेडडयो के िाि प्रोपेगंडा को टीिी के आगमन ने एक और नया उछाल दिया। टीिी ने रेडडयो को
अपिस्थ तो नहीं कर पाया, लेककन रेडडयो के मुकािले इिकी विश्ििनीयता लोगों को ज़्यािा
प्रामाखणक न र आयी। िडी-िडी कम्पतनयों ने जि अपने उत्पािों को िढ़ा-चढ़ा कर पेश ककया तो
लोगों ने उि प्रचार में अपनी छवि िेखनी शुरू कर िी। इिीसलए विज्ञापन गुरु अलेक पद्मिी ने
एक िार कहा था कक भारत के लोग जि ककिी िस्तु के ग्राहक िनते हैं तो िह तकथ िे कम और
भािना िे ज़्यािा िनते हैं। उदहोंने सलररल िािुन के विज्ञापन का उिाहरण िेते हुए कहा कक
‘आपको क्या लगता है यह जो लडकी बिकनी पहनकर झरने में नहाती है और नींिू की ख़ुशिू के
एहिाि जैिी तरोता ा महिूि करती है, तो िह क्या िचमुच िास्तविक भारत के गाँिों और
शहरों में िम्भि है? जहाँ एक िाल्टी पानी ढंग िे नहाने के सलए निीि होता, िहाँ िह नींिू की
ख़ुशिू िाले एहिाि का अनुभि कै िे हो िकता है?’ इिी आधार पर पद्मिी कहते हैं कक
विज्ञापन प्रोपेगंडा के माध्यम िे उपभोक्ता के िामने एक ऐिी छवि तनसमथत कर िेता है न्जिमें
उपभोक्ता अपनी छवि िेखने लगते हैं।
हाल ही के िषों में इंटरनेट और ई-मेल के आविष्कार ने प्रोपेगंडा को िैन्श्िक विस्तार दिया।
मिलन िेि-माध्यमों में िह ताकत है जो स्थानीय मुद्िे को िैन्श्िक मुद्िा िना िकती है।
भौगोसलकता की िारी िीमाओं का िेि-माध्यमों ने उल्लंघन करके िम्पूणथ िुतनया को एक छोटे िे
गाँि में तब्िील कर दिया है। क्षण भर में लोकल िे ग्लोिल हो जाने के सलए लोगों ने इंटरनेट
प्रणाली का जम कर लाभ उठाया है। एक स्थानीय गायक और लोकल िंगीत कै िे कु छ िमय में
ही इंटरनेट के माध्यम िे िििे लोकवप्रय िंगीत िन जाता है इिका िििे िशक्त उिाहरण है
कोलािेरी डी नामक गीत। माके दटंग की भाषा में न्जिे हम िाइरल माके दटंग के नाम िे जानते हैं
िरअिल िह मीडडया की भाषा में प्रोपेगंडा ही है।
एक तरफ़ तो प्रोपेगंडे को नकारात्मक िात िकारात्मक ढंग िे पेश करने िाला माध्यम की तरह
िेखा जाता है, और िूिरी तरफ़ प्रोपेगंडा प्रचार का एक ऐिा हुनर भी है न्जिमें ककिी विषय-िस्तु
को कु छ इि तरीके िे पेश ककया जाता है कक उिकी तरफ़ लोग आकवषथत हो जाएँ। िंिंधधत
विषय को एक ऐिी भाषा, लय और िंगीत के माध्यम िे प्रस्तुत ककया जाए कक आम उपभोक्ता
अपनापन महिूि करके उि उत्पाि के िाथ जुड जाता है। इिके सलए मीडडया के विसभदय
माध्यमों का िहारा सलया जाता है। जैिे : टेसलवि न, रेडडयो, िैनर, इंटरनेट, बिलिोडथ, लीफ़लेट
इत्यादि। भािनाओं को स्पशथ िेने की इि भूसमका में नकारात्मक पक्ष सिफ़थ इतना ही है कक ऐिा
प्रोपेगंडा मनुष्य की ताककथ कता का िंहार करके उिकी जगह पर भािनात्मक पक्ष को ज़्यािा
प्रभािी िना िेता है।
दुष्प्रचार के प्रमुख हचियार
 अधथित्य का उपयोग
 ककिी विचार या िरल नारे को िार-िार िोहराना
 ककिी विचार के पक्ष या िमथथन में िडी-िडी हन्स्तयों का नाम िताना (अपील टू
एथॉररटी)
 आम जनता को ककिी िूिरे (प्रायः अपने विरोधी का) भय दिखाना (अपील टू फीयर)
 ऐिा प्रचाररत करना कक अधधकांश लोग ऐिा कर रहे हैं। (िैण्डिैगन)
 सुन्दर या प्रर्सद्ि लोगों उपयोगः प्रायः ककिी उत्पाि के विज्ञापन के सलये ककया जाता है।
आम लोग गलती िे िोचने लगते हैं कक यदि िे भी उि उत्पाि का उपयोग करेंगे तो
िुदिर या प्रसिद्ध हो जायेंगे।
 ऐिा प्रचाररत करना कक के िल िो ही विकल्प उपलब्ध हैं - एक यह और िूिरा अपने
विरोधी का (ब्लैक ऐण्ड ह्िाइट का झूठ)
 अतत-िरल िामादयीकरण ( न्ग्लटररंग जनरलाइजेशन )
 अतत-िरलीकरण
 ककिी व्यन्क्त, पुस्तक या शास्र को गलत प्रिंग में उद्धृत करना
 ककिी िुरे आिमी के िाथ अपने विरोधी का नाम लेना या जोडज्ञा (नेम कासलंग)
 िसल का िकरा िनाना - िोष ककिी तीिरे व्यन्क्त या िमूह पर डाल कर िच तनकलना
 नारे (स्लोगन)
विज्ञापन का मायाजाल
यह भी कहा जा िकता है कक विज्ञापन को िूचना िेने का जररया माना जाता था। पर, यह अिधारणा काफी पहले ही
खंडडत हो चुकी है। आज तो हालात ऐिे है कक विज्ञापन का पूरा करोिार ‘जो दिखता है िही बिकता है’ के तजथ पर
चल रहा है। मांग और आपूततथ की अिधारणा को तोडते हुए अि मांग पैिा करने पर जोर है। आज विज्ञापन का मूल
उद्िेश्य िूचना प्रिान करने की िजाए उत्पाि विशेष के सलए िाजार तैयार करना िन कर रह गया है।
विज्ञापन का इततहाि भी काफी पुराना है। मौजूिा रूप तक पहुंचने के सलए इिने लंिा िफर तय ककया है। िैन्श्िक
स्तर पर अगर िेखा जाए तो विज्ञापन की शुरूआत के िाक्ष्य 550 ईिा पूिथ िे ही समलते हैं। भारत में भी विज्ञापन
की शुरुआत िदियों पहले हुई है। यह िात और है कक िमय के िाथ इिके तौर-तरीके ििलते गए।
िहरहाल, अगर ऐततहासिक िाक्ष्यों को खंगाला जाए तो पता चलता है कक शुरूआती िौर में विज्ञापन, समश्र, यूनान और
रोम में प्रचसलत रहा है। समश्र में विज्ञापन कायथ के सलए पपाईरि का प्रयोग ककया जाता था। उल्लेखनीय है पपाईरि
पेड के तने में एक खाि तरह की िस्तु होती थी, न्जि पर कु छ सलखा जा िकता था। िहां इि पर िंिेश अंककत
करके इिका प्रयोग पोस्टर के रूप में ककया जाता था। इिे िीिार पर धचपका दिया जाता था। िहीं प्राचीन यूनान और
रोम में इिका प्रयोग खोया-पाया विज्ञापनों के सलए ककया जाता था। िीिारों और पत्थरों पर पेंदटंग के जररए भी उि
िौर में विज्ञापन ककया जाता था। अगर िाल पेंदटंग को भी विज्ञापन के प्रेषण का माध्यम मान सलया जाए तो इिका
इततहाि तो और भी पुराना है। ऐिे िाक्ष्य समले हैं न्जनके आधार पर इिकी शुरुआत चार हजार िषथ ईिा पूिथ मानी
जा िकती है।
खैर! ये उि िौर की िात है जि नई तकनीकों का ईजाि नहीं हो पाया था। जैिे-जैिे िमय आगे िढ़ा, विज्ञान ने पूरे
पररदृश्य में ही क्रांततकारी ििलाि ला दिया। इि िजह िे कई कायों में िुगमता तो आयी ही, िाथ ही िाथ अनेक
मोचों पर काम करने का ढंग भी ििल गया। जादहर है, तकनीक के प्रभाि िे विज्ञापन भी नहीं िच पाया।
पंिहिीं और िोलहिीं शताब्िी के िौरान मुिण के क्षेर में व्यापक पररितथन हुआ। वप्रंदटंग मशीनों का चलन िढ़ने
लगा। इि िजह िे विज्ञापन के सलए छपे हुए पचों का प्रयोग होने लगा। ितथमान युग में विज्ञापनों के बिना ककिी
अखिार का चलना अिंभि िरीखा ही लगता है। पर, शुरूआती िौर में लंिे िमय तक अखिारों ने विज्ञापन िे िूरी
िनाए रखी थी। िैिे कई जानकार ऐिे भी हैं जो यह मानते हैं कक उि िक्त लोग यह िोच ही नहीं पाते थे कक
विज्ञापन का जररया अखिार भी िन िकता है। इि तकथ को पूरी तरह नकारा नहीं जा िकता है।
िमाचार परों में विज्ञापन की शुरुआत िरहिीं शताब्िी में हुई। इिकी शुरूआत इंग्लैंड के िाप्तादहक अखिारों िे हुई
थी। उि िमय पुस्तक और ििाओं के विज्ञापन प्रकासशत ककए जाते थे। अठारिीं शताब्िी में भी इि क्षेर में काफी
प्रगतत हुई। इि ििी में अथथव्यिस्था मजिूत हो रही थी। इि िजह िे विज्ञापन को भी मजिूती समल रही थी। इिी
िौर में िगीकृ त विज्ञापनों का चलन शुरू हुआ जो अभी भी काफी लोकवप्रय है। इिकी शुरुआत अमेररका िे हुई, जहां
अखिारों में खिर लगाने के िाि िीच-िीच में िचे हुए छोटे-छोटे स्थानों पर िूचनात्मक विज्ञापनों का प्रयोग कफलर
के तौर पर होता था। आज विज्ञापनों का महत्ि ककतना िढ़ गया है, इिका अंिाजा आप इि िात िे लगा िकते हैं
कक कई अखिारों में विज्ञापन िेने के िाि िची जगह में ही खिर लगाई जाती है।
कहा जा िकता है कक खिरों का प्रयोग ही विज्ञापनों के सलए कफलर के तौर पर ककया जा रहा है। विज्ञापनों की
ताकत में िाफ तौर पर काफी ईजाफा हुआ है। विज्ञापन के इततहाि का एक अहम मोड िगीकृ त विज्ञापनों को कहा
जा िकता है। िुतनया की पहली विज्ञापन एजेंिी 1841 में िोस्टन में खुली। इिका नाम िालनी पामर था। इिी
एजेंिी ने अखिारों िे विज्ञापन के एिज में कमीशन लेने की शुरूआत की। उि िक्त यह एजेंिी पच्चीि प्रततशत
कमीशन लेती थी।
मौजूिा िौर में विज्ञापन में मदहलाओं के िढ़ते प्रयोग पर काफी धचंता जताई जा रही है। आज मदहलाओं के जररए
विज्ञापन में कामुक पुट डालना आम िात है। शायि ही कोई ऐिा विज्ञापन दिखता है न्जिमें प्रिशथन के रूप में नारी
िेह का प्रयोग नहीं ककया गया हो। विज्ञापन तनमाथताओं के सलए यह िात कोई खाि मायने नहीं रखती है कक
विज्ञावपत िस्तु मदहलाओं के प्रयोग की है या नहीं। कई विज्ञापन तो ऐिे भी होते हैं न्जनमें मदहलाओं की कोई
आिश्यकता नहीं है। पर यह िाजार आधाररत अथथव्यिस्था का ही अिर है कक नारी की काया को बिकने िाले उत्पाि
में पररिततथत कर दिया गया है। इिके िहारे पूंजी उगाहने का भरिक प्रयाि ककया जाता है।
िैिे िीििीं ििी की शुरुआत िे ही विज्ञापनों में औरतों का प्रयोग होने लगा था। उि िक्त विज्ञापन िनाने िालों ने
यह तकथ दिया कक मदहलाएं घर की खरीििारी में अहम भूसमका तनभाती हैं। इि सलहाज िे उनका विज्ञापनों में
प्रयोग ककया जाना फायिे का िौिा है। विज्ञापन के क्षेर में पहले पुरुष ही होते थे, ककं तु िाि में इि काम िे मदहलाएं
भी जुडने लगीं। िस्तुत: नारी को िेक्िुअल रूप में पेश करने िाला िुतनया का पहला विज्ञापन भी एक अमेररकी
मदहला ने ही िनाया था। उिके िाि तो इि चलन को अद्भुत िफलता समली। अि तो िगैर िेक्िी लडकी को
दिखाए विज्ञापन पूरा ही नहीं होता है। ब्लेड िे लेकर रक तक के विज्ञापन में नारी काया की माया का िहारा सलया
जा रहा है। उि िक्त तो विज्ञापनों के सलए वप्रंट ही एकमार माध्यम था। इलैक्रातनक माध्यम के आने के िाि नारी
को और विकृ त रूप में दिखाने की होड लग गई।
िीििीं शताब्िी के िूिरे िशक िे रेडडयो का प्रिारण आरम्भ हुआ। उि िमय कायथक्रमों का प्रिारण िगैर विज्ञापन
के ककया जाता था। ऐिा इिसलए था क्योंकक पहला रेडडयो स्टेशन स्ियं रेडडयो की लोकवप्रयता िढ़ाने के सलए
स्थावपत ककया गया था। जि रेडडयो स्टेशनों की िंख्या िढ़ी तो िाि में चलकर इिमें विज्ञापनों की शुरुआत
प्रायोन्जत कायथक्रमों के जररए हुई। उि िक्त विज्ञापन िेने िालों के व्यििाय िे िंिंधधत जानकारी कायथक्रम की
शुरुआत और आखखरी में िी जाती थी।
उिके िाि रेडडयो स्टेशन चलाने िालों ने अधधक पैिा कमाने के सलए नया रास्ता तनकाला। पूरा कायथक्रम प्रायोन्जत
करने के िजाए एक ही कायथक्रम में छोटे-छोटे टाइम स्लाट के सलए विज्ञापन ढूंढे गए। यह प्रयोग काफी िफल रहा।
आज भी िामादय तौर पर विज्ञापन के इिी फारमेट का प्रयोग रेडडयो पर होता है। इिी रेंड को टेलीविजन ने भी
अपनाया। इंग्लैंड में इि िात को लेकर वििाि भी हुआ कक रेडडयो एक जनमाध्यम है और इिका प्रयोग व्याििातयक
दहतों के सलए नहीं होना चादहए। पर िमय के िाथ रेडडयो की ताकत और पहुंच िढ़ती गई। िाथ ही िाथ विज्ञापन
के सलए भी यह िशक्त माध्यम िनता गया।
पचाि के िशक में टेलीविजन पर भी छोटे-छोटे टाइम स्लाटों पर विज्ञापन दिखाया जाने लगा। टीिी की िुतनया में
ऐिा इिसलए हुआ क्योंकक, पूरे कायथक्रम का एक प्रायोजक नहीं समल रहा था। हालांकक, िाि में टेलीविजन पर भी
प्रायोन्जत कायथक्रम प्रिाररत होते रहे। उि िमय कायथक्रम के कं टेंट में प्रायोजक का काफी िखल होता था। कई
कायथक्रम तो ऐिे भी थे न्जनका पूरा न्स्क्रप्ट विज्ञापन एजेंिी िाले ही सलखते थे।
विज्ञापन के क्षेर में िाठ के िशक में व्यापक ििलाि आया। रचनात्मकता पर जोर िढ़ने लगा। ऐिे विज्ञापन िनाए
गए जो लोगों को िरिि अपनी ओर आकवषथत कर िकें । लोगों को िोचने पर वििश करने िाले विज्ञापन उि िौर में
िनाए गए। िाठ के िशक में िोक्ििैगन कार के विज्ञापन िे विज्ञापन की िुतनया में क्रांततकारी ििलाि लाने का
श्रेय बिल िनथिैय को जाता है। िरअिल, उि िौर को अमेररका के विज्ञापन इततहाि में रचनात्मक क्रांतत का िौर कहा
जाता है।
विज्ञापन एजेंसी
विज्ञापन एजेंसी या ऐड एजेंसी ऐिी िेिाओं का व्यापार है न्जिमें अपने ग्राहकों के सलए विज्ञापन
िनाना, उनका तनयोजन करना और िंभालना (कभी-कभी प्रचार के िूिरे तरीके ) भी शासमल हैं.
विज्ञापन एजेंिी ग्राहक िे पूणथ रूप िे स्ितंर होती है और ग्राहक के उत्पािों या िेिाओं को
िेचने के सलए अलग न ररया प्रिान करती है. एक एजेंिी अपने ग्राहकों के सलए विपणन, ब्रांड
िनाने और बिक्री िे जुडे प्रचार की िमग्र रणनीततयों को िंभाल िकती है.
विसशष्ट विज्ञापन एजेंसियों के ग्राहकों में उद्योग जगत औऱ तनगम, लाभ तनरपेक्ष िंगठन और
िरकारी एजेंसियां भी शासमल हैं. विज्ञापन के प्रचार के सलए एजेंसियों को ककराये पर भी सलया
जा िकता है.
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विज्ञापन

  • 1. विज्ञापन आज के युग में विज्ञापनों का महत्ि स्ियंसिद्ध है। जूते - चप्पल िे लेकर टाई - रूमाल तक हर चीज विज्ञावपत हो रही है। सलपस्टीक, पािडर, नेलपासलश, माथे की बिन्दिया विज्ञापनों का विषय है। नमक जैिी आम इस्तेमाल की िस्तुएँ भी विज्ञापनो िे अछू ती नहीं रह पायी है। िाजार में िढती प्रततद्िदद्विता और विज्ञापनो के िढ़ते प्रभाि को लेकर तरह-तरह की आशाएं - आशंकाएँ उपभोक्ताओं में है, परदतु सिक्के का िूिरा पहलू भी है। विज्ञापन अपने छोटे िे िंरचना में िहुत कु छ िमाये होते है। िह िहुत कम िोलकर भी िहुत कु छ कह जाते है। यदि विज्ञापनों के इि गुण और ताकत को हम िमझने लगें तो अधधकांश विज्ञापन हमारे िामने कोई आक्रमणकारी अस्र न रहकर कला के श्रेष्ठ नमूने िनकर उभरेंगे। विज्ञापन क्यों? आज विज्ञापन हमारी न् ंिगी का एक अहम दहस्िा िन चुका है, िुिह आंख खुलते ही चाय की चुस्की के िाथ अख़िार में िििे पहले न र विज्ञापन पर ही जाती है। घर के िाहर पैर रखते ही हम विज्ञापन की िुतनया में तघर जाते है। चाय की िुकान िे लेकर िाहनों और दििारों तक हर जगह विज्ञापन ही विज्ञापन दिखाई िेते हैं । ककिी भी तथ्य को यदि िार-िार लगातार िोहराया जाये तो िह ित्य प्रतीत होने लगता है - यह विचार ही विज्ञापनों का आधारभूत तत्ि है। विज्ञापन जानकारी भी प्रिान करते है। उिाहरण के सलए कोई भी िस्तु जि िाजार में आती है, उिके रूप-रंग- िरंचना ि गुण की जानकारी विज्ञापनों के माध्यम िे ही समलती है। न्जिके कारण ही उपभोगता को िही और गलत की पहचान होती है। इिसलए विज्ञापन हमारे सलए जरूरी है। जहाँ तक उपभोक्ता िस्तुओं का ििाल है, विज्ञापनों का मूल उद्िेश्य ग्राहको के अिचेतन मन पर छाप छोड जाता है और विज्ञापन इिमें िफल भी होते है। ये कहीं पे तनगाहे, कही पे तनशाना का िा अदिाज है।
  • 2. विज्ञापन रचना-प्रक्रिया विज्ञापन तैयार करने िे पहले उद्यमी के दिमाग में यह िात स्पष्ट होती है कक उिका उपभोक्ता कौन है? और अपने विज्ञापनों में उद्यमी /विज्ञापन एजेंिी उिी उपभोक्ता िमूह को िम्िोधधत करती है। उि िमूह की रूधच, आितों एिं महत्िाकांक्षाओं को लक्ष्य करके ही विज्ञापन की भाषा, धचर एिं अखिार, पबरकाओं, िम्प्रेषण माध्यमों का चुनाि ककया जाता है। उिाहरणाथथ - यदि कोई उद्यमी मदहलाओं के सलए कोई िस्तु तैयार करता है तो उिकी शैली तनम्न िातों के आधार पर तनधाथररत होगी - उपभोक्ता िमूह - मदहलाएँ आधथथक - मध्यम/ तनम्न/ उच्च शैक्षक्षक स्तर - िाधारण/ उच्च अपनी िलोनी त्िचा के सलए मैं कोई ऐिी- िैिी क्रीम इस्तेमाल नहीं करती । (अि ये पंन्क्त अतत िाधारण है, परदतु उिमें कई तछपे अथथ तनदहत है। अपनी िलोनी त्िचा के माध्यम िे िेहतर दिखने की महत्िाकांक्षा को उभारा गया है, जिकक ऐिी - िैिी शब्ि िे भय उत्पदन करता है कक िस्ती क्रीम तनश्चय ही त्िचा के सलए हातनकारक होगी।) यदि िस्तु की खरीििार मध्यम श्रेणी की मदहलाएं हो तो विज्ञापन फु िफु िायेगा - न्जिका था आपको इंतजार............एक क्रीम जो आपकी त्िचा को कमनीय िनाये...... आपके पतत आपको िेखते रह जायें..................... अख़िार अखिारों के विज्ञापन ग्राहकों की एक विस्तृत श्रृंखला के सलए अपने व्यापार को िढ़ािा कर िकते हैं . िगीकृ त सलन्स्टंग एक विसशष्ट अनुभाग में विषय शीषथकों के तहत कर रहे हैं , जिकक प्रिशथन विज्ञापन, कागज भर में रखा जाता है. आप अपने राज्य / महानगर अखिार में विज्ञापन और अपने स्थानीय िमाचार पर के िंयोजन
  • 3. के सलए आप िििे अच्छा पररणाम िेता है कक समल िकता है. पबरका एक विशेषज्ञ पबरका में विज्ञापन जल्िी और आिानी िे अपने लक्ष्य िाजार तक पहुंच िकता है . पाठकों ( अपने िंभावित ग्राहकों के सलए) उनके अिकाश पर पबरकाओं को पढ़ने और ध्यान आकवषथत करने के सलए अपने विज्ञापन कई मौके िे रही है , लंिे िमय तक के सलए उदहें रखने के सलए करते हैं . अपने उत्पािों रंग में प्रिसशथत करने के सलए की जरूरत है तो एक पबरका में चमकिार विज्ञापनों आिशथ हो िकते हैं - िे आम तौर पर महंगे हैं , हालांकक . पबरका आमतौर पर इि तरह के एक विसशष्ट शहर के रूप में एक छोटे िे क्षेर की िेिा नहीं करते . अपने लक्ष्य िाजार िंचलन का के िल एक छोटा िा प्रततशत है , तो विज्ञापन लागत प्रभािी नहीं हो िकता है . रेडडयो रेडडयो पर विज्ञापन अपने लक्षक्षत िशथकों तक पहुँचने के सलए एक शानिार तरीका है . अपने लक्ष्य िाजार एक विशेष स्टेशन को िुनता है, तो तनयसमत रूप िे विज्ञापन के सलए नए ग्राहकों को आकवषथत कर िकते हैं . हालांकक, ध्ितन की अपनी िीमाएं हैं . श्रोताओं के सलए यह मुन्श्कल है कक िे िुना है और कभी कभी रेडडयो विज्ञापन का प्रभाि खो दिया है क्या याि करने के सलए समल िकता है. काफी आपकी लागत िढ़ जाती है - जो इि पर कािू पाने के सलए िििे अच्छा तरीका तनयसमत रूप िे अपने िंिेश िोहराना है. आप तनयसमत रूप िे अपने विज्ञापन खेलने का जोखखम नहीं उठा िकते हैं, तो आप रेडडयो विज्ञापन मजिूत पररणाम उत्पदन नहीं करता है कक समल िकता है. िूरिशथन टेलीविजन एक व्यापक पहुंच है और आप एक िडे क्षेर में एक िडे िाजार को पूरा अगर इि तरह के विज्ञापन के आिशथ है . टीिी विज्ञापनों आप िे खरीिने के सलए एक ग्राहक को मनाने के सलए दृन्ष्ट, ध्ितन , आंिोलन और रंग का फायिा है. आप अपने उत्पाि या िेिा कै िे काम करता है प्रिसशथत करने के सलए की जरूरत है अगर िे विशेष रूप िे उपयोगी हैं . एक टीिी विज्ञापन का तनमाथण ककया है और कफर एक विज्ञापन स्लॉट खरीिने आम तौर पर महंगा है . विज्ञापन इकाइयों में िेचा (जैिे 20, 30 , 60 िेकं ड ) और लागत आपके विज्ञापन
  • 4. दिखाई िेता है न्जिमें िमय स्लॉट के अनुिार सभदन है . तनिेसशका तनिेसशका िूची व्यििायों नाम या श्रेणी (जैिे फोन तनिेसशका ) िे . तनिेसशका के िंिभथ उन ग्राहकों अक्िर पहले िे ही खरीिने के सलए उनके मन िनाया है - िे अभी िे खरीिने के सलए जो तय की जरूरत है . छापा तनिेसशकाओं िे अधधक ऑनलाइन तनिेसशका का िडा लाभ यह है कक आप अपने व्यििाय के नाम , पता या टेलीफोन नंिर ििलते हैं तो आप आिानी िे तनिेसशका में तारीख करने के सलए इिे रख िकते हैं. तुम भी नई िेिाओं या अपने व्यििाय के िारे में जानकारी जोड िकते हैं. अपने लक्ष्य िाजार वप्रंट और ऑनलाइन तनिेसशका का उपयोग करता है, यह िोनों में विज्ञावपत करने के सलए उपयोगी हो िकता है. होडडिंग होडडिंग िडक मागथ िे िंके त हो िकता है , ििों , टैन्क्ियों और ििों पर खेल स्टेडडयमों या पोस्टर पर होडडिंग . िडे होडडिंग एक िडा प्रभाि के िाथ अपने िंिेश में प्राप्त कर िकते हैं . िे काम करने के सलए यारा के रूप में ही ग्राहकों को हर दिन अपने बिलिोडथ गुजरती हैं, तो आप उदहें एक उत्पाि खरीिना चाहते हैं की उदहें लगता है कक पहले व्यापार होने की िंभािना है . होडडिंग की भी िििे िडी आमतौर पर जानकारी का एक िीसमत मारा में होते हैं ; अदयथा , िे पढ़ने के सलए मुन्श्कल हो िकता है . अपनी िेििाइट के पते िदहत यह आिान ग्राहकों का पालन करें और अपने व्यापार के िारे में और अधधक जानकारी प्राप्त करने के सलए िनाता है. डायरेक्ट मेल , कै टलाग और परक डायरेक्ट मेल िीधे ग्राहकों के सलए सलखने का मतलि . अधधक िटीक अपनी मेसलंग िूची या वितरण क्षेर , अपने लक्ष्य िाजार की अधधक आप तक पहुंच जाएगा . आप अपने िशथकों का चयन करें और अपने व्यििाय के अनुरूप करने के सलए िमय की योजना कर िकते हैं के रूप में एक प्रत्यक्ष मेल दृन्ष्टकोण , अधधक व्यन्क्तगत है . प्रत्यक्ष मेल के िारे में अधधक जानकारी प्राप्त करें . कै टलाग , ब्रोशर और पुन्स्तकाएं भी अपने लक्षक्षत क्षेर के सलए वितररत ककया जा िकता है . अपने िीधे मेल के िाथ एक ब्रोशर िदहत एक दिलचस्पी ग्राहक अपने उत्पािों और िेिाओं के
  • 5. िारे में अधधक जानकारी िेने के सलए एक शानिार तरीका है . Letterbox िूंिों और हाथ का उपयोग कर परक विपणन के िारे में अधधक जानें . ऑनलाइन इंटरनेट पर विज्ञापन के सलए नए ग्राहकों को आकवषथत करने के सलए एक लागत प्रभािी तरीका हो िकता है . आप एक कम कीमत पर एक िैन्श्िक िशथकों तक पहुँच िकते हैं . कई ग्राहकों िे खरीिने के सलए न्जिे तय करने िे पहले ऑनलाइन कारोिार अनुिंधान . एक अच्छी तरह िे डडजाइन िेििाइट तुम िे खरीिने के सलए ग्राहकों को लुभाने कर िकते हैं . ऑनलाइन कारोिार करने के िारे में अधधक जानें . अपने व्यापार के ऑनलाइन विज्ञापन करने के सलए अदय तरीके हैं - आप िामान्जक मीडडया िाइटों , ब्लॉग्ि और खोज इंजन और अदय िेििाइटों के सलए अपने लक्षक्षत िशथकों का िौरा उि पर अपने उत्पािों या िेिाओं को िढ़ािा िेने िकता है . िामान्जक मीडडया के िारे में अधधक जानकारी प्राप्त करें . उपभोक्ता व्यिहार पर विज्ञापन और िंिधथन का प्रभाि जागरूकता िढ़ी विज्ञापन और प्रचार के सलए उपभोक्ताओं को एक खिर िमारोह प्रिान करते हैं. विज्ञापनों के िशथकों िे खिर में घटनाओं के िारे में जानने के सलए िहुत पिंि है , नए उत्पािों और उदहें उपलब्ध िेिाओं के िारे में जानने के . यह जानकारी िमारोह एक तटस्थ भूसमका है. यह उपभोक्ताओं िे अनुमोिन या अस्िीकृ तत के बिना तथ्यों प्रिान करता है . इि स्तर पर ग्राहक व्यिहार न्जज्ञािा का भाि शासमल हैं . िुविधाओं का विश्लेषण िे एक उत्पाि या िेिा की विशेषताओं को िेखने जि उपभोक्ताओं को विज्ञापन के सलए एक तकथ िंगत प्रततकक्रया है . यह प्रततकक्रया भेंट की िभी कायाथत्मक पहलुओं के एक ताककथ क सलन्स्टंग पर कें दित है. इि िन्ल्क एक भािनात्मक एक िे , एक िौद्धधक प्रततकक्रया है . लाभ के Evaluaton
  • 6. ग्राहकों को लाभ तौलना करते हैं, िे विज्ञापन और िंिधथन के िाथ भािनात्मक रूप िे शासमल हो जाते हैं. उपभोक्ताओं को उत्पाि या िेिा , उदहें खुश कर उनके जीिन में िुधार या उदहें खुशी िे िकते हैं तरीकों की पहचान . उपभोक्ता प्रततकक्रया का यह दहस्िा तकथ हीन है और उत्पाि प्राप्त करने के सलए आिेग खरीिने और प्रततस्पधाथ िढ़ िकता है. अनुस्मारक िोहराया विज्ञापन िंिेश उपभोक्ता व्यिहार को प्रभावित . इि पुनरािृवि उपभोक्ता के सलए एक चेतािनी के रूप में कायथ करता है . अनुस्मारक िे उपजी है कक व्यिहार में यह उपभोक्ता के सलए " करना" िूची पर ककया गया था के रूप में यदि अचानक , खरीिारी , जिकक एक उत्पाि की िोच रहे हैं और इिे खरीिने के सलए एक तनणथय लेने में शासमल हैं. िफािारी या अलगाि की पिोदनतत उपभोक्ता व्यिहार उत्पाि अपने विज्ञावपत लाभ पर तनभथर रहता है ककतनी अच्छी तरह पर तनभथर करता है िफािारी और अलगाि की भािना के िीच विभाजन. कॉपोरेट व्यिहार - तरह के घोटालों या िान के काम के रूप में - भी अलगाि की भािना और तनष्ठा प्रततकक्रयाओं को प्रभावित कर िकते हैं . उपभोक्ता इि विकल्प िनाती है एक िार , विज्ञापन और िंिधथन कक तनणथय पूिथित करने की िंभािना नहीं हैं .
  • 7. क्रीम आपकी पहंच में है। ये ख्याल में रखकर कक अधधकांश तनम्न मध्यम िगथ की मदहलाएँ घर में ही सिमटी होती हैं, पतत का उल्लेख भी है। यदि उपभोक्ता िमूह तनम्न आधथथक िगथ का हो तो विज्ञापन कु छ यूँ िात करेगा - ये िस्ती और श्रेष्ठ है, इिीसलये तो राधा, माया, ििदती भी इिे इस्तेमाल करती है। (लोग िंस्ता माल चाहते हैं , घदटया माल किावप नहीं। अतः श्रेष्ठ िताकर यह प्रकट ककया गया कक यह ऐिी - िैिी नहीं है। राधा-माया- ििदती इत्यादि नामों का उल्लेख यह सिद्ध करने के सलए ककया गया है कक इि िगथ के अदय लोग भी इिे इस्तेमाल करते है, यानी कक यह एक अपनायी गयी एिं स्िीकृ त िस्तु है।)
  • 9. विजुअल्स/ चचत्ाांकन भाषा एिं शैली ही नहीं, अवपतु विजुअल्ि या धचराकं न भी विज्ञापन का महत्िपूणथ अंग है। ये धचर, ग्राफ्ि इत्यादि भाषा के प्रभाि को और भी प्रिलता प्रिान करते है। ये िि भी उपभोक्ता िमूह को मद्िेनजर रखकर ही तैयार ककये जाते है। उिाहरण स्िरूप यदि काँलेज के विद्याधथथयों के सलए कोई िस्तु तैयार की गई है तो चुस्त- फु तथ युिक - युिततयों का िमूह विज्ञापन में िशाथया जायेगा या कफर एक खूििूरत युिती को तनहारते युिक दिखाये जायेंगे। .................. और स्लोगन धीमे िे फु िफु िायेगा आपको कानों में - न्जिने भी िेखा.......................िेखता ही रह गया............. एक युिक िाईक पर ििार उिे िेखकर .................मुग्ध नियौिनाएँ। (विज्ञापन की कापी कहेगी............राजेश काँलेज का हीरा है।..............अि और कु छ कहा नहीं जा रहा है, परदतु यह िुझाया जा रहा है कक िाईक महाविद्यालय में लोकवप्रयता िढाती है।) एक मशीनी चीता तेज रफ्तार िे िौडते हुए आता है। उि पर िैठा व्यन्क्त उिको तनयंबरत करता है। चीता एक िाईक में ििल गया..................
  • 10. (जो िुझाि है, िे इि तरह है............. चीता रफ्तार का प्रतीक है, यानी ये िाईक तेज रफ्तार िे िौड िकती है। मशीनी चीते की जदटलता उि उच्च तकनीक को प्रगट करती है, न्जिके माध्यम िे िाईक तैयार की गई। चीता शान्क्त का प्रतीक है........ अतः यह मनुष्य की पररन्स्थततयों को तनयंबरत करने की इच्छा को उभारता है। िुझाि यह है कक एक शन्क्तशाली िाईक को तनयंबरत करने िाला युिक अपने पौरूष को असभव्यक्त करता है।) अि आप िमझ िकते हैं कक भाषा एिं धचरों का यह गठिदधन उपभोक्ताओं पर ककतना गहरा अिर डाल िकने में िक्षम है। ये श्रोताओं के मन में ििी - छु पी इच्छाओं को उभारते है। यही कारण है कक उपभोक्ता जि िस्तुएँ खरीिता है, ति िह सिफथ पैककं ग में सलपटा माल ही नहीं खरीिता, अवपतु अपनी प्रिुप्त इच्छाओं की पूततथ भी करता है। कोई मदहला जि लक्ि िािुन खरीिती है, ति िह सिफथ स्नान के सलए िािुन नहीं क्रय करती है, अवपतु कफल्म असभनेबरयों का िा- िौदियथ पाने की जो आकांक्षा है, उिकी कीमत भी अिा करती है। (क्राउनींग ग्लोरी की डडम्पल, सिदथाल के िाथ विनोि खदना भी इदही आकांक्षाओं को उभारने का िाधन है)। इि तरह एक छोटा िा विज्ञापन िहुत िडी ताकत अपने आप में तछपाये होता है। यह एक लक्ष्य को तनधाथररत कर शुरू होता है। और चुपके िे अपनी िात कह जाता है। विज्ञापन का मूल उद्िेश्य ककिी िस्तु विशेष को क्रय करने का िुझाि िेना है। विज्ञापन कभी सिर पर चोट नहीं करता, िह तो हमारी पीठ में कोहनी मारता है। िह भाषा, शैली, ध्ितन, धचर, प्रकाश के माध्यम िे हमारे अिचेतन िे िततयाता है। विज्ञापन िुझाि ऐिे िेता है - मैं सिदथाल इस्तेमाल करता हूँ। (क्या आप करते है?) हमको बिदनीज माँगता (आपको क्या मांगता?) फे ना ही लेना । जल्िी कीन्जये.................सिफथ तारीख तक। कोई भी चलेगा मत कदहये .........................मांधगये। विज्ञापन िार-िार िस्तु के नाम का उललेख करता है, न्जििे कक उनका नाम आपको याि हो जाये। जि आप िुकान पर जाते है तो कु छ यूँ होता है ............
  • 11. आप कहते है िािुन िीन्जये........ िुकानिार: कौन िा चादहये, िहनजी? िि यही िक्त है, जि आपके अिचेतन में पडे े़ विज्ञापन अपना खेल खेलते हैं, िे कहते है................कोई भी चलेगा मत कदहये ............. क ख ग ही मांधगये। या मैं सिदथाल इस्तेमाल करता हूँ - विनोि खदना िरिों िे कफल्म असभनेबरयँ लक्ि इस्तेमाल करती है। जो विज्ञापन आपकी प्रिुप्त इच्छाओं को पूरा करता है, िह िाजी मार जाता है। सम्प्प्रेषण की कला यह स्पष्ट है कक विज्ञापन प्रतीकों के माध्यम िे अपनी िात कहता है। िह कभी हास्य के माध्यम िे, कभी लय के माध्यम िे, कभी -कभी भय उत्पदन करके भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयत्न करता है। विज्ञापन की कलात्मकता एिं िृजनात्मकता इि िात में तनदहत है कक यह पररन्स्थततयों को नये नजररये िे िेखने की कोसशश करता है। न्जि तरह एक कवि बिम्िों के माध्यम िे अपनी भािनाऒं को असभव्यक्त करता है। उिी प्रकार एक विज्ञापन भी प्रततकात्मक रूप िे मानिीय इच्छाओं, भािनाओं एिं कामनाओं का स्पशथ करता है। टीिी विज्ञापन टीिी विज्ञापन या टीिी कमर्शियल , न्जिे अक्िर िि कमर्शियल , विज्ञापन , ऐड या ऐड क्रिल्म (भारत) कहा जाता है-िदिेश पहुंचाने िाले ककिी िंगठन द्िारा ककए गए भुगतान के तहत उिके सलए तनसमथत टीिी कायथक्रम का एक विविध रूप है. विज्ञापन िे प्राप्त होने िाला राजस्ि अधधकांश तनजी स्िासमत्ि िाले टीिी नेटिकों के सलए वििपोषण के एक िहुत िडे दहस्िे का तनमाथण करता है. आजकल के अधधकांश टीिी विज्ञापनों में िंक्षक्षप्त विज्ञापन अंश शासमल होते हैं जो कु छ िेकं ड िे लेकर कई समनट तक चल िकते हैं (इिके िाथ ही िाथ कायथक्रम के लंिे
  • 12. इदफोमसशथयल). टीिी के इस्तेमाल के आरम्भ िे ही इि तरह के विज्ञापनों का इस्तेमाल तरह- तरह के उत्पािों, िेिाओं और विचारों को िढ़ािा िेने के सलए ककया जाता रहा है. विज्ञापन िेखने िाली जनता पर िाखणन्ज्यक विज्ञापनों का काफी िफल और व्यापक अिर पडा है. िंयुक्त राज्य अमेररका िदहत कई िेशों में टीिी असभयान विज्ञापन को राजनीततक असभयान के सलए अपररहायथ माना जाता है. फ़्ांि जैिे अदय िेशों में टीिी पर राजनीततक विज्ञापन पर भारी प्रततिदध है[1] और कु छ िेशों जैिे नॉिे में इि पर पूरी तरह िे प्रततिदध है इतिहास प्रथम टीिी विज्ञापन का प्रिारण 1 जुलाई 1941 को िंयुक्त राज्य अमेररका में ककया गया था. घडीिा िुलोिा ने ब्रूकसलन डोजिथ और कफलाडेन्ल्फया कफसलज के िीच एक िेििॉल खेल िे पहले दयूयॉकथ स्टेशन डब्ल्यूएनिीटी पर एक विज्ञापन प्रस्तुत करने के सलए 9 डॉलर का भुगतान ककया था. 10 िेकं ड िाले एक स्पॉट में िंयुक्त राज्य अमेररका के एक नक़्शे पर रखी एक िीिार घडी की तस्िीर दिखाई गई न्जिके िाथ "अमेररका रदि ऑन िुलोिा टाइम" की आिाज गूंजी थी.[2][3] यूके में प्रथम टीिी विज्ञापन का प्रिारण 21 सितम्िर 1955 को आईटीिी पर ककया गया था न्जिमें धगब्ि एिआर टूथपेस्ट का विज्ञापन दिया गया था. 1990 के िशक के आरंसभक िौर तक टीिी विज्ञापन का खचथ के िल महत्िपूणथ तनिेश करने की इच्छु क िडी कं पतनयां ही उठा िकती थीं लेककन डेस्कटॉप िीडडयो के आगमन ने कई छोटे और स्थानीय कारोिाररयों को स्थानीय के िल टीिी िेिाओं पर टीिी विज्ञापन का प्रिारण करने का अििर प्रिान ककया. अर्िलक्षण कई टीिी विज्ञापनों में आकषथक झंकार (गीत या धुन) या आकषथक िाक्यांश (नारे) दिखाई िेते हैं जो अनिरत विचार पैिा करते हैं जो टीिी िशथकों के मन में विज्ञापन असभयान के खत्म होने के िाि भी कायम रह िकते हैं. इन विज्ञापन झंकारों या आकषथक िाक्यांशों में िे कु छ का उनके जीिन िे ग्रहण ककए हुए हो िकते हैं जो पररहाि या "ररफ्ि" को जदम िेते हैं जो कफल्मों, टीिी शो, मैगजीनों, हास्य पुस्तकों या िादहत्ि में दिखाई िेते हैं. कहा जा िकता है कक इन िीघथस्थायी विज्ञापन तत्िों ने आम लोगों की पॉप िंस्कृ तत के इततहाि में एक जगह िना ली है न्जनके सलए उदहें प्रस्तुत ककया गया था. इिका एक उिाहरण 1950 के िशक िे 1970 के िशक तक विंस्टन सिगरेट्ि के सलए अठारह िाल तक चलने िाले विज्ञापन असभयान का स्थायी िाक्यांश "विंस्टन
  • 13. टेस्ट्ि गुड लाइक ए सिगरेट शुड" (दहंिी अनुिाि: विंस्टन का स्िाि उतना ही िेहतर है न्जतना एक सिगरेट को होना चादहए) है. विज्ञापन असभयान के िमाप्त होने के िाि भी लगभग िो िशकों तक इि आकषथक िातचीत और इिके प्रत्यक्ष िदिभों के सभदन रूप दिखाई िेते रहे. एक और िाक्यांश "व्हेयिथ ि िीफ?" (दहंिी अनुिाि: गोमांि कहाँ है?) है जो इतना लोकवप्रय हुआ कक इिका इस्तेमाल िॉल्टर मोंडेल ने भी 1984 के राष्रपतत पि के चुनाि में कर डाला. इिके अलािा एक और लोकवप्रय आकषथक िाक्यांश "आई हैि फालेन एण्ड आई कांट गेट अप" (दहंिी अनुिाि: मैं धगर गया हूँ और मैं उठ नहीं िकता) है जो अभी भी कभी-कभार दिखाई िे जाता है जिकक इिका इस्तेमाल पहली िार आज िे लगभग िो िशक पहले ककया गया था. कु छ विज्ञापन एजेंिी अधधकाररयों ने एक िे अधधक स्थायी नारों को जदम दिया है जैिे मैरी िेल्ि लॉरेंि न्जदहें कु छ ऐिे मशहूर नारों को जदम िेने का श्रेय प्राप्त है न्जनका इस्तेमाल आज भी ककया जाता है जैिे "रेज योर हैंड इफ यू आर स्योर" (दहंिी अनुिाि: अगर आपको यकीन है तो अपना हाथ उठाएं), "आई लि दयूयॉकथ " (मुझे दयूयॉकथ िहुत पिंि है) और "रस्ट ि समडाि टच" (समडाि के स्पशथ िाली कहानी पर यकीन करें). विज्ञापन एजेंसियां अपने रचनात्मक विपणन असभयानों में एक माध्यम के रूप में अक्िर हास्य का इस्तेमाल करती हैं. िास्ति में कई मनोिैज्ञातनक अध्ययनों ने हास्य के प्रभािों और िशक्त विज्ञापन अनुनय िे उिके िम्िदध का प्रिशथन करने का प्रयाि ककया है. धचर:Lasolcommercial.jpg एक एतनमेटेड टीिी विज्ञापन विज्ञापनों में अक्िर एनीमेशन का इस्तेमाल ककया जाता है. हाथ िे िने पारंपररक एनीमेशन िे कं प्यूटर एनीमेशन की तस्िीरों में अंतर हो िकता है. एतनमेटेड पारों का इस्तेमाल करने िे विज्ञापन में कु छ आकषथण पैिा हो िकता है न्जिे कलाकारों या के िल उत्पािों के प्रिशथन िे प्राप्त करना मुन्श्कल है. फै शन जगत में होने िाले पररितथनों िे िंिंधधत विज्ञापनों में भी एनीमेशन िफल िाबित हुए हैं. इिसलए एतनमेटेड विज्ञापन (या ऐिे विज्ञापनों की एक श्रृंखला) कई दृष्टादतों में कई िशकों तक काफी लंिे िमय तक चल िकते हैं. उल्लेखनीय उिाहरणों में के लोग्ि अनाजों के सलए विज्ञापनों की श्रृंखला शासमल है न्जिमें स्नैप, करैकल एण्ड पॉप और टोनी ि टाइगर ने भी असभनय ककया है. एनीमेशन में अक्िर िास्तविक कलाकारों को भी प्रस्तुत ककया जाता है. एतनमेटेड विज्ञापन स्थायी लोन्रप्रयता हासिल कर िकते हैं. यूके में िििे यािगार टीिी विज्ञापनों के सलए ककिी भी लोकवप्रय िोट में (जैिे आईटीिी[4] या चैनल 4[5] पर) तनरपिाि
  • 14. रूप िे िूची में शीषथ स्थान प्राप्त करने िाले विज्ञापनों में एनीमेशन शासमल है जैिे क्लासिक स्मैश और कक्रएचर कम्फट्थि विज्ञापन. अदय िीघथस्थायी विज्ञापन असभयान लोगों को आश्चयथ के माध्यम िे या िशथक को चक्कर में डालकर भी आकवषथत करते हैं जैिे एनजाथईजर िदनी विज्ञापन श्रृंखला. इिकी शुरुआत 1980 के िशक के अंततम िौर में एक िाधारण तुलना विज्ञापन के रूप में हुई थी जहाँ िैटरी िे चलने िाले खरगोशों िे भरे एक कमरे में उदहें अपना-अपना ड्रम िजाते हुए िेखा गया था न्जनमें िे एनजाथईजर िैटरी िाले एक खरगोश छोडकर िाकी िभी खरगोश धीरे-धीरे धीमे पडते चले गए. िालों िाि इि लाभिायक विज्ञापन के एक िंशोधधत िंस्करण में एनजाथईजर खरगोश था जो चरणों को पार करते हुए आगे िढ़ता जा रहा था (एनाउंिर के अनुिार िह "चलता ही जा रहा है..."). इिके िाि एक और विज्ञापन दिखाई दिया: िशथक इि िात िे अनजान थे कक परिती "विज्ञापन" अिल में अदय जाने-माने विज्ञापनों का एक नक़ल था जि तक एनजाथईजर खरगोश का अचानक आगमन नहीं हुआ जहाँ एनाउंिर कह रहा था "अभी भी चलता जा रहा है..." (एनजाथईजर िैटरी कं पनी का इि िात पर जोर िेने का तरीका कक उनकी िैटरी अदय प्रमुख िैटररयों की तुलना में अधधक िमय तक चलती है). यह विज्ञापन असभयान लगभग 15 िाल तक चलता रहा. खुि िूिरों ने भी एक कू िथ लाईट िीयर विज्ञापन के माध्यम िे मोशन वपक्चिथ में और यहाँ तक कक गीको इंश्योरेंि के ितथमान विज्ञापनों में भी एनजाथईजर िदनी श्रृंखला की नक़ल की गई है. दुतनया िर के टीिी विज्ञापन टीिी विज्ञापन कायथक्रमों के िीच में दिखाई िेते हैं लेककन िे अंतरालों पर भी उनमें हस्तक्षेप करते हैं. स्क्रीतनंग विज्ञापनों के इि तरीके का मकिि िशथक के ध्यान को आकवषथत करना होता है जो िशथकों का ध्यान टीिी कायथक्रम पर िनाए रखते हैं ताकक चैनल को ििलने की उनकी इच्छा न हो; इिके िजाय िे कायथक्रम के अगले खंड का इंतजार करते िमय विज्ञापनों को (आशापूिथक) िेखेंगे. हालांकक ररमोट कं रोल िे अि िशथक आिानी िे विज्ञापनों को "अनुकू ल" िना लेते हैं न्जिके सलए उदहें विज्ञापन आने के िमय सिफथ आिाज को िंि करना या यहाँ तक कक चैनल को ििल िेना होता है. इिके अलािा लोग कायथक्रम के चालू होने का इंतजार करते िमय विज्ञापनों के िौरान िूिरे कामों में लग जाते हैं. इिके अततररक्त टीिी ररकॉडडिंग तंरों जैिे डीिीआर और दटिो की मिि िे िशथक टीिी कायथक्रम के िौरान विज्ञापन को पूरी तरह िे छोडकर आगे िढ़ने में िक्षम हो गए हैं.
  • 15. पूरा उद्योग पूरी तरह िे इि काम पर अपना नजर जमाए हुए हैं कक िशथकों के मन में विज्ञापनों के प्रतत इतनी रुधच भर िी जाए कक िे विज्ञापनों का िेिब्री िे इंतजार करने लगे. नीलिन रेदटंग सिस्टम यह पता लगाने के सलए स्टेशनों के सलए एक तरीके के रूप में मौजूि है कक उनके टीिी कायथक्रम ककतने िफल है ताकक िे यह फै िला कर िके कक अपने विज्ञापनों के सलए उदहें विज्ञापकों िे ककि िर िे शुल्क ििूल करना चादहए. कायथक्रम का कु छ िमय विज्ञापनों के प्रिारण में चला जाता है. कमसशथयल ब्रेक भी अि अधधक लंिे हो गए हैं. 1960 के िशक में लगभग एक घंटे चलने िाला एक अमेररकी कायथक्रम विज्ञापनों को छोडकर 51 समनट तक चलता था. आजकल इिी तरह का एक कायथक्रम के िल 42 समनट तक ही चलता है; 30 समनट िाले एक िमय खंड में अि कायथक्रम के सलए 22 समनट[6] ही समलते हैं और छः समनट राष्रीय विज्ञापन और िो समनट स्थानीय विज्ञापन में िीत जाता है. यहाँ तक कक कु छ नेटिकथ भी 18 समनट िाले एक कायथक्रम या 12 समनट िाले एक विज्ञापन विभाजन का इस्तेमाल करते हैं.[कृ पया उद्धरण जोडें] उिाहरण के तौर पर 1960 के िशक के मध्य के आरंसभक िौर में 101 समनट चलने िाली कफल्म ि विजाडथ ऑफ ओ (1939) के टीिी प्रिारण में विज्ञापनों के िाथ िो घंटे लगते हैं. आजकल उिी कफल्म का प्रिारण विज्ञापन िदहत लगभग िो घंटे 15 समनट तक चलेगा. िूिरे शब्िों में, 10 घंटों की अिधध में अमेररकी िशथक लगभग तीन घंटे विज्ञापन िेखेंगे जो कक 1960 के िशक की तुलना में िोगुना है. इिके अलािा, अगर 1960 के िशक के ककिी कायथक्रम आज कफर िे चलाया जाए तो अततररक्त विज्ञापनों के सलए जगह िनाने के सलए विषय िामधग्रयों को िंपादित या उिमें कांट-छांट ककया जा िकता है. अभी हाल के िषों में ही इिकी लम्िाई िढ़कर औित िो समनट हो गई है. 1950 और 1960 के िशकों में विज्ञापनों की औित लम्िाई एक समनट थी. िाल िीतने के िाथ- िाथ औित लम्िाई घटकर 30 िेकं ड हो गई (और अक्िर 10 िेकं ड जो टीिी स्टेशन की विज्ञापन िमय की खरीिारी पर तनभथर था) लेककन उनमें िे ज्यािातर विज्ञापनों को अि ब्रेक के िौरान दिखाया जाता है जिकक 60 के िशक में प्रत्येक ब्रेक के िौरान के िल एक या िो विज्ञापनों को दिखाया जाता था. िहरहाल आजकल ज्यािातर विज्ञापन 15 िेकं ड िे ज्यािा चलते हैं (न्जदहें अक्िर "हुक" कहा जाता है). टीिी विज्ञापनों को एक आईएििीआई कोड द्िारा पहचाना जाता है.
  • 16. प्रततिंध 2 जनिरी 1971 िे अमेररकी टीिी होने िाले सिगरेट के विज्ञापनों पर प्रततिदध लगा दिया गया. शराि उत्पािों के विज्ञापन की अनुमतत है लेककन टीिी विज्ञापन में ककिी भी शराि उत्पाि के िेिन की अनुमतत नहीं है. 1990 के िशक के अंततम िौर िे टीिी विज्ञापन ने अधधक विविध रूप धारण कर सलया है[कृ पया उद्धरण जोडें] और जो-जो घरेलू उत्पाि और खाद्य पिाथथ नए नहीं रह गए हैं उनका अि आम तौर पर विज्ञापन नहीं दिया जाता है जैिा कक िीििीं ििी के अंततम िौर के मध्य में होता था.[कृ पया उद्धरण जोडें] अचेतन िंिेशों पर भी प्रततिदध लगा दिया गया है टीिी विज्ञापनों का िविष्य हालांकक कई िेशों में सिगरेट के विज्ञापनों को प्रततिंधधत ककया गया है, विज्ञापन अभी भी रेि इिेंट के प्रिारण िे प्रकट हो िकता है. टीिी कायथक्रमों को ककिी हाडथ ड्राइि में ररकॉडथ करने की अनुमतत िेने िाले दटिो जैिे डडन्जटल िीडयो ररकॉडथरों (न्जदहें डडन्जटल टीिी ररकॉडथ या डीटीआर के नाम िे भी जाना जाता है) और स्काई+, डडश नेटिकथ और एस्रो मैक्ि जैिी िेिाओं के शुरू होने िे िशथकों को ररकॉडथ ककए गए कायथक्रमों के विज्ञापनों को आगे िढ़ने या अपने आप उिे छोडकर आगे तनकलने में िक्षम िना दिया है. अक्िर इि तरह की अटकलें लगाई जाती है कक टीिी विज्ञापनों को डडन्जटल िीडडयो ररकॉडथरों िे खतरा है क्योंकक इनकी मिि िे िशथक उदहें न िेखने का विकल्प चुन िकते हैं. हालांकक यूके िे प्राप्त ििूत िे पता चलता है कक अि तक ऐिा कोई मामला िामने नहीं आया है. 2008 के अंत में यूके के 22 प्रततशत पररिारों के पाि डीटीआर था. इनमें िे ज्यािातर पररिारों के पाि स्काई+
  • 17. था और इन घरों िे समले आंकडों (स्काईव्यू[20] के 33000 िे अधधक पैनल के माध्यम िे एकबरत) िे पता चलता है कक ककिी भी घर में डीटीआर आ जाने िे उि पररिार के लोग 17 प्रततशत ज्यािा टीिी िेखते हैं. उनके द्िारा िेखे जाने िाले कायथक्रमों में िे 82 प्रततशत कायथक्रमों को िामादय रूप िे एक रैखखक रूप िे विज्ञापनों को आगे िढ़ाए बिना टीिी का प्रिारण होता है. िेखे जाने िाले िमय-स्थानांतररत (अथाथत ्न्जदहें लाइि प्रिारण के रूप में नहीं िेखा जाता है) टीिी कायथक्रमों में िे 18 प्रततशत में िशथक अभी भी िामादय गतत िे 30 प्रततशत विज्ञापन िेखते हैं. कु ल समलाकर डीटीआर आ जाने िे अततररक्त िमय तक टीिी िेखने के पररणामस्िरूप िशथक डीटीआर के आने िे पहले अपने टीिी िेखने के पररणाम की तुलना में डीटीआर आने के िाि िामादय गतत िे 2 प्रततशत अधधक विज्ञापन िेख रहे हैं. प्रिारक श्रोता अनुिदधान िोडथ (िीएआरिी) और लदिन व्यििाय स्कू ल द्िारा िास्तविक डीटीआर व्यिहार पर ककए गए अध्ययनों िे स्काईव्यू के ििूत को िल समला है. टीिी विज्ञापन के अदय रूपों में खुि टीिी कायथक्रमों में उत्पाि प्रततस्थापन विज्ञापन शासमल है. उिाहरण के सलए, एक्िरीम मेकओिर: होम एडडशन विशेष रूप िे सियिथ, के नमोर और होम डडपो के उत्पािों का इस्तेमाल करके इन कं पतनयों का प्रचार करता है और नस्कर के न्स्प्रंट कप जैिे कु छ खेल कायथक्रमों का नामकरण प्रायोजकों के नाम पर ककया जाता है और यक़ीनन रेि कारों को अक्िर विज्ञापनों िे ढँक दिया जाता है. िंयोग िे कम िे कम उिरी अमेररका में कई प्रमुख खेल स्थलों का नामकरण ररंग्ले फील्ड के जमाने की िाखणन्ज्यक कं पतनयों के नाम पर ककया गया है. नए माध्यमों जैिे स्रीसमंग ऑनलाइन िीडडयो के माध्यम िे वितररत ककए जाने िाले टीिी कायथक्रम टीिी विज्ञापन िे राजस्ि उत्पदन करने के पारंपररक तरीकों में अलग-अलग िंभािनाएं पैिा करते हैं. अचिप्रचार अचिप्रचार (Propaganda) उन िमस्त िूचनाओं को कहते हैं जो कोई व्यन्क्त या िंस्था ककिी िडे जन िमुिाय की राय और व्यिहार को प्रभावित करने के सलये िंचाररत करती है। िििे प्रभािी अधधप्रचार िह होता है न्जिकी िामग्री प्रायः पूणथतः ित्य होती है ककदतु उिमें थोडी मारा अित्य, अधथित्य या ताककथ क िोष िे पूणथ कथन की भी हो।
  • 18. अधधप्रचार के िहुत िे तरीके हैं। िुष्प्रचार का उद्िेश्य िूचना िेने के िजाय लोगों के व्यिहार और राय को प्रभावित करना (ििलना) होता है। प्रोपेगांडा का दहंिी में शान्ब्िक अथथ है प्रचार, अधधप्रचार अथिा मत-प्रचार। प्रोपेगंडा ककिी विशेष उद्िेश्य िे, विशेष तौर िे राजनीततक उद्िेश्य के तहत, ककिी विचार और न ररये को फै लाने के सलए ककया जाता है। लेककन इिकी िुतनयाि आम तौर पर ित्य पर नहीं दटकी होती। प्रोपेगंडा की शुरुआत युद्ध के िौरान िुश्मन की िेना को नैततक रूप िे परान्जत करने के सलए एक अफ़िाह के रूप में हुई थी। इिके िाि न् क्र समलता है कक 1622 में पंिहिें पोप ग्रेगरी ने िेदटकन में प्रोटेस्टेंट िुधारों के खख़लाफ़ प्रोपेगंडा का काम िँभाला था। प्रोपेगंडा की छवि नकारात्मक उि िमय िनी जि प्रथम विश्ियुद्ध के िौरान बब्रदटश िरकार ने अपने राजनीततक दहतों के पर में व्यिन्स्थत रूप िे प्रोपेगंडा ककया। कालांतर में इिका उपयोग चुनाि-प्रचार के सलए भी होने लगा। प्रारम्भ में इिे राजनीततक पादटथयों के चुनाि-प्रचार के िौरान प्रत्याशी के दहत में िमथथन खींचने के सलए इस्तेमाल होता था। तत्पश्चात इिकी उपयोधगता िमझते हुए इिका विस्तार हुआ और इिे विज्ञापन का भी अंग िना सलया गया। विज्ञापन के िाथ जुडने पर प्रोपेगंडा में िकारात्मक पक्ष भी आया। िह भािनाओं को स्पशथ करने िाले एक िुखि एहिाि के िाहक की भूसमका तनभाने लगा, और एक ख़ाि िंिभथ में रचनात्मक हो गया।प्रोपेगंडा द्िारा उपलब्ध करायी गयी िूचना का आधार ऐततहासिक रूप िे िकारात्मक न होकर हमेशा िे ही नकारात्मक रहा है। इिके माध्यम िे िी जाने िाली जानकारी प्रायः एक तरफ़ा और भ्रामक प्रकृ तत की होती है। प्रोपेगंडा का उपयोग राजनीततक कारणों िे ककिी दृन्ष्टकोण-विशेष को िढ़ािा िेने के सलए शुरू ककया गया था। आज प्रोपेगंडा का फलक काफ़ी व्यापक हो गया है और इिका उपयोग जान-िूझ कर ककिी व्यन्क्त, िंस्था, राष्र, उत्पाि अथिा ककिी राजनीततक पाटी के िारे में नकारात्मक िूचना फ़ै लाने के सलए ककया जाने लगा है। प्रोपेगंडा का िूिरा पक्ष यह है कक इिे एक विशेष प्रकार के िंिेश के रूप में भी िेखा जाता है। एक ऐिे िंिेश के रूप में न्जिे ककिी विशेष िंस्कृ तत, िशथन, विचार अथिा मत को ककिी नारे आदि के माध्यम िे िाजार और िमाज में प्रचसलत करने के सलए ककया प्रचाररत जाता है। युद्ध के िौरान झूठ को िच िाबित करने के सलए प्रोपेगंडा का उपयोग ककया जाता रहा है। अमेररका इि प्रोपेगंडा का िििे िडा प्रयोक्ता माना जाता है। िह युद्ध के िौरान हमेशा ऐिी ख़िर फै लाता है कक िह मानिता की रक्षा और आतंकिाि िे लडने के सलए युद्ध कर रहा है, जिकक उिका मकिि कु छ और होता है। इिका िििे िडा उिाहरण वपछले िो िशकों में हुए इराक और अफ़गातनस्तान के युद्धों में िेखने को समला। अमेररका हमेशा यह िताता रहा कक आतंकिाि िे लडने के सलए ऐिा करना रूरी था जिकक िच्चाई यह थी कक िह अपने िैतनकों
  • 19. के िाथ-िाथ ऐिे परकारों की फ़ौज भी लेकर चल रहा था जो उिके पक्ष के थे या न्जदहें ख़रीि सलया गया था। ये परकार अपनी ख़िरों को लाइि (आँखों िेखा हाल) दिखाने के नाम पर ऐिी जानकारी का प्रिारण करते रहे जो िच नहीं थी। ऐिी परकाररता को ही जडडत परकाररता या इम्िेडडड जनथसल म कहा जाता है। इि तरह की परकाररता में एक पक्ष की इच्छा के अनुिार ररपोदटिंग की जाती है और िच को गायि कर दिया जाता है। कई िार इि इि परकाररता का उपयोग राजनीततक पादटथयों द्िारा अपने पक्ष में जनमत िनाने के सलए भी ककया जाता है। कु छ िंचारशान्स्रयों की मादयता है कक प्रोपेगंडा का उद्भि जन-िंचार माध्यमों के विकाि के िाि हुआ। िे इिे िंचार के दहस्िे के रूप में िेख कर मानते हैं कक जनमत को अपनी तरफ़ आकवषथत करने के सलए ककया जाने िाला िंचार प्रोपेगंडा का एक प्रकार है। यहाँ िंचार और प्रोपेगंडे के िंिंध पर गौर करना रूरी है। इक्कीििीं ििी के प्रारन्म्भक िौर में रेडडयो के अविष्कार ने प्रोपेगंडा को एक विशेष उछाल दिया। रेडडयो के माध्यम िे काफ़ी कम िमय में एक व्यापक जन-िमूह तक अपनी िात को पहुँचाया जा िकता है। रेडडयो के विकाि ने स्ियं-प्रेररत और प्रायोन्जत िूचना को फै लाने का ही काम नहीं ककया, िरन ् इिने उि विज्ञापन का भी िूरपार ककया न्जिके विकसित रूप आज विसभदन रूपों में हमारे िामने हैं। रेडडयो के विकाि के पहले इतने कम िमय में एक व्यापक जन-िमूह तक िीधे-तौर पर अपनी िात पहुँचा पाना अिम्भि िा था। यह रूर है कक वप्रंट माध्यम द्िारा भी िीधे तौर पर िूचना का िम्प्रेषण ककया जा िकता था, लेककन िमाचार परों के पाठक कम ही थे। पाठक िनने के िाथ िाक्षरता की शतथ भी जुडी हुई थी। रेडडयो ने विज्ञापन के एक निीन िंिार का अनािरण ककया जहाँ पढ़ने की योग्यता होना रूरी नहीं था। इििे विज्ञापन की पहुँच और प्रभाि का िायरा अिीसमत हो गया। विज्ञापन के िाथ-िाथ राजनीततक प्रोपेगंडा का भी विस्तार िहुत तेजी िे हुआ। रेडडयो के िाि प्रोपेगंडा को टीिी के आगमन ने एक और नया उछाल दिया। टीिी ने रेडडयो को अपिस्थ तो नहीं कर पाया, लेककन रेडडयो के मुकािले इिकी विश्ििनीयता लोगों को ज़्यािा प्रामाखणक न र आयी। िडी-िडी कम्पतनयों ने जि अपने उत्पािों को िढ़ा-चढ़ा कर पेश ककया तो लोगों ने उि प्रचार में अपनी छवि िेखनी शुरू कर िी। इिीसलए विज्ञापन गुरु अलेक पद्मिी ने एक िार कहा था कक भारत के लोग जि ककिी िस्तु के ग्राहक िनते हैं तो िह तकथ िे कम और भािना िे ज़्यािा िनते हैं। उदहोंने सलररल िािुन के विज्ञापन का उिाहरण िेते हुए कहा कक ‘आपको क्या लगता है यह जो लडकी बिकनी पहनकर झरने में नहाती है और नींिू की ख़ुशिू के एहिाि जैिी तरोता ा महिूि करती है, तो िह क्या िचमुच िास्तविक भारत के गाँिों और शहरों में िम्भि है? जहाँ एक िाल्टी पानी ढंग िे नहाने के सलए निीि होता, िहाँ िह नींिू की
  • 20. ख़ुशिू िाले एहिाि का अनुभि कै िे हो िकता है?’ इिी आधार पर पद्मिी कहते हैं कक विज्ञापन प्रोपेगंडा के माध्यम िे उपभोक्ता के िामने एक ऐिी छवि तनसमथत कर िेता है न्जिमें उपभोक्ता अपनी छवि िेखने लगते हैं। हाल ही के िषों में इंटरनेट और ई-मेल के आविष्कार ने प्रोपेगंडा को िैन्श्िक विस्तार दिया। मिलन िेि-माध्यमों में िह ताकत है जो स्थानीय मुद्िे को िैन्श्िक मुद्िा िना िकती है। भौगोसलकता की िारी िीमाओं का िेि-माध्यमों ने उल्लंघन करके िम्पूणथ िुतनया को एक छोटे िे गाँि में तब्िील कर दिया है। क्षण भर में लोकल िे ग्लोिल हो जाने के सलए लोगों ने इंटरनेट प्रणाली का जम कर लाभ उठाया है। एक स्थानीय गायक और लोकल िंगीत कै िे कु छ िमय में ही इंटरनेट के माध्यम िे िििे लोकवप्रय िंगीत िन जाता है इिका िििे िशक्त उिाहरण है कोलािेरी डी नामक गीत। माके दटंग की भाषा में न्जिे हम िाइरल माके दटंग के नाम िे जानते हैं िरअिल िह मीडडया की भाषा में प्रोपेगंडा ही है। एक तरफ़ तो प्रोपेगंडे को नकारात्मक िात िकारात्मक ढंग िे पेश करने िाला माध्यम की तरह िेखा जाता है, और िूिरी तरफ़ प्रोपेगंडा प्रचार का एक ऐिा हुनर भी है न्जिमें ककिी विषय-िस्तु को कु छ इि तरीके िे पेश ककया जाता है कक उिकी तरफ़ लोग आकवषथत हो जाएँ। िंिंधधत विषय को एक ऐिी भाषा, लय और िंगीत के माध्यम िे प्रस्तुत ककया जाए कक आम उपभोक्ता अपनापन महिूि करके उि उत्पाि के िाथ जुड जाता है। इिके सलए मीडडया के विसभदय माध्यमों का िहारा सलया जाता है। जैिे : टेसलवि न, रेडडयो, िैनर, इंटरनेट, बिलिोडथ, लीफ़लेट इत्यादि। भािनाओं को स्पशथ िेने की इि भूसमका में नकारात्मक पक्ष सिफ़थ इतना ही है कक ऐिा प्रोपेगंडा मनुष्य की ताककथ कता का िंहार करके उिकी जगह पर भािनात्मक पक्ष को ज़्यािा प्रभािी िना िेता है। दुष्प्रचार के प्रमुख हचियार  अधथित्य का उपयोग  ककिी विचार या िरल नारे को िार-िार िोहराना  ककिी विचार के पक्ष या िमथथन में िडी-िडी हन्स्तयों का नाम िताना (अपील टू एथॉररटी)  आम जनता को ककिी िूिरे (प्रायः अपने विरोधी का) भय दिखाना (अपील टू फीयर)
  • 21.  ऐिा प्रचाररत करना कक अधधकांश लोग ऐिा कर रहे हैं। (िैण्डिैगन)  सुन्दर या प्रर्सद्ि लोगों उपयोगः प्रायः ककिी उत्पाि के विज्ञापन के सलये ककया जाता है। आम लोग गलती िे िोचने लगते हैं कक यदि िे भी उि उत्पाि का उपयोग करेंगे तो िुदिर या प्रसिद्ध हो जायेंगे।  ऐिा प्रचाररत करना कक के िल िो ही विकल्प उपलब्ध हैं - एक यह और िूिरा अपने विरोधी का (ब्लैक ऐण्ड ह्िाइट का झूठ)  अतत-िरल िामादयीकरण ( न्ग्लटररंग जनरलाइजेशन )  अतत-िरलीकरण  ककिी व्यन्क्त, पुस्तक या शास्र को गलत प्रिंग में उद्धृत करना  ककिी िुरे आिमी के िाथ अपने विरोधी का नाम लेना या जोडज्ञा (नेम कासलंग)  िसल का िकरा िनाना - िोष ककिी तीिरे व्यन्क्त या िमूह पर डाल कर िच तनकलना  नारे (स्लोगन) विज्ञापन का मायाजाल यह भी कहा जा िकता है कक विज्ञापन को िूचना िेने का जररया माना जाता था। पर, यह अिधारणा काफी पहले ही खंडडत हो चुकी है। आज तो हालात ऐिे है कक विज्ञापन का पूरा करोिार ‘जो दिखता है िही बिकता है’ के तजथ पर चल रहा है। मांग और आपूततथ की अिधारणा को तोडते हुए अि मांग पैिा करने पर जोर है। आज विज्ञापन का मूल उद्िेश्य िूचना प्रिान करने की िजाए उत्पाि विशेष के सलए िाजार तैयार करना िन कर रह गया है। विज्ञापन का इततहाि भी काफी पुराना है। मौजूिा रूप तक पहुंचने के सलए इिने लंिा िफर तय ककया है। िैन्श्िक स्तर पर अगर िेखा जाए तो विज्ञापन की शुरूआत के िाक्ष्य 550 ईिा पूिथ िे ही समलते हैं। भारत में भी विज्ञापन की शुरुआत िदियों पहले हुई है। यह िात और है कक िमय के िाथ इिके तौर-तरीके ििलते गए। िहरहाल, अगर ऐततहासिक िाक्ष्यों को खंगाला जाए तो पता चलता है कक शुरूआती िौर में विज्ञापन, समश्र, यूनान और रोम में प्रचसलत रहा है। समश्र में विज्ञापन कायथ के सलए पपाईरि का प्रयोग ककया जाता था। उल्लेखनीय है पपाईरि पेड के तने में एक खाि तरह की िस्तु होती थी, न्जि पर कु छ सलखा जा िकता था। िहां इि पर िंिेश अंककत करके इिका प्रयोग पोस्टर के रूप में ककया जाता था। इिे िीिार पर धचपका दिया जाता था। िहीं प्राचीन यूनान और रोम में इिका प्रयोग खोया-पाया विज्ञापनों के सलए ककया जाता था। िीिारों और पत्थरों पर पेंदटंग के जररए भी उि िौर में विज्ञापन ककया जाता था। अगर िाल पेंदटंग को भी विज्ञापन के प्रेषण का माध्यम मान सलया जाए तो इिका
  • 22. इततहाि तो और भी पुराना है। ऐिे िाक्ष्य समले हैं न्जनके आधार पर इिकी शुरुआत चार हजार िषथ ईिा पूिथ मानी जा िकती है। खैर! ये उि िौर की िात है जि नई तकनीकों का ईजाि नहीं हो पाया था। जैिे-जैिे िमय आगे िढ़ा, विज्ञान ने पूरे पररदृश्य में ही क्रांततकारी ििलाि ला दिया। इि िजह िे कई कायों में िुगमता तो आयी ही, िाथ ही िाथ अनेक मोचों पर काम करने का ढंग भी ििल गया। जादहर है, तकनीक के प्रभाि िे विज्ञापन भी नहीं िच पाया। पंिहिीं और िोलहिीं शताब्िी के िौरान मुिण के क्षेर में व्यापक पररितथन हुआ। वप्रंदटंग मशीनों का चलन िढ़ने लगा। इि िजह िे विज्ञापन के सलए छपे हुए पचों का प्रयोग होने लगा। ितथमान युग में विज्ञापनों के बिना ककिी अखिार का चलना अिंभि िरीखा ही लगता है। पर, शुरूआती िौर में लंिे िमय तक अखिारों ने विज्ञापन िे िूरी िनाए रखी थी। िैिे कई जानकार ऐिे भी हैं जो यह मानते हैं कक उि िक्त लोग यह िोच ही नहीं पाते थे कक विज्ञापन का जररया अखिार भी िन िकता है। इि तकथ को पूरी तरह नकारा नहीं जा िकता है। िमाचार परों में विज्ञापन की शुरुआत िरहिीं शताब्िी में हुई। इिकी शुरूआत इंग्लैंड के िाप्तादहक अखिारों िे हुई थी। उि िमय पुस्तक और ििाओं के विज्ञापन प्रकासशत ककए जाते थे। अठारिीं शताब्िी में भी इि क्षेर में काफी प्रगतत हुई। इि ििी में अथथव्यिस्था मजिूत हो रही थी। इि िजह िे विज्ञापन को भी मजिूती समल रही थी। इिी िौर में िगीकृ त विज्ञापनों का चलन शुरू हुआ जो अभी भी काफी लोकवप्रय है। इिकी शुरुआत अमेररका िे हुई, जहां अखिारों में खिर लगाने के िाि िीच-िीच में िचे हुए छोटे-छोटे स्थानों पर िूचनात्मक विज्ञापनों का प्रयोग कफलर के तौर पर होता था। आज विज्ञापनों का महत्ि ककतना िढ़ गया है, इिका अंिाजा आप इि िात िे लगा िकते हैं कक कई अखिारों में विज्ञापन िेने के िाि िची जगह में ही खिर लगाई जाती है। कहा जा िकता है कक खिरों का प्रयोग ही विज्ञापनों के सलए कफलर के तौर पर ककया जा रहा है। विज्ञापनों की ताकत में िाफ तौर पर काफी ईजाफा हुआ है। विज्ञापन के इततहाि का एक अहम मोड िगीकृ त विज्ञापनों को कहा जा िकता है। िुतनया की पहली विज्ञापन एजेंिी 1841 में िोस्टन में खुली। इिका नाम िालनी पामर था। इिी एजेंिी ने अखिारों िे विज्ञापन के एिज में कमीशन लेने की शुरूआत की। उि िक्त यह एजेंिी पच्चीि प्रततशत कमीशन लेती थी। मौजूिा िौर में विज्ञापन में मदहलाओं के िढ़ते प्रयोग पर काफी धचंता जताई जा रही है। आज मदहलाओं के जररए विज्ञापन में कामुक पुट डालना आम िात है। शायि ही कोई ऐिा विज्ञापन दिखता है न्जिमें प्रिशथन के रूप में नारी िेह का प्रयोग नहीं ककया गया हो। विज्ञापन तनमाथताओं के सलए यह िात कोई खाि मायने नहीं रखती है कक विज्ञावपत िस्तु मदहलाओं के प्रयोग की है या नहीं। कई विज्ञापन तो ऐिे भी होते हैं न्जनमें मदहलाओं की कोई आिश्यकता नहीं है। पर यह िाजार आधाररत अथथव्यिस्था का ही अिर है कक नारी की काया को बिकने िाले उत्पाि में पररिततथत कर दिया गया है। इिके िहारे पूंजी उगाहने का भरिक प्रयाि ककया जाता है। िैिे िीििीं ििी की शुरुआत िे ही विज्ञापनों में औरतों का प्रयोग होने लगा था। उि िक्त विज्ञापन िनाने िालों ने यह तकथ दिया कक मदहलाएं घर की खरीििारी में अहम भूसमका तनभाती हैं। इि सलहाज िे उनका विज्ञापनों में प्रयोग ककया जाना फायिे का िौिा है। विज्ञापन के क्षेर में पहले पुरुष ही होते थे, ककं तु िाि में इि काम िे मदहलाएं भी जुडने लगीं। िस्तुत: नारी को िेक्िुअल रूप में पेश करने िाला िुतनया का पहला विज्ञापन भी एक अमेररकी मदहला ने ही िनाया था। उिके िाि तो इि चलन को अद्भुत िफलता समली। अि तो िगैर िेक्िी लडकी को दिखाए विज्ञापन पूरा ही नहीं होता है। ब्लेड िे लेकर रक तक के विज्ञापन में नारी काया की माया का िहारा सलया जा रहा है। उि िक्त तो विज्ञापनों के सलए वप्रंट ही एकमार माध्यम था। इलैक्रातनक माध्यम के आने के िाि नारी को और विकृ त रूप में दिखाने की होड लग गई। िीििीं शताब्िी के िूिरे िशक िे रेडडयो का प्रिारण आरम्भ हुआ। उि िमय कायथक्रमों का प्रिारण िगैर विज्ञापन के ककया जाता था। ऐिा इिसलए था क्योंकक पहला रेडडयो स्टेशन स्ियं रेडडयो की लोकवप्रयता िढ़ाने के सलए
  • 23. स्थावपत ककया गया था। जि रेडडयो स्टेशनों की िंख्या िढ़ी तो िाि में चलकर इिमें विज्ञापनों की शुरुआत प्रायोन्जत कायथक्रमों के जररए हुई। उि िक्त विज्ञापन िेने िालों के व्यििाय िे िंिंधधत जानकारी कायथक्रम की शुरुआत और आखखरी में िी जाती थी। उिके िाि रेडडयो स्टेशन चलाने िालों ने अधधक पैिा कमाने के सलए नया रास्ता तनकाला। पूरा कायथक्रम प्रायोन्जत करने के िजाए एक ही कायथक्रम में छोटे-छोटे टाइम स्लाट के सलए विज्ञापन ढूंढे गए। यह प्रयोग काफी िफल रहा। आज भी िामादय तौर पर विज्ञापन के इिी फारमेट का प्रयोग रेडडयो पर होता है। इिी रेंड को टेलीविजन ने भी अपनाया। इंग्लैंड में इि िात को लेकर वििाि भी हुआ कक रेडडयो एक जनमाध्यम है और इिका प्रयोग व्याििातयक दहतों के सलए नहीं होना चादहए। पर िमय के िाथ रेडडयो की ताकत और पहुंच िढ़ती गई। िाथ ही िाथ विज्ञापन के सलए भी यह िशक्त माध्यम िनता गया। पचाि के िशक में टेलीविजन पर भी छोटे-छोटे टाइम स्लाटों पर विज्ञापन दिखाया जाने लगा। टीिी की िुतनया में ऐिा इिसलए हुआ क्योंकक, पूरे कायथक्रम का एक प्रायोजक नहीं समल रहा था। हालांकक, िाि में टेलीविजन पर भी प्रायोन्जत कायथक्रम प्रिाररत होते रहे। उि िमय कायथक्रम के कं टेंट में प्रायोजक का काफी िखल होता था। कई कायथक्रम तो ऐिे भी थे न्जनका पूरा न्स्क्रप्ट विज्ञापन एजेंिी िाले ही सलखते थे। विज्ञापन के क्षेर में िाठ के िशक में व्यापक ििलाि आया। रचनात्मकता पर जोर िढ़ने लगा। ऐिे विज्ञापन िनाए गए जो लोगों को िरिि अपनी ओर आकवषथत कर िकें । लोगों को िोचने पर वििश करने िाले विज्ञापन उि िौर में िनाए गए। िाठ के िशक में िोक्ििैगन कार के विज्ञापन िे विज्ञापन की िुतनया में क्रांततकारी ििलाि लाने का श्रेय बिल िनथिैय को जाता है। िरअिल, उि िौर को अमेररका के विज्ञापन इततहाि में रचनात्मक क्रांतत का िौर कहा जाता है। विज्ञापन एजेंसी विज्ञापन एजेंसी या ऐड एजेंसी ऐिी िेिाओं का व्यापार है न्जिमें अपने ग्राहकों के सलए विज्ञापन िनाना, उनका तनयोजन करना और िंभालना (कभी-कभी प्रचार के िूिरे तरीके ) भी शासमल हैं. विज्ञापन एजेंिी ग्राहक िे पूणथ रूप िे स्ितंर होती है और ग्राहक के उत्पािों या िेिाओं को िेचने के सलए अलग न ररया प्रिान करती है. एक एजेंिी अपने ग्राहकों के सलए विपणन, ब्रांड िनाने और बिक्री िे जुडे प्रचार की िमग्र रणनीततयों को िंभाल िकती है. विसशष्ट विज्ञापन एजेंसियों के ग्राहकों में उद्योग जगत औऱ तनगम, लाभ तनरपेक्ष िंगठन और िरकारी एजेंसियां भी शासमल हैं. विज्ञापन के प्रचार के सलए एजेंसियों को ककराये पर भी सलया जा िकता है.