अरबी कन्द (Taro) (कोलोकैसिया एस्कुलेंटा) उत्पादन, मूल्यवर्धन और आय सृजन हेतु कटाई उपरान्त प्रबंधन
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अरबी / अरवी / घुइयां / तारो (कोलोकैसिया एस्कुलेंटा) मुख्य रूप से एक सब्जी का पौधा है। इसे मीठे स्वाद वाले कंद के लिए उगाया जाता है। कंद, ताजी पत्तियों और तने को अच्छी तरह से पकाकर कई प्रकार से खाया जाता है।
अरबी कन्द (Taro) (कोलोकैसिया एस्कुलेंटा) उत्पादन, मूल्यवर्धन और आय सृजन हेतु कटाई उपरान्त प्रबंधन
Arbi hindi
अरबी कन्द (Taro) (कोलोक
ै सिया एस्क
ु लेंटा) उत्पादन, मूल्यवर्धन और आय िृजन हेतु
कटाई उपरान्त प्रबंर्न
Dr Jai Singh (ARS)
M. Tech Ph D IIT KGP
Retd Director ICAR – CIPHET
Mob: 8958463808, E-Mail: jsingh.sre@gmail.com
पररचय
अरबी / अरवी / घुइयां / तारो (कोलोक
ै सिया एस्क
ु लेंटा) मुख्य रूप िे एक िब्जी का पौर्ा
है। इिे मीठे स्वाद वाले क
ं द क
े सलए उगाया जाता है। क
ं द, ताजी पसियों और तने को
अच्छी तरह िे पकाकर कई प्रकार िे खाया जाता है। इन्हें उबालकर, भूनकर, बेक
करक
े , पीिकर, पेस्ट बनाकर, सचप्स, िूखे क
ं द का आटा, हलुआ या शोरबा क
े रूप में
तैयार करक
े खाया जा िकता है। इिकी पसियों और डंठलों का उपयोग हरी िब्जब्जयों क
े
रूप में सकया जाता है। अरबी क
े पत्तों को बेिन में लपेट कर पतोड / पत्खेललया /
पत्बेललए नामक स्वासदष्ट खाद्य पदार्ध बनाया जाता है। कच्चे रूप में पौर्े क
े भाग इनमें
उपलब्ध क
ै ल्शियम ऑक्जेलेट क
े कारण जहरीला हत सकता है। यह लवण पकने पर
अपने आप में नष्ट हत जाता है। या इनकत रात भर ठण्डे पानी में रखने पर भी नष्ट हत जाता
है।अरबी यह अच्छे काबधसनक पदार्ध वाली समट्टी की एक सवस्तृत श्ृंखला में उगाया जाता है।
पर्रीली या पर्रीली समट्टी िे बचा जाता है। 5.5 िे 7 पीएच रेंज वाली अच्छी जल सनकािी
वाली दोमट समट्टी िबिे आदशध समट्टी होती है। यह उिर प्रदेश, सबहार, पंजाब, पसिम
बंगाल, अिम, उडीिा, आंध्र प्रदेश, तसमलनाडु और सहमाचल प्रदेश में खरीफ फिल क
े
रूप में उगाया जाता है। इिे सहंदी में - अबी, उडीिा में - िरू, कन्नड में - क
े िवे,
मराठी में - अलु, पंजाबी में - अरवी, तसमल में - चेम्बू, तेलगु - चमा, मलयालम में चेम्बू,
कोंकणी में - वेंटी, बंगाली में - कोचु क
े नाम िे जाना जाता है।
अरबी की सकस्में:
भारत क
े सवसभन्न भागों में उगाई जाने वाली सकस्में हैं: िातमुखी, पंचमुखी, कदमा,
मुक्ताक
े शी, झंखरी काकाचु, श्ी रश्मी, श्ी पल्लवी, िफ
े द गौररया, NDC 1, NDC2,
NDC3, आसद।
अरबी की रोपाई:
अरबी को छोटे कॉमेल्स (cormels) द्वारा वानस्पसतक रूप िे प्रचाररत (propagate)
सकया जाता है। इि प्रसिया में मदर कॉमध को समट्टी में दबा सदया जाता है । जब कॉमध
समट्टी िे बाहर सनकलने लगते हैं और पसियां पीली होने लगती हैं तब कॉमध को मदर
कॉमध िे काटा जाता है और फरो, या ररज या गड्ों में प्रत्यारोसपत कर सदया जाता है।
इिक
े गुणन क
े सलए समनीिेट तकनीक भी सवकसित की गई है। मदर कॉमध को कटाई
क
े िमय स्वस्र् पौर्ों िे अलग कर सदया जाता है। चयसनत मदर कॉर्म्ध को पहले
बेलनाकार टुकडों में काटा जाता है और सफर क्षैसतज रूप िे लगभग 10 ग्राम वजन क
े
समनी-िेट में काटा जाता है। इिक
े बाद समनी िेट को िीर्े टीले (mound) पर खेत में
लगाया जाता है। रोपण सवसर्यााँ हैं: समट्टी क
े प्रकार क
े आर्ार पर गड्े (Pits), टीले
(mounds), मेड( ridge) और फरो।
बुवाई और बीज दर:
स्वस्र्, रोग मुक्त और चोट मुक्त िमान आकार क
े क
ं दों का चयन सकया
जाता है और रोपण िे कम िे कम 3 महीने पहले ठं डे स्र्ान पर रखा
जाता है। एक हेक्टेयर में पौर्े लगाने क
े सलए लगभग 750-1000 सकलोग्राम
मध्यम आकार क
े क
ं द की आवश्यकता होती है। कॉमध को पंब्जक्त िे पंब्जक्त की
दू री 60 x 45 िेमी या 45 x 30 िेमी तर्ा पौर्े िे पौर्े की दू री 45 िेमी रखते हुए 5 िे
10 िेमी गहराई में बोया जाता है। बुवाई िमतल खेत या मेड/खाड/गड्ों पर की जा
िकती है। अलग-अलग क
ृ सि-जलवायु ब्जस्र्सतयों क
े सलए अनुक
ू लतम दू री अलग-अलग
होती है। पंजाब में 45x30 िेमी या 60x20 िेमी, क
े रल में 60x45 िेमी और उिर
प्रदेश में 60x20 िेमी इष्टतम पाया गया है।
खाद और उवधरक:
अरबी में 10-15 टन गोबर की खाद, 80 सकलो नाइटर ोजन, 60 सकलो
P2O5 और 60 सकलो K2O/हेक्टेयर की आवश्यकता होती है। आर्ा N
पूरा P और K बुवाई क
े िमय डाला जाना चासहए, शेि आर्ा N 35-45
सदनों क
े बाद लगाया जाना चासहए।
हावेब्जस्टंग और पोस्ट हावेस्ट मैनेजमेंट:
फिल बोने क
े 120-150 सदन बाद कटाई क
े सलए तैयार हो जाती है जब
पसियां पीली पडने लगती हैं, जो पररपक्वता की सनशानी है। कॉमध को हार्
िे उठाया जा िकता है या क
ु दाल िे खोदा जा िकता है। मदर कॉर्म्ध
और िाइड क
ं द (कॉमधल्स) को अलग सकया जाता है और िाफ सकया
जाता है और जूट बैग या टोकररयों में पैक सकया जाता है न सक एयर
टाइट बैग में।
लंबी उम्र (Self Life Longevity) क
े सलए अरबी क
ं दों का उपचार (Curing):
समट्टी और रोगों क
े ऊतकों को र्ोने और हटाने क
े बाद कॉमध को ठीक करने
की आवश्यकता होती है। कटाई क
े बाद भंडारण क
े दौरान पानी की कमी और
िडन को कम करने क
े सलए उपचार ही िबिे िरल और िबिे प्रभावी प्रयोग
है। उपचार घाव भरने की प्रसिया को िंदसभधत करता है सजिमें घाव पेररडमध
(outer layer of bark - पररचमम) नामक नए एसपडमधल ऊतक क
े सवकाि और
िुबेराइजेशन होता है। घाव का प्रकार पेररडमध क
े गठन को भी प्रभासवत करता
है। खरोंच क
े पररणामस्वरूप गहरी, असनयसमत पेररडमध का सनमाधण होता है,
क
ं द में कटौती क
े पररणामस्वरूप पतली पेररडमध होती है, और िंपीडन और
प्रभाव पूरी तरह िे पेररडमध गठन को रोक िकते हैं।
बीज िामग्री का भंडारण:
मदर कॉमध िे अलग सकए गए कॉमेल्स (cormels) का उपयोग बीज प्रयोजन क
े
सलए सकया जाता है। इन्हें िडने िे बचाने क
े सलए ठं डी और िूखी जगह
पर या समट्टी खोदकर बनाए गए गड्ों में िंग्रसहत सकया जाता है।
प्ांट का िंरक्षण:
वैज्ञासनक अनुशंिाओं क
े अनुिार जैसवक पादप रक्षकों का प्रयोग करें।
अरबी क
ं दों िे औद्योसगक उत्पाद :
रािायसनक यौसगकों की एक सवस्तृत श्ृंखला को अलग सकया गया है जैिे -
फ्लेवोनोइड्ि, β-सिटोस्टेरॉल, स्टेरॉयड, आसद। िी। एस्क
ु लेंटा क
े सवसभन्न
भागों का उपयोग पारंपररक रूप िे कई बीमाररयों क
े इलाज क
े सलए
सकया जाता है। पौर्े क
े अक
ध में सवसभन्न औिर्ीय गसतसवसर्यां पाई गई हैं।
पसियों में क
ृ समनाशक, मर्ुमेह-रोर्ी और िूजन-रोर्ी सिया होती है।
अरवी प्रोडक्शन एं ड पोस्ट हावेस्ट मैनेजमेंट सचत्रण:
अरबी / घुइयां /अरवी/ तारो
कन्द
अरबी पसियााँ अरबी फिल क्षेत्र
अरवी लगाने क
े सलए गहरी
जुताई करें
अरवी लगाने क
े सलए खेत तैयार अरवी की िमतल क्यारी
रोपण पंब्जक्त िे पंब्जक्त 45
िेमी और पौर्े िे पौर्े 40
िेमी, 10 िेमी गहरा
मेड रोपण 60 x 45 िेमी या 45
x 30 िेमी और 10 िेमी गहरा
रोपण क
े सलए अरवी
अंक
ु ररत क
ं द
बीज क
े सलए अरवी क
े क
ं दों को
काटें
रोपण क
े सलए अरवी
सद्वतीयक कॉमध / क
ं द
खाद िे समट्टी को पोरि व
उपजाऊ बनाएं
िमतल क्यारी पर आलू की
तरह अरवी लगाना
अरवी क
े सलए गड्े लगाने की
सवसर्
अंक
ु ररत अरवी क
ं द को
गड्ों में रोपें
गड्ों में उग रही अरवी अरवी की खेती क
ूं डों में
(60 िेंटीमीटर क
ें द्र िे
क
ें द्र)10 िेंटीमीटर गहरे
बीज को 60-65 िेंटीमीटर
की दू री पर डालें
उभरे स्तर क्यारी में (raised
bed) अरवी की 10 िेंटीमीटर
गहरी, 60-65 िेंटीमीटर की
दू री पर रोपण करें।
जब पसियााँ पीली पड
जाती हैं खुदाई क
े सलए
तैयार फिल
खुरपी द्वारा हार् िे खुदाई अरबी क
े खुदे हुए क
ं द
मदर कॉर्म्ध और िाइड क
ं द
(कॉमधल्स)
किावा सडगर द्वारा
यांसत्रक खुदाई
आलू खोदने वाले यंत्र द्वारा
यांसत्रक खुदाई
रेशेदार जडों वाली अरवी
अरबी क
ं द र्ोने और िमाशोर्न
वाला यंत्र
अरबी क
ं द उपचार अरवी क
ं द पैक
े सजंग जूट क
े र्ैलों में अरवी की
पैक
े सजंग
अरबी/तारो क
े पिे खाद्य उत्पाद:
पतोड / पत्खेललया / पत्बेललए नामक स्वासदष्ट खाद्य पदार्ध बनाया जाता है।
पटोर, पात्रा, करी, पकोर, रौरगु, रोल्स, भाजी, राइट, आलू वाली, अरबी झोल, कोफ्ता
करी, कटलेट, मुसठया, आसद।
अरबी मदर ट्यूबर
कॉमध, िाइड कॉमेल्स,
स्टेम और पसियां
सबिी क
े सलए ताजा
पिे बंडल
सबिी क
े सलए िूखे
पिे बंडल
िूखे पिों क
े टुकडे िूखे पिों का चूणध
अरबी पिे करी अरबी क
े पिों की
चटनी
अरबी पिे रायता अरबी पिे पतोड /
पत्तखेलिया /
पत्तबेलिए
अरबी पिे पनीर रोल
अरवी डंठल / तना / दंर्ल खाद्य उत्पाद:
िब्जी, मुखी काचू, क्यारािा, सचप्स, शाकाहारी, करी, िूप, चटनी, िांभर, पराठा, पनीर सपज्जा आसद।
अरवी डंठल / तना
अरबी क
े डंठल छील कर
काट लीसजये
मुखी कचू खाद्य उत्पाद
अरबी स्टेम करी / िब्जी
अरबी क
ं द खाद्य उत्पाद
अरबी क
े क
ं द सचप्स अरबी ट्यूबर सफ
ं गर सचप्स िूखे अरबी क
ं द क्यूब्स
भुनी हुई अरवी अरबी आलूच बडी अबी आलुच वर्ाध अरवी फ्लू पाउडर
अरवी फ्लेक्स नमकीन अरवी कोफ्ते
अरवी बफी अरवी परांठा
( parantha)
अरबी क
े पकोडे Fritter अरबी क
े क अरबी आइििीम अरबी क
ं द पेस्ट
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