3. तीन रंग ं में ह ने की वजह से भारतीय ध्वज क ततरंगा भी कहते है।
खादी क
े कपड ं, बीच में चक्र और तीन रंग ं का इस्तेमाल कर भारतीय
ध्वज क तिततज क
े समांतर तदशा में तिजाइन तकया गया है। तिटीश
शासन से भारतीय स्वतंत्रता क
े पररणाम स्वरुप 22 जुलाई 1947 क
राष्ट्र ीय ध्वज क स्वीकार तकया गया था। इसकी लम्बाई और चौडाई का
अनुपात क्रमशः २:३ ह ता है। आजादी और राष्ट्र ीयता क
े प्रतीक क
े रुप
में भारतीय ध्वज क बनाया और स्वीकार तकया गया।
हमारे तलये भारतीय ध्वज का बहुत महत्व है। अलग-अलग तवचारधारा
और धमम जैसै तहन्दू , मुस्लिम, तसक्ख, ईसाई आतद का ह ने क
े बावजूद
भी ये सभी धमो क एक राह पर ले जाता है और हमारे तलये एकता क
े
प्रतीक क
े रुप में है। इसमें मौजूद तीन रंग और अश क चक्र का अपना
अथम है ज इस प्रकार है:
4.
राष्ट्र ीय ध्वज का सबसे ऊपरी भाग क
े सररया रंग है; ज बतलदान
का प्रतीक है राष्ट्र क
े प्रतत तहम्मत और तन:स्वाथम भावना क
तदखाता है। ये बेहद आम और तहन्दू , बौद्ध और जैन जैसे धमों
क
े तलये धातममक महत्व का रंग है। क
े सररया रंग तवतभन्न धमों से
संबंतधत ल ग ं क
े अहंकार से मुस्लि और त्याग क इंतगत करता
है और ल ग ं क एकजुट बनाता है। क
े सररया का अपना अलग
महत्व है ज हमारे राजनीततक नेतृत्व क याद तदलाता है तक
उनकी ही तरह हमें भी तकसी व्यस्लिगत लाभ की इच्छा क
े पूरे
समपमण क
े साथ राष्ट्र की भलाई क
े तलये काम करना चातहये।
5. राष्ट्र ीय ध्वज क
े बीच का भाग सफ
े द रंग से तिजाइन तकया
गया है ज राष्ट्र की शांतत, शुद्धता और ईमानदारी क प्रदतशमत
करता है। भारतीय दशमन शास्त्र क
े मुतातबक, सफ
े द रंग
स्वच्छता और ज्ञान क भी दशामता है। राष्ट्र क
े मागमदशमन क
े
तलये सच्चाई की राह पर ये र शनी तबखेरता है। शांतत की
स्लथथतत क कायम रखने क
े दौरान मुख्य राष्ट्र ीय उद्देश्य की
प्रास्लि क
े तलये देश क
े नेतृत्व क
े तलये भारतीय राजनीततक
नेताओं का ये स्मरण कराता है।
6. ततरंगे क
े सबसे तनचले भाग में हरा रंग है ज तवश्वास, उवमरता
; खुशहाली ,समृस्लद्ध और प्रगतत क इंतगत करता है। भारतीय
दशमनशास्त्र क
े अनुसार, हरा रंग उत्सवी और दृढ़ता का रंग है
ज जीवन और खुशी क तदखाता है। ये पूरे भारत की धरती
पर हररयाली क तदखाता है। ये भारत क
े राजनीततक नेताओं
क याद तदलाता है तक उन्हें भारत की तमट्टी की बाहरी और
आंतररक दुश्मन ं से सुरिा करनी है।
7. तहन्दू धमम क
े अनुसार, पुराण ं में 24 संख्या बहुत महत्व
रखता है। अश क चक्र क धमम चक्र माना जाता है ज तक
समय चक्र भी कहलाता है। अश क चक्र क
े बीच में 24
ततलीयााँ है ज पूरे तदन क
े 24 बहुमूल्य घंट ं क तदखाता है।
ये तहन्दू धमम क
े 24 धमम ऋतिय ं क भी प्रदतशमत करता है ज
“गायत्री मंत्र” की पूरी शस्लि क रखता है
8. ततरंगे क हमेशा सूयोदय से सूयामस्त क
े बीच ही फहराया जा
सकता है।
ततरंगे क कभी जमान पर नहीं रखा जा सकता है।
झंिे क कभी झुकाया नहीं जाता। ...
झंिे क कभी पानी में नहीं िुब या जा सकता।
झंिे क तकसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुचाया जाता है।
11. 1. राष्ट्र ीय ध्वज की लंबाई और चौडाई का अनुपात क्या है I
(i) 2:3 (ii) 3:2 (iii) 1:1 (iv) इनमें से क ई नही
2. भारत क
े राष्ट्र ीय ध्वज पर बडे चक्र क क्या कहते हैं
(i) ग ला (ii) धमम चक्र (iii) चक्री
(iv) इनमें से क ई नही
3. राष्ट्र ीय ध्वज क और तकस नाम से जानते है।
(i) ततरंगा (ii) तत्रभूज (iii) फलंग
(iv) इनमें से क ई नही
4. राष्ट्र ीय ध्वज में तकतनी तीतलयां ह ती है ।
(i) 24 (ii) 21 (iii) 20 (iv) 10