एक समय था जब पढ़-लिख कर चाय बेचना या ठेला लगाने का काम बहुत अपमानजनक माना जाता था। लेकिन आज समय बदल चुका है इसी बात को प्रमाणित किया है इंदौर के प्रफुल्ल बिल्लोरे ने, जिन्होंने ना केवल पढ़-लिख कर चाय बेचने का काम शुरू किया बल्कि आज इसके जरिए करोड़ों की कमाई भी कर रहे।