सच के राही by संध्या यादव ''साही" किताब के बारे में... यह पुस्तक मेरे द्वारा लिखित कविताओं का एक संग्रह है। इसकी हर एक कविता किसी न किसी सामाजिक सच्चाई से रुबरु कराती है इसीलिए इस पुस्तक का नाम है " सच के राही " मैंने अपनी कलम से कडवे सच को लिखने का साहस किया है और इसमें आप सबके यथासम्भव सहयोग की उम्मीद करती हूँ। मैने समाज की कई कटु हकीकतों पर अपनी कलम से बदलाव की आशा में वार किया है और मेरा मानना है कि हर शख्स को अपने आसपास की गलत चीज़ों का विरोध करना चाहिये, तभी समाज में बदलाव आयेगा। आँखें बंद कर लेने से हकीकत नहीं बदलती इसलिए हमें सच को स्वीकारने और उसका सामना करने का हुनर आना चाहिये। मैं आप सबसे इस हुनर की उम्मीद करती हूँ। आप मेरे इस सामाजिक काव्य संग्रह एक बार दिल से पढियेगा ,बाकी मुझे पूरा विश्वास है कि आप लोगों को पसंद आयेगा। सभी समाजिक विषय की कविताएँ मेरी इस पुस्तक का भाग हैं ।। यदि आप इस पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक से इस पुस्तक को पढ़ें या नीचे दिए गए दूसरे लिंक से हमारी वेबसाइट पर जाएँ! https://hindi.shabd.in/sach-ke-rahi-sandhya-yadav-sahi/book/10075933 https://shabd.in/