Digital Marketing in Hindi. Digital Marketing की मदद से हम अपने बिज़नेस को ऑनलाइन ले जा सकते हे | अपने Website का SEO ,SMM करके नए कस्टमर को आकर्षित कर सकते हे
1. What Is Digital Marketing ?
डिडिटल मार्क
े डटिंग क्या है ?
What is Digital Marketing in Hindi? –
Digital Marketing इसमें दो Word का use ककया है. दोनोों ही
Words बहुत ही Popular Word है.
1. Digital- यहााँ पर Digital का मतलब computer और internet का इस्तेमाल
करना। आज क
े समय हर ये मोबाइल लैपटॉप का इस्तेमाल करते है | काफी लोग
तो सोशल मीकिया का इस्तेमाल करक
े अपनी किकजटल ग्रोथ करक
े अपना income
बढ़ा रहे है | आज हम और आप भी इोंटरनेट और मोबाइल और लैपटॉप क
े मदद से
कमल रहे है |
2. Marketing- माक
े कटोंग का मतलब Advertising या Promotion होता है| माक
े कटोंग
का मतलब है अपने प्रोिक्ट्स और सेकविसेस को माकक
ि ट में लोगोों तक पहुाँचाना, सारी
कम्पकनयााँ अपनी sales को बढ़ाने क
े कलए माक
े कटोंग करती हैं। ककसी product की
माक
े कटोंग ककये कबना हम ये चाहें कक हमारा product ज़्यादा sell हो तो यह सम्भव
नही है, उस product क
े बारे में लोगोों को बताना ज़रूरी है तभी लोग उस product
क
े बारे में जान पाएाँ गे। जो भी कम्पनी customer की ज़रूरतोों क
े कहसाब से product
को बनाती है और उसे sell करती है वह बाकी कम्पकनयोों की तुलना में ज़्यादा profit
कमाती है और grow भी करती है। इस प्रकार Marketing का मतलब सबसे पहले
2. आज क
े ज़माने में सब Online हो गया है। इोंटरनेट ने हमारे जीवन को आसान बनाया
है और हम इसका इस्तमाल करक
े कई सुकवधाओों का आनोंद क
े वल फ़ोन या लैपटॉप
क
े ज़ररये ले सकते है।
ऑनलाइन ट् ाोंसक्शन्स,कटकट बुकक
ों ग,ऑनलाइन शॉकपोंग, ररचाजि, कबल पेमेंट आकद
जैसे कई काम हम इोंटरनेट क
े ज़ररये कर सकते है । इोंटरनेट क
े माध्यम से Users
क
े इस रुझान की वजह से कबज़नेस किकजटल माक
े कटोंग को अपना रहे है ।
ग्राहकोों की ज़रूरतोों को समझना कक उन्हें क्या चाकहए? ककस Price (मूल्य) पर
चाकहए? उसक
े कहसाब से product को sell ककया जाता है।
किकजटल माक
े कटोंग का तात्पयि क्या है?
किकजटल माक
े कटोंग इसे ऑनलाइन माक
े कटोंग भी कहा जाता है, इोंटरनेट और
किकजटल का इस्तेमाल करक
े सोंभाकवत Customer से जुड़ने क
े कलए ब्ाोंिोों का
प्रचार है। इसमें न क
े वल Email , Social Media और Web पर आधाररत कवज्ञापन
शाकमल हैं, बल्कि माक
े कटोंग चैनल क
े रूप में टेक्स्ट और मल्टीमीकिया सोंदेश भी
शाकमल हैं।
किकजटल माक
े कटोंग से उत्पादक अपने ग्राहक तक पहुोंचने क
े साथ ही साथ उनकी
गकतकवकधयोों, उनकी आवश्यकताओों पर भी दृष्टी रख सकता है। ग्राहकोों का रुझान
3. ककस तरफ है, ग्राहक क्या चाह रहा है, इन सभी पर कववेचना किकजटल माक
े कटोंग क
े
द्वारा की जा सकती है। सरल भाषा में कहें तो किकजटल माक
े कटोंग किकजटल
तकनीक द्वारा ग्राहकोों तक पहुोंचने का एक माध्यम है।
किकजटल माक
े कटोंग नये ग्राहकोों तक पहुोंचने का सरल माध्यम है। यह कवपणन गकतकवकधयोों
को पूरा करता है। इसे ऑनलाइन माक
े कटोंग भी कहा जा सकता है। कम समय में अकधक
लोगोों तक पहुोंच कर कवपणन करना किकजटल माक
े कटोंग है। यह प्रोध्योगीकक कवककसत करने
वाला कवकासशील क्षेत्र है।
किकजटल माक
े कटोंग एक ग्राहकोों तक पहुोंचने का सरल माध्यम है। यह कवपणन
गकतकवकधयोों को पूरा करता है। इसे ऑनलाइन माक
े कटोंग भी कहा जा सकता है।
कम समय में अकधक लोगोों तक पहुोंच कर कवपणन करना किकजटल माक
े कटोंग है।
यह प्रोध्योगीकक कवककसत करने वाला कवकासशील क्षेत्र है।
डिडिटल मार्क
े डटिंग क्यो आवश्यर्क है ?
आज का युग पूरी तरीक
े से Digitalised हो गया है। इसकलए हमें भी समय क
े अनुसार
Digitalised होना जरूरी है।
आज क
े इस युग मे सभी चीज़े ऑनलाइन हो गया। इोंटरनेट हमारे दैकनक जीवन को पूरा
आसान बना कदया है। इोंटरनेट से ककसी सुकवधाओ का आनोंद कसफ
ि मोबाइल या
लैपटॉप क
े जररये ले सकते है। चाहे वो Online Shopping, Ticket Booking,Movie
Ticket,Recharge,Online Transaction,Bill payment इत्याकद सुकवधा फोन या लैपटॉप क
े
जररये ले सकते है।
4. जनता अपनी सुकवधा क
े अनुसार इोंटरनेट क
े जररये अपना मनपसोंद व आवश्यक सामान
आसानी से प्राप्त कर सकती है । अब बाज़ार जाने से लोग बचते हैं ऐसे में किकजटल
माक
े कटोंग कबज़नेस को अपने products और services लोगो तक पहुोंचाने में मदद करती
है। किकजटल माक
े कटोंग कम समय में एक ही वस्तु क
े कयी प्रकार कदखा सकता है और
उप्भोक्ता को जो उपभोग पसोंद है वे तुरोंत उसे ले सकता है। इस माध्यम से उपभोकता का
बाज़ार जाना वस्तु पसोंद करने, आने जाने में जो समय लगता है वो बच जाता है ।
ये वतिमान काल में आवश्यक हो गया है । व्यापारी को भी व्यापार में मदद कमल रही है। वो
भी कम समय में अकधक लोगो से जुड़ सकता है और अपने उत्पाद की खूकबयााँ उपभोक्ता
तक पहुाँचा सकता है।
वतिमान समय में किकजटल माक
े कटोंग की माोंग
कोरोना क
े कारण किकजटल माक
े कटोंग जल्दी जनता की समझ में आ गयी है. यही कारण है कक हर
नागररक इसी क
े द्वारा कबजनेस भी करना चाहता है पर सफल वही हैं जो ईमानदारी से काम कर रहे हैं
क्योोंकक काठ की हााँड़ी बार बार नहीों चढ़ती है. इसमे लाभ काफी है.
पररवतिन जीवन का कनयम है , यह तो आप सब जानते ही हैं। पहले समय में और आज क
े
जीवन में ककतना बदलाव हुआ है और आज इोंटरनेट का जमाना है । हर वणि क
े लोग आज
इोंटरनेट से जुड़े है, इन्ही सब क
े कारण सभी लोगो को एक स्थान पर एकत्र कर पाना
आसान है जो पहले समय में सम्भव नही था । इोंटरनेट क
े जररये हम सभी व्यवसायी और
ग्राहक का तारतम्य स्थाकपत भी कर सकते हैं।
किकजटल माक
े कटोंग की माोंग वतिमान समय में बहुत प्रबल रुप में देखने को कमल रही है।
व्यापारी जो अपना सामान बना रहा है , वो आसानी से ग्राहक तक पहुोंचा रहा है। इससे
किकजटल व्यापार को बढ़ावा कमल रहा है ।
5. पहले कवज्ञापनो का सहारा लेना पड़ रहा था। ग्राहक उसे देखता था, कफर पसोंद करता था ,
कफर वह उसे खरीदता था। परोंतु अब सीधा उपभोक्ता तक सामान भेजा जा सकता है । हर
व्यल्कक्त गूगल, फ
े सबुक , यूट्यूब आकद उपयोग कर रहा है, कजसक
े द्वारा व्यापारी अपना
उत्पाद-ग्राहक को कदखाता है । यह व्यापार सबकी पहुोंच में है- व्यापारी व उपभोक्ता की
भी।
हर व्यल्कक्त को आराम से कबना ककसी पररश्रम क
े प्रतयेक उपयोग की चीज़ कमल जाती है।
व्यापारी को भी यह सोचना नही पड़ता कक वह अखबार, पोस्टर, या कवज्ञापन का सहारा ले।
सबकी सुकवधा क
े मद्देनजर इसकी माोंग है। लोगोों का कवश्वास भी किकजटल माकक
ि ट की ओर
बड़ रहा है। यह एक व्यापारी क
े कलये हषि का कवषय है। कहावत है “ जो कदखता है वही
कबकता है” – किकजटल माकक
ि ट इसका अच्छा उदाहरण है ।
किकजटल माक
े कटोंग क
े प्रकार
इोंटरनेट पर ही हम अलग-अलग वेबसाइट क
े द्वारा किकजटल माक
े कटोंग कर सकते हैं ।
इसक
े क
ु छ प्रकार क
े बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं |
(i) सचि इोंजन औप्टीमाइज़ेषन या SEO
यह एक ऐसा तकनीकी माध्यम है जो आपकी वेबसाइट को सचि इोंजन क
े पररणाम पर
सबसे ऊपर जगह कदलाता है कजससे दशिकोों की सोंख्या में बड़ोतरी होती है। इसक
े कलए हमें
अपनी वेबसाइट को कीविि और SEO guidelines क
े अनुसार बनाना होता है।
अगर आप SEO को और बेहतर ढोंग से समझना चाहते हैं तथा कहन्दी मे (SEO इन Hindi)
इसक
े बारे में जानना चाहते है तो यहााँ Click कीकजए।
6. (ii) सोशल मीकिया (Social Media)
सोशल मीकिया कई वेबसाइट से कमलकर बना है – जैसे Facebook, Twitter,
Instagram, LinkedIn, आकद । सोशल मीकिया क
े माध्यम से व्यल्कक्त अपने कवचार हजारोों
लोगोों क
े सामने रख सकता है । आप भली प्रकार सोशल मीकिया क
े बारे में जानते है । जब
हम ये साइट देखते हैं तो इस पर क
ु छ-क
ु छ अन्तराल पर हमे कवज्ञापन कदखते हैं यह
कवज्ञापन क
े कलये कारगार व असरदार जररया है।
(iii) ईमेल माक
े कटोंग (Email Marketing)
ककसी भी क
ों पनी द्वारा अपने उत्पादोों को ई-मेल क
े द्वारा पहुोंचाना ई-मेल माक
े कटोंग है। ईमेल
माक
े कटोंग हर प्रकार से हर क
ों पनी क
े कलये आवश्यक है क्योकी कोई भी क
ों पनी नये प्रस्ताव
और छ
ू ट ग्राहको क
े कलये समयानुसार देती हैं कजसक
े कलए ईमेल माक
े कटोंग एक सुगम रास्ता
है।
अगर आप Email Marketing को और बेहतर ढोंग से समझना चाहते हैं तथा कहन्दी मे
(Email Marketing इन Hindi) इसक
े बारे में जानना चाहते है तो यहााँ Click कीकजए।
(iv) यूट्यूब चेनल (YouTube Channel)
सोशल मीकिया का ऐसा माध्यम है कजसमे उत्पादक अपने उत्पादोों को लोगोों क
े समक्ष
प्रत्यक्ष रुप से पहुोंचाना है। लोग इस पर अपनी प्रकतक्रया भी व्यक्त कर सकते हैं। ये वो
माध्यम है जहाों बहुत से लोगो की भीड़ रह्ती है या यूों कह कलकजये की बड़ी सन्ख्ख्या में
users/viewers यूट्यूब पर रह्ते हैं। ये अपने उत्पाद को लोगोों क
े समक्ष वीकियो बना कर
कदखाने का सुलभ व लोककप्रय माध्यम है।
(v) अकफकलएट माक
े कटोंग (Affiliate Marketing)
वेबसाइट, ब्लोग या कलोंक क
े माध्यम से उत्पादनोों क
े कवज्ञापन करने से जो मेहनताना कमलता
है, इसे ही अकफकलएट माक
े कटोंग कहा जाता है। इसक
े अन्तगित आप अपना कलोंक बनाते हैं
और अपना उत्पाद उस कलोंक पर िालते है । जब ग्राहक उस कलोंक को दबाकर आपका
उत्पाद खरीदता है तो आपको उस पर मेहन्ताना कमलता है।
(vi) पे पर ल्किक ऐिवटािइकज़ोंग या PPC marketing
कजस कवज्ञापन को देखने क
े कलए आपको भुगतान करना पड़ता है उसे ही पे पर ल्किक
ऐिवटीजमेंट कहा जाता है। जैसा की इसक
े नाम से कवकदत हो रहा है की इस पर ल्किक
करते ही पैसे कटते हैं । यह हर प्रकार क
े कवज्ञापन क
े कलये है ।यह कवज्ञापन बीच में आते
रह्ते हैं। अगर इन कवज्ञापनो को कोई देखता है तो पैसे कटते हैं । यह भी किकजटल
माक
े कटोंग का एक प्रकार है।
7. (vii) एप्स माक
े कटोंग (Apps Marketing)
इोंटरनेट पर अलग-अलग ऐप्स बनाकर लोगोों तक पहुोंचाने और उस पर अपने उत्पाद का
प्रचार करने को ऐप्स माक
े कटोंग कहते हैं । यह किकजटल माक
े कटोंग का बहुत ही उत्तम रस्ता
है। आजकल बड़ी सोंख्या में लोग स्माटि फ़ोन का उपयोग कर रहे हैं । बड़ी-बड़ी क
ों पनी
अपने एप्स बनाती हैं और एप्स को लोगोों तक पहुोंचाती है।
डिडिटल मार्क
े डटिंग र्की उपयोडगताएिं
(i) आप अपनी वेबसाइट पर ब्ोशर बनाकर उस पर अपने उत्पाद का कवज्ञापन लोगोों क
े
लेटेर-बॉक्स पर भेज सकते हैं। ककतने लोग आपको देख रहे हैं यह भी पता लगाया जा
सकता है।
(ii) वेबसाइट ट्ेकफ़क- सबसे ज्यादा दशिकोों की भीड़ ककस वेबसाइट पर है – पहले ये आप
जान ले , कफर उस वेबसाइट पर अपना कवज्ञापन िाल दें ताकी आपको अकधक लोग देख
सक
ें ।
(iii) एटृब्युषन मॉिकलोंग – इसक
े द्वारा ह्म यह पता कर सकते है की आजकल लोग ककस
उत्पाद में रुकच ले रहे हैं या ककन-ककन कवज्ञापनोों को देख रहे हैं । इसक
े कलये कवशेश टू ल का
प्रयोग करना होता है जो की एक कवशेश तकनीक क
े द्वारा ककया जा सकता है और ह्म
अपने उपभोक्ताओों की हरकतें यानी उनकी रुकच पर नज़र रख सकते हैं।
आप अपने उपभोक्ता से ककस प्रकार सम्पक
ि बना रहे हैं यह कवषय महत्वपूणि है। आप
उनकी आवश्यक्ता क
े साथ पसोंद पर भी दृष्टी बनाकर रखा करें ऐसा करने से व्यापार में
वृद् कि हो सकती है।
8. आप पर उनका कवश्वास भी अत्यन्त आवश्यक है, की वह कवज्ञापन देख कर आपका उत्पाद
खरीदने में सोंकोच न करें तुरोंत ले लें। इनक
े कवश्वास को आपने कवश्वास देना है। ग्राहक को
आश्वासन कदलाना आपका दाकयत्व है। अगर ककसी को सामान पसोंद न आये तो उसको
बदलने क
े कलये वो अपना सोंदेश आप तक पहुोंचा सक
े इसक
े कलये ईबुक आपकी सहायता
कर सकता है।
कनष्कषि – डिडिटल मार्क
े डटिंग क्या है ?
किकजटल माक
े कटोंग एक एसा माध्यम बन गया है कजससे कक माक
े कटोंग (व्यापार) को बढ़ाया
जा सकता है। इसक
े उपयोग से सभी लाभाल्कित हैं । उपभोक्ता व व्यापारी क
े बीच अच्छे से
अच्छा ताल-मेल बना रहे हैं , इसी सामजस्य को किकजटल माक
े कटोंग द्वारा पूरा ककया जा
सकता है । किकजटल माक
े कटोंग आधुकनकता का एक अनूठा उद्धरण है।
आशा है की आप भी किकजटल माक
े कटोंग से लाभाोंकवत होोंगे।
सोंदीप भोंसाली – किकजटल आज़ादी
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े कटोंग